आई ए एस के इंटरव्यू से पहले मॉक इंटरव्यू देकर अपने व्यक्तित्व और संचार कौशल का करे विकास      Publish Date : 16/10/2024

आई ए एस के इंटरव्यू से पहले मॉक इंटरव्यू देकर अपने व्यक्तित्व और संचार कौशल का करे विकास

                                                                                                                                                                प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

यूपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा अब पूर्ण हो चुकी है। अब इसमें सफल होने वाले अभ्यर्थी ही परीक्षा के अगले और अंतिम चरण यानी साक्षात्कार में शामिल हो सकेंगे। ऐसे में जो छात्र अपनी सफलता को लेकर लगभग आस्वत हैं उन्हें अभी से इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।

                                                               

किसी भी साक्षात्कार में सफलता पाने के लिए विषय पर अच्छी पकड, अवधारणाओं और विचारों में स्पष्ट और अच्छा संचार कौशल तथा भाषा शैली के साथ ही उचित हाव-भाव और शारीरिक गतिविधि की भी उतनी ही आवश्यकता होती है। ऐसे में मॉक इंटरव्यू उम्मीदवारों को वास्तविक साक्षात्कार के लिए तैयारी करने में मदद कर सकता है। मॉक इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवारों को अपने कमजोर पक्षों का आकलन करके, उनमें उचित सुधार करने का भी एक बेहतर तरीका होता है, जिसके लिए समय के रहते ही प्रेक्टिस करने की आवश्यकता होती है।

कैसे करें साक्षात्कार का पूर्वाभ्यास

अभ्यर्थी अपने मॉक इंटरव्यू को ऐसे लें जैसे कि वह एक वास्तविक इंटरव्यू ही हो। यह आपके इंटरव्यू के लिए मानसिक, वैचारिक और भावनात्मक रूप से तैयार करता है। ऐसा करने से इंटरव्यू के दौरान होने वाला दबाव कम हो जाता है और उम्मीद्वार का आत्मविश्वास बढ़ता है। मुख्य साक्षात्कार में आपसे कुछ अप्रत्याशित प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं, जिनकी उम्मीद शायद आपने नही की होगी। मॉक इंटरव्यू आपको ऐसे किसी भी प्रश्न का उत्तर देने में सक्षम बनाता है। इसके साथ ही आपको साक्षात्कार कक्ष के विभिन्न अनुभव, बैठने और बातचीत करने का तरीका भी आपको सीखना होता है।

इंटरव्यू के दौरान अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखें

                                                           

इंटरव्यू वाले दिन लोगों में इतना अधिक तनाव व दबाव रहता है कि कोई प्रतियोगी तो अपना मूल स्वभाव ही खो बैठते हैं। चेहरे पर अक्सर रहने वाली स्वाभाविक मुस्कान भी जैसे एकदम गायब ही हो जाती है। किसी प्रश्न का उत्तर न आने पर छात्र हड़बड़ाहट में गलत जवाब दे बैठते हैं, इस प्रकार से उनका दबाव और बढ़ जाता है। इसका प्रभाव पूरे साक्षात्कार पर पड़ सकता है।

मॉक इंटरव्यू के जरिए आप अपनी भावनाओं पर नियंत्रण पा सकेंगे और ऐसी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मानसिक व भावनात्मक रूप से तैयार हो पाएंगे।

अपने टॉपिक से बिलकुल भी न भटकें

आमतौर पर साक्षात्कार के दौरान उत्तर देते समय छात्र मूल विषय से भटक जाते हैं, इससे साक्षात्कार लेने वालों के सामने उनकी छवि खराब हो सकती है। मॉक इंटरव्यू के माध्यम से आप इस पर नियंत्रण करना और पूछे गए प्रश्नों के सटीक उत्तर देने का कौशल सीख सकते हैं। इसका सीधा लाभ आपको साक्षात्कार में भी मिलता है। इसके अलावा मॉक इंटरव्यू आत्म मूल्यांकन के लिए सिद्ध और कारगर उपकरण के रूप में काम करते हैं।

इंटरव्यू के लिए व्यवहार आधारित स्टार विधि क्या है

                                                               

मॉक इंटरव्यू एक बेहतरीन रणनीति है जो संचार कौशल को दिखाने और जवाब को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत करने की कला सिखाता है। मॉक इंटरव्यू व्यवहार संबंधी प्रश्नों के लिए स्टार विधि प्रतिक्रियाएं देने में भी सक्षम बनाता है। स्टार विधि व्यवहार आधारित साक्षात्कार प्रश्न का उत्तर देने का एक रणनीतिक तरीका है, जिसमें कोई भी इंसान स्थिति के आधार पर कार्य, कार्यवाही और परिणाम आदि पर विस्तृत चर्चा कर सकता है।

अतः उम्मीद्वारों को सलाह दी जाती है कि वह किसी अच्छे संस्थान के मॉक इंटरव्यू में भाग लेना सुनिश्चित करें। यदि यह संभव न हो सके तो शीशे के सामने बैठकर भी अभ्यास किया जा सकता है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ में छात्रों के व्यक्तित्व और कौशल विकास के लिए मॉक इंटरव्यू की प्रैक्टिस कराई जाती है, जिससे छात्रा अपने जीवन में अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखते हुए और तनाव से बचते हुए अच्छा इंटरव्यू दे सकें। इसके लिए प्रत्येक सेमेस्टर में मॉक इंटरव्यू की व्यवस्था की गई है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।