
जहां जुनून, वहीं है बच्चों में करिअर के प्रति धुन Publish Date : 24/06/2025
जहां जुनून, वहीं है बच्चों में करिअर के प्रति धुन
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
संदीप, देश के एक प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है। अच्छे कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए उसने 12 साल की उम्र से विशेष कोचिंग क्लासेज लेना आरम्भ कर दी थी। लेकिन, इंजीनियरिंग के दूसरे साल में संदीप को एहसास हुआ कि उसे इंजीनियर नहीं, बल्कि टीचर बनना चाहिए था। जब उसने अपने माता-पिता को अपने कॅरियर की योजनाओं के बारे में बताया, तो वे बेहद निराश और गुस्सा हुए।
सीधे शब्दों में कहें तो संदीप के पिता के सपने चकनाचूर हो गए! हमारे देश के कई घरों की यह बेहद आम सी कहानी है। अधिकतर बच्चे अपने कौशल, योग्यता और मूल रुचियों के आधार पर सही स्ट्रीम चुनने के के स्थान पर अपने माता-पिता की इच्छा का पालन करते हैं। एक हालिया शोध के अनुसार लगभग 60 प्रतिशत लोग अपनी नौकरी से संतुष्ट नहीं हैं, जबकि 80 प्रतिशत लोग अपनी नौकरी को बदलना चाह रहे हैं।
बच्चों पर न थोपें अपनी महत्वाकांक्षाएं
कई माता-पिता अपने बच्चों के लिए कॅरियर चुनते समय उन्हें अपने ही विस्तार के रूप में देखते हैं। वे अपने बच्चों के माध्यम से अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं और अपने अधूरे लक्ष्यों और महत्वाकांक्षाओं को उन पर थोपने का प्रयास करते हैं। माता-पिता अक्सर अपने बच्चे की योग्यता के के स्थान पर बाजार के रुझानों से प्रभावित होते हैं।
आउट-ऑफ-द-बॉक्स कॅरियर चुनने दें
जागरूकता की कमी के चलते भी कई बच्चे बेहतरीन कॅरियर विकल्प तलाशने से चूक कर जाते हैं। कुछ माता-पिता बच्चों के आउट-ऑफ-द-बॉक्स कॅरियर विकल्पों को ‘बचकाना’, श्सनकीश् या ‘अपरिपक्वता’ कहकर स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर देते हैं। जबकि बच्चों को अपनी योग्यता, कौशल और जुनून के आधार पर अपना कॅरियर चुनना चाहिए।
खेल से जानें क्षमताओं को
खेल अक्सर हमें अपने हमारे बच्चों के स्वभाव और उनकी क्षमताओं के बारे में जानकारी देते हैं। अपने बच्चे की पसंद और नापसंद को अच्छे से सुनें। वह क्या करना पसंद करता है, उसके आधार पर कॅरियर के बारे में सोचें। अपने बच्चे की योग्यता और कौशल स्तर के बारे में पूरी तरह से जानें। पूरी तरह से मार्कशीट के आधार पर उसकी योग्यता का आंकलन न करें।
विशेष पसंद या नापसंद पर दें ध्यान
अपने बच्चे को खेल, कला और अन्य रचनात्मक गतिविधियों से परिचित कराएं। देखें कि उसे कोई विशेष गतिविधि पसंद है या नापसंद। हालांकि उस पर अतिरिक्त बोझ न डालें।
इंटर्नशिप कॅरियर की पहली सीढ़ी
बच्चे को अपनी योग्यता और रुचि की खोज करने देना चाहिए। वह विभिन्न प्रकार की इंटर्नशिप को आजमा सकता है और अपने साथियों से फीडबैक प्राप्त कर सकता है ताकि उसे यह पहचानने में मदद मिल सके। इसके साथ ही आप कॅरियर काउंसलर से भी सलाह ले सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।