
रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए कुछ रणनीतियों का प्रयोग Publish Date : 28/03/2025
रचनात्मकता को बढ़ाने के लिए कुछ रणनीतियों का प्रयोग
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
हम सभी जानते हैं कि आज का दौर कृत्रिम बुद्धिमत्ता अर्थात एआई का है। ऐसे में चाहे कोई छात्र हो, पेशेवर हो या फिर कोई आम व्यक्ति, कामयाब होने का सबसे अच्छा तरीका रचनात्मक पर ध्यान केंद्रित करके उसे उचित ढंग से वृद्वि प्रदान करना है। यह विकास और नवाचार के लिए किसी जादुई कौशल की तरह से है। रचनात्मकता न केवल किसी की व्यक्तिगत सोच बल्कि पेशेवर कंपनी की गति और समकालीन सफलता के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण चीज है। हालांकि बहुत से लोग अभी भी अपनी रचनात्मक क्षमता का पूरी तरह से उपयोग करने के लिए जद्दोजहद करते हैं। अगर आप भी इनमें से ही एक है तो आपको इस पर विचार करना होगा कि आप अपनी रचनात्मकता को कैसे बढ़ावा दे सकते हैं। कुछ कारगर रणनीतियां और संकेत है जो आपकी इसमें मदद कर सकते है।
अपने दिमाग को कैसे रखें चुस्त और दुरुस्त
अपनी सोच को रचनात्मक स्वरूप प्रदान करने की प्रक्रिया में प्रयोग करना और गलतियां करना और फिर से प्रयास करना आवश्यक है। ऐसे में आपकी सोच रचनात्मकता और बेहतर हो, इसके लिए जरूरी है कि आपका दिमाग चुस्त दुरुस्त रहे। साथ ही किसी भी नए विचार को अमल में लाने से पहले उसकी तैयारी के लिए कुछ समय अवश्य निकले, तो इससे गलतियां कम होगी और परिणाम भी अच्छे होंगे।
बदलाव की चिंगारी
जब आप पूरी तरह से तैयार हो जाएं तो सोचकर रचनात्मक संकेत को आजमा सकते हैं। इनमें हर एक को विशिष्ट स्थिति के लिए बनाया गया है। पहले अगर आपको लगता है कि आप कहीं अटक गए हैं तो अपने प्रयास में कुछ आवश्यक बदलाव करने पर विचार करें। दूसरा नियमित अंतराल पर अपनी सोच को बढ़ावा देते रहें, तीसरा जब आप पहले से ही अच्छा कर रहे हो तो जानकारी को अपडेट रखें और चौथा यदि आपको लगता है कि बड़े परिवर्तन जरूरी है तो उन्हें आजमाने से बिलकुल भी न डरे।
स्वयं को भी देते रहे चुनौती
कोई एक समस्या ले और उसके सबसे बेतुके और सबसे चरम समाधान की कल्पना करें। इसके अलावा अपनी सोच से जुड़े सभी सामान्य नियमों और मान्यताओं पर अपने आप से सवाल करें और इन नियमों को लिखें और फिर सोचें कि आप उन्हें कैसे चुनौती दे सकते हैं। किसी समस्या को समझने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों को बदलने का प्रयास करें। इससे आपको नए-नए तरीके दिखाई देने लगेंगे। यह रणनीतियां तब काम आती है जब आप एक लंबे अंतराल के बाद वापस पटरी पर आने की कोशिश कर रहे होते हैं या आपको नई प्रेरणा की आवश्यकता होती है।
अपने अतीत में झांके और आगे बढ़ने का प्रयास करें
कभी-कभी अतीत का कोई विचार भी किसी मौजूदा चुनौती का सही और अच्छा समाधान हो सकता है, तो ऐसे सभी विचारों की एक सूची बना ले, जो पहले तो काम नहीं आए लेकिन अब आ सकते हैं। इसके बाद अनुभवी पेशवारों से बात करके उन तरीकों के बारे में जानने का प्रयास करें, जिन्हें फिर से अपनाया जा सकता है। इससे आप समस्या के समाधान के लिए नए तरीकें पा सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।