कार्यस्थल पर कैसे रहें प्रेरित      Publish Date : 07/05/2025

               कार्यस्थल पर कैसे रहें प्रेरित

                                                                                                                              प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

काम तो हर कोई करता है, लेकिन एक समय के बाद वही काम उबाऊ लगने लगता है। सरदार वल्लभभाई पटेल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, कार्यस्थल पर प्रेरणा के स्तर को बढ़ाने की कुछ ऐसी तरकीबों के बारे में बता रहे हैं, जो किसी के लिए भी उपयोगी हो सकती हैं।

आपने कार्यस्थल पर अपने आसपास ऐसे साथियों को जरूर देखा होगा, जो जल्दी अपने काम से ऊब जाते हैं या जिनका किसी कामे में भी मन नहीं लगता। ऐसा उनके साथ इसलिए होता है, क्योंकि उनके अंदर काम को करने की प्रेरणा कम होने लगती है। इस वजह से वह बार-बार अपने काम से विचलित होने लगते हैं और काम को पूरे ध्यान से नहीं कर पाते हैं। प्रेरणा ही एक ऐसी चीज है, जो आपको कार्यस्थल पर काम से जोड़े रखती है और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए भी प्रेरित करती है। इसलिए यदि आपका भी काम के दौरान बार-बार ध्यान भटकता है, तो यहां कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने काम के प्रति प्रेरित हो सकते हैं।

बेवजह के भटकाव से दूर रहें

एक सर्वे के अनुसार पेशेवर कम से कम तीस मिनट के अंतराल में एक बार तो जरूर अपने काम से विचलित होते हैं, जिसकी वजह से उनका काम में मन नहीं लगता। यदि आप इन व्यवधानों से बचना चाहते हैं, तो मल्टीटास्किंग से बचें और एक समय में एक ही काम को अहमियत दें। साथ ही छोटे-छोटे ब्रेक लेत रहें, ताकि कंप्यूटर से दूर जाने के बाद आपको तरोताजा महसूस हो।

लक्ष्य निर्धारित करें

जब आप किसी काम के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हैं, तो उसे पाने के लिए पूरी शिद्दत से मेहनत करते हैं। इसलिए प्रत्येक दिन के लिए छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं और आपने जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं, उन्हें प्राथमिकता दें, ताकि आपको यह मूल्यांकन करने में आसानी हो कि आपके लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण क्या है।

अपना नजरिया बदलें

काम से परेशान होने के बजाय अपना नजरिया बदलने का प्रयास करें। यदि आपको अपने काम में प्रेरणा बनाए रखने में परेशानी हो रही है, तो इसे अधिक आनंदपूर्ण बनाने के लिए खुद से पूछें कि मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है या मुझमें ऐसी क्या कमी है, जिसे मुझे सुधारना चाहिए। आप स्वयं अपनी कमियों को जानने के बाद उनमें बदलाव ला सकते हैं।

नए कौशल सीखते रहें

काम में प्रेरणा पाने का एक और अन्य तरीका है, नए कौशल सीखना। नए कौशल सीखने से आप अपने कार्यस्थल पर तो प्रगति करेंगे ही, साथ ही आपका मनोबल भी बढ़ेगा। आप यह भी महसूस करेंगे, कि आप अपने कॅरिअर में कुछ अच्छा कर रहे हैं। इसलिए अपने काम को रोमांचक बनाने के लिए नए कौशल को सीखते रहें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।