
क्या आप सही ट्रैक पर हैं? Publish Date : 23/03/2025
क्या आप सही ट्रैक पर हैं?
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
काम के दौरान बाधाएं आना तो स्वाभाविक हैं। जरूरी उन तरकीबों को जानना है, जिनसे आप हमेशा सही ट्रैक पर रह सकें-
आज की दुनिया में, काम की लय बनाए रखना ज्यादा मुश्किल हो गया है। जैसे ही आप काम करने बैठते हैं ई-मेल, फोन कॉल और सोशल मीडिया आपका ध्यान खींच लेते हैं और आपके काम करने की लय टूट जाती है। इसके अलावा, कई बार आपको लगता होगा कि आप एक साथ कई काम (मल्टीटास्किंग) कर सकते हैं, लेकिन ऐसा करना इतना भी आसान नहीं है। मल्टीटास्किंग व्हाइटबोर्ड पर लिखने और उसे लगातार मिटाने की तरह है।
हर बार जब आप काम बदलते हैं, तो आपको अपने दिमाग को शून्य से ही शुरू करना पड़ता है, जिससे काम खत्म करने में अधिक समय तो लगता ही है, गलतियां भी अधिक होती हैं और तनाव होता है सो अलग। ऐसे में कुछ महत्वपूर्ण तरकीबें हैं आपको सही ट्रैक पर बने रहने में आपकी सहायता कर सकती हैं।
स्वयं का रखें ध्यान
किसी भी काम को बेहतर तरीके से काम करने के लिए आपको सबसे पहले स्वयं का ध्यान रखना जरूरी होता है। इसके लिए आपको पर्याप्त नींद लेना, स्वयं को हाइड्रेटेड रहना और सक्रिय रहना बेहद जरूरी है। काम करने में बाधाएं तो आती ही हैं, जरूरी यह है कि बाधाओं पर आपका नियंत्रण हो न कि बाधाओं का आप पर उनका। यदि आप इन बुनियादी बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, तो काम करना मुश्किल हो जाता है। काम करते समय नोटिफिकेशन बंद कर दें और अपना फोन अपने से दूर रखें। आप ध्यान भटकाने वाली वेबसाइट को ब्लॉक करने के लिए एप का उपयोग भी कर सकते हैं।
अपनी भावनाओं पर रखें काबू
लक्ष्य का अर्थ केवल कार्य पूरा करना ही नहीं होता है। यह भावनाओं पर काबू पाने और उसे प्रबंधित कर सकारात्मक भावनाएं आपको अधिक उत्पादक और रचनात्मक बनाने में मदद करती हैं। इस बारे में सोचें कि आप दिन के अंत में आप कैसा महसूस करना चाहते हैं। आराम और खुशी जैसे भावनात्मक लक्ष्यों को निर्धारित करके, आप अपने दिमाग की थकावट और तनाव को कम कर सकते हैं। साथ ही, अपने लक्ष्यों को ऐसी जगह लिखें जहां उन्हें आसानी से रोजाना पढ़ सकें।
एक छोटा ब्रेक लें और स्वयं से करें सवाल
जब काम करने के दौरान आपका ध्यान भटके, तो थोड़ा सा रुके और स्वयं से पूछे कि ऐसा क्यों हो रहा है? क्या आप काम से बच रहे हैं? ऐसे में आपकी आत्म-जागरूकता ही काम आती है। इस प्रकार जितना अधिक आप अपनी आत्म-जागरूकता का अभ्यास करेंगे, उतने ही बेहतर होते जाएंगे। अपनी ऊर्जा के स्तर पर नजर बनाए रखें। ई-मेल, नोटिफिकेशन और फोन कॉल जैसे कामों को उस समय के लिए बचाकर रखें जब आपकी ऊर्जा का स्तर कम हो।
दूसरों की बातों पर भी दें ध्यान
कई बार लोगों से बातचीत के दौरान आपका ध्यान भटक जाता है। फोकस बढ़ाने और लोगों से बातचीत के दौरान आंखों का संपर्क एक दूसरे से बनाए रखें। इसके अलावा, दूसरा व्यक्ति क्या कह रहा है, इस पर भी ध्यान दें और विचारशील प्रश्न पूछें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।