हेरिटेज मैनेजमेंट में जॉब के अवसर Publish Date : 04/12/2024
हेरिटेज मैनेजमेंट में जॉब के अवसर
प्रोफेसर आर. ए. सेंगर
हेरिटेज मैनेजमेंट से सम्बन्धित डिप्लोमा, सर्टिफिकेट अथवा ऑनलाईन कोर्स करने के बाद देश-विदेश में कॅरिअर बनाया जा सकता है।
वर्तमान में भारत के साथ ही अन्य देशों में भी विरासत प्रबन्धन अर्थात हेरिटेज मैनेजमेंट काफी तेजी के साथ फल-फूल रहा है। इसके अतिरिक्त आप अपनी अंतः-विषय प्रकृति के चलते विभिन्न प्रकार की पृष्ठभूमि के व्यक्तियों के लिए इस क्षेत्र में नित नए अवससर भी विकसित हो रहे हैं।
वास्तुकला और पुरातात्विक संरक्षण, इतिहास और संस्कृति से सम्बद्व क्षेत्रों, संग्रहालयों और अभिलेखीय प्रथाओं तथा पर्यावरण के संरक्षण आदि सिद्वाँतों का विस्तार करते हुए इस क्षेत्र ये जुड़े पेशेवर और छात्र सम्पूर्ण विश्व में नाम कमा रहे हैं।
इस प्रकार विरासत प्रबन्धन के क्षेत्र में कॅरिअर बनाने के अवसर भी तेजी के साथ बढ़ रहे हैं। इस क्षेत्र की सबसे बड़ी विशोषता यह है कि बीए अथवा किसी अन्य स्नतक पाठ्यक्रम में एडमीशन लेने वाले छात्रों के पास भी इस क्षेत्र में कॅरिअर की शुरूआत करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के पास भी बहुत से विकल्प उपलब्ध होते हैं।
इस दिशा में करें विचार
स्नातक में इतिहास, कला या सामाजिक विज्ञान जैसे विषयों के आधार एडमीशन लेने वाले छात्रों के पास विरासत प्रबन्धन के क्षेत्र में प्रवेश पाने के लिए एक मजबूत आधार हो सकते हैं। हालांकि, अपने स्नातकं कोर्स के दौरान ही इन छात्रों को कुछ अतिरिक्त कौशल विकसित करने होते हैं। हेरिटेज मैनेजमेंट में अपना कॅरिअर बनाने के लिए इन छात्रों को अपने ग्रेजएशन कोर्स करने के बाद एमए अथवा एमबीए इन हेरिटेज मैनेजमेंट आदि कोर्स भी कर सकते हैं।
सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्सेज
इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) के जैसे सम्मानित संस्थान से सर्टिफिकेट इन म्यूजियम मैनेजमेंट और हेरिटेज मैनेजमेंट कोर्स तथा नेशनल म्यूजियम इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली से डिप्लोमा इन हेरिटेज स्टडीज का कोर्स भी किया जा सकता है।
भारतीय साँस्कृतिक सम्बन्ध परिषद (आईसीसीआर) भी कुछ शार्ट टर्म कोर्सेज उपलब्ध करा रहा है। इसके अतिरिक्त स्वयं पोर्टल पर भी समय समय पर हेरिटेज मैनेजमेंट से सम्बन्धित आर्ट एंड कल्चर और आर्किटेक्चरल कंजर्वेशन एंड हिस्टोरिक प्रिजर्वेशन के जैसे ऑनलाईन कोर्सेज की पेशकश की जाती रहती है।
इंटर्नशिप एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम
इस क्षेत्र में प्रवेश पाने के अभिलाषी युवा छात्र भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और इेडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज (इनटैक) में इंटर्नशिप भी कर सकते हैं। इसके साथ ही यूनेस्को विश्व विरासत केन्द्र के विभिन्न कार्यक्रमों एवं इंटर्नशिप अवसरों के माध्यम से विरासत प्रबन्धन में आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त होते हैं।
अनेक निजी संगठनों जैसे सहपेडिया और आर्ट एलाइव गैलरी आदि में प्रोजेक्ट बेस्ड इंटर्नशिप के माध्यम से छात्र व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। फील्डवर्क का अनुभव प्राप्त करने के लिए हिमाचल प्रदेश और राजस्थान आदि राज्यों में संचालित धरोहर संरक्षण के विभिन्न प्रोजक्ट्स में भाग ले सकते हैं।
डिजिटल कौशल
हरिटेज मैनेमेंट में 3D मैपिंग, वर्चुअल टूर डिजाईनर और एआई आदि का उपयोग भी अब तेजी से बढ़ रहा है। इसके लिए छात्र ऑनलाईन प्लेटफार्म कोर्सेरा (tinurl.com/ir4at7brrcx) के ‘आर्ट एंड हेरिटेज मैनेजमेंट’ कोर्स के माध्मय से या एडेक्स पर उपलब्ध विभिन्न कोर्सेज की सहायता से डिजिटल कौशल प्राप्त कर सकते हैं।
कॅरिअर के अवसर
हेरिटेज मैनेजमेंट के क्षेत्र में म्यूजियम क्यूरेटर, ऑर्कियिस्ट और हेरिटेज कंसल्टेंट के जैसे विभिन्न कॅरिअर विकल्प उपलब्ध होते हैं। इसके अलावा अब फिल्म और मीडिया आदि में भी इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की मांग बढ़ रही है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।