वर्तमान में भी नंबर एक पर ही है आईटी क्षेत्र Publish Date : 07/10/2024
वर्तमान में भी नंबर एक पर ही है आईटी क्षेत्र
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
एक समय अमेरिका को सिलिकॉन वैली को आईटी (इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) दुनिया का सिरमौर माना जाता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका की आईटी बादशाहत को किसी ने अगर टक्कर दी है, तो वह है हमारा देश भारत। आज भारत आईटी सेक्टर में दुनिया के अग्रणी राष्ट्रों में शुमार किया जाता है। दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में भारतीय आईटी सेक्टर में तीव्र विकास होने के कारण जॉब्स के ऑप्शन तेजों से बढ़े हैं। एक अनुमान के अनुसार भारतीय आईटी और आईटीईएस सेक्टर से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में 20 लाख से अधिक लोग जुड़े हुए है।
वहीं नैस्कॉम (नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर कंपनीज) के एक अनुमान के अनुसार इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष 55 हजार से अधिक लोगों की जरूरत होती है। यही वजह है कि आज भी यह सेक्टर जॉब के लिहाज से काफी हॉट बना हुआ है। भविष्य सवांरने के उद्देश्य से आईटी के क्षेत्र में अवसर-
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट
आईटी सेक्टर में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के कार्य से मुख्य रूप से सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स और प्रोग्रामर्स जुड़े होते हैं। इनका मुख्य कार्य विभिन्न सॉफ्टवेयर लैंग्वेज में सॉफ्टवेयर डेवलप करना होता है। यदि गौर की जाए, तो सॉफ्टवेयर दो प्रकार के होते हैं-
ऐप्लिीकेशन सॉफ्टवेयर और सिस्टम सॉफ्टवेयर। इन सॉफ्टवेयर की सहायता से कई तरह के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी तैयार किए जाते हैं, जिनका उपयोग विभिन्न कंपनियां करती हैं। सॉफ्टवेयर डेवॅलपमेंट में जॉब की संभावनाएं हमेशा ही बनी रहती है, क्योंकि आईटी सेक्टर में हर समय कुछ-न-कुछ नई तकनीक का आगाज होता ही रहता है। यदि आप इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अपने आपको ताजा नॉलेज से हमेशा अॅपडेट करते रहना होगा।
साथ ही प्रमुख प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज, जैसे सी, सी प्लस, जावा, विजुअॅल बेसिक आदि में विशेषज्ञता हासिल कर करियर को नया आयाम दिया जा सकता हैं।
ऐसे में यदि आप इस क्षेत्र में काम करने का प्लान बनाते हैं। यदि सिस्टम एनैलिस्ट के रूप में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको सभी तरह के सॉफ्टवेयर और हॉर्डवेयर की जानकारी रखनी होगी। सिस्टम एनैलिस्ट ग्राहकों की विजनेस आवश्यकता को समझते हुए भी सिस्टम तैयार करने में दक्ष होते हैं।
डाटा बेस
दरअसल, डाटा बेस में महत्वपूर्ण डाटा को स्टोर किया जाता है। इसे इस प्रकार से स्टोरेज किया जाता है, कि जरूरत पड़ने पर इन्हें आसानी से उपयोग और अपटेड किया जा सके। सच तो यह है कि किसी भी कंपनी के लिए उनका डाटा काफी मायने रखता है। ऐसे में डाटाबेस प्रोफेशनल्स की मांग भी अब तेजी से बढ़ने लगी है, क्योंकि आज तकरीबन हर छोटी-बड़ी कंपनी डाटा मेंटेन करने और उन्हें अपटेड रखने की कोशिश करती है।
सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर
सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में काम करने वालों के लिए आज अवसरों की कोई कमी नहीं हैं। इनका मुख्य कार्य कनेक्टिविटी और इंटरनेट की सुविधा प्रदान करना होता है। दरअसल, आईटी सेक्टर में नेटवर्किंग बहुत महत्वपूर्ण होती है। खासकर जहां नेटवर्किंग के माध्यम से कम्प्यूटर एक दूसरे से जुड़े होते हैं। देखा जाए तो आज हर छोटे-बड़े संस्थान में कम्प्यूटर नेटवर्किंग के लिए सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर की जरूरत होती है।
हालांकि इस क्षेत्र में कार्य करने वालों को सिस्टम सिक्योरिटी के साथ-साथ नेटवर्किंग सिक्योरिटी का भी ध्यान रखना होता है। इसके अलावा आप इस सेक्टर में कैड स्पेशलिस्ट, सिस्टम आर्किटेक्ट, विजुअॅल डिजाइनर, एचटीएमएल प्रोग्रामर, डोमेन स्पेशलिस्ट, इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एक्सपर्ट, इंटीग्रेशन स्पेशलिस्ट, कम्युनिकेशन इंजीनियर, सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर, सेमीकंडक्टर स्पेशलिस्ट आदि के रूप में काम कर सकते हैं।
हार्डवेयर
सॉफ्टवेयर की तरह हार्डवेयर भी आईटी सेक्टर का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हार्डवेयर इंजीनियर के रूप में काम करने वालों पर कम्प्यूटर असेंबल करने से लेकर इसके खराब पार्ट्स की मरम्मत करने आदि तक की पूरी जिम्मेदारी होती है। दरअसल, आज हर जगह कम्प्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल के कारण ऐसे हार्डवेयर प्रोफेशनल्स की मांग काफी बढ़ गई है, जो कम्प्यूटर को चुस्त-दुरुस्त रखने में माहिर हों। हार्डवेयर के क्षेत्र से जुड़ने के बाद मैन्युफैक्चरिंग, रिसर्च ऐंड डेवंलपमेंट आदि क्षेत्र में भी कार्य करने के भी भरपूर मौके मिलते हैं।
आईटी का बढ़ता दायरा
वर्तमान में बंगलुरू को भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाता है। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि आईटी की गतिविधियां अब बंगलुरू और प्रमुख मेट्रो शहरों के बाहर भी तेजी से बढ़ने लगी हैं। खासकर अधिकांश आईटी कंपनियों द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर कॉस्ट घटाने के लिए टू टीयर्स और टॉवर्स सिटीज से अपना कारोबार संचालित करने के कारण आईटी का दायरा अब इन शहरों में भी बढ़ा है। इससे वहां रोजगार की संभावनाएं और बढ़ी हैं।
इन शहरों में चंड़ीगढ़, लखनऊ, इलाहाबाद, जयपुर, अहमदाबाद, सूरत, नागपुर आदि को प्रमुख रूप से शामिल किया जा सकता हैं।
विदेशों में बढ़ती मांग
आज भारतीय आईटी विशेषज्ञों की मांग पूरे विश्व में प्रमुखता के साथ देखी जा रही है। वैसे भी अगर देखा जाए, तो अमेरिका की सिलिकॉन वैली से लेकर जापान के टोक्यो तक भारतीय आईटी विशेषज्ञ अपने कौशल का परचम लहरा रहे हैं। विदेशों में आज भी इनके लिए अपार मौके है और इन्हें अच्छी सैलरी के अलावा अन्य तमाम सुविधाएं भी मिल रही है। हालांकि, अब भारत में भी एमएनसी और दिग्गज भारतीय आईटी कंपनियां बेहतर सैलरी दे रही हैं और यही वजह है कि आज भी लोगों की पहली पसंद आईटी सेक्टर ही बना हुआ है।
सैलरी पैकेज
आईटी सेक्टर सैलरी के मामले में अन्य सेक्टर्स से काफी आगे है। कई कंपनियों में शुरुआती दौर में ही सैलरी 15 हजार रुपये प्रतिमाह से अधिक हो सकती है। साथ ही, कई तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं।
यहां सैलरी आपके अनुभव और संस्थान की स्थिति पर भी निर्भर करती है। कुछ वर्ष का अनुभव हासिल कर आप लाखों रुपये प्रतिमाह तक कमा सकते हैं।
भारत में टॉप आईटी कंपनियां
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विस
- विप्रो
- इंफोसिस टेक्नोलॉजी
- एचसीएल लिमिटेड
- सत्यम कम्प्यूटर सर्विस
- कॉग्निजेंट टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन
- पटनी कम्प्यूटर्स
- बीएफएल मैफेसिस
- पॉलरिस
- आई फ्लैक्स
- आईबीएम
- हेवलैट-पैकर्ड
- एसन्चर
- माइक्रोसॉफ्ट
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।