नौकरी को बदलने का उचित अवसर Publish Date : 05/10/2024
नौकरी को बदलने का उचित अवसर
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
नौकरी बदलना लाभप्रद हो सकता है, क्योंकि बड़ी-बड़ी कंपनियां अनुभवी प्रतिभाओं की ओर आकर्षित होती हैं-
कुछ दशक पहले तक ग्रेजुएशन के बाद नौकरी पाना एक बड़ी उपलब्धि मानी जाती थी। लेकिन आज के इस दौर में प्रतिभाशाली कर्मचारियों के लिए नौकरी बदलना भी एक जरूरी अवधारणा बन चुकी है। उन्हें लगता है कि ऐसा करके वे नए कौशल हासिल कर सकेंगे, जो एक ही नौकरी में बने रहने से कभी संभव नहीं हो पाता है। आप में बदली हुई व्यवस्था में काम करने का आत्मविश्वास आएगा। अधिक वेतन, जिम्मेदारी और प्रोफेशनल्स से भी संपर्क बढ़ेगा।
सही समय का चुनाव
नौकरी बदलने का सही समय जानने का कोई निश्चित फॉर्मूला नहीं है। यह व्यक्ति और उसकी कार्यप्रणाली पर निर्भर करता है। विशेषज्ञ दो साल से पहले कोई भी नौकरी नही छोड़ने की सलाह देते हैं। उनका तर्क है कि एक नए कर्मचारी को अपने संगठन के बारे में जानने के लिए कम से कम एक वर्ष का समय तो चाहिए ही होता है। यदि कोई कर्मचारी एक वर्ष के भीतर नौकरी बदलता हैं, तो अस्थिर समझे जाने का जोखिम होता है। इस प्रकार दो से पांच वर्ष के बीच नौकरी बदली जा सकती है।
अवसरों की पहचान करना जरूरी
कॅरिअर में नौकरी के बदलने के लिए कुछ अनिवार्य कारण होने चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को अपने कार्य से कुछ अपेक्षाएं होती हैं। इसलिए नए कर्मचारी जिस संगठन में शामिल होते हैं वह उसमे अपने ंविकास के अवसरों की जांच करते हैं। जिन कर्मचारियों को वर्षों से पदोन्नति नही मिली है, जब वे देखते हैं कि वेतन भी नहीं बढ़ रहा है और उनकी नौकरी में विविधता का भी अभाव है, तो वे नौकरी बदल सकते हैं।
कॅरिअर में नए कौशल हासिल करने के अवसर की कमी, खराब कार्य वातावरण, कम वेतन, योग्यता के अनुरूप नौकरी न होना भी कॅरिअर में नौकरी के बदलाव का एक प्रमुख कारण बनता है।
नौकरी बदलने से पहले
कभी-कभी अगर आपको अधिक वेतन वाली नौकरी मिलती है, तो उसमें आपके काम के घंटे भी बढ़ सकते हैं और आपकी छुट्टियां भी कम हो सकती हैं। जिसके कारण आपको अपनी व्यक्तिगत और सामाजिक गतिविधियों में कटौती करनी पड़ सकती है। अतः शांत मन से इन सबका विश्लेषण करके ही आगे बढ़ें। नई नौकरी पाने से पहले पुरानी नौकरी को न छोड़ें।
पिछली नौकरी छोड़ते समय नियोक्ता को सच्चाई बताएं। यदि वे आपकी प्रतिभा को पहचानतें हैं, तो आपको नए संगठन की तुलना में अधिक वेतन पर भी रख सकते हैं। यदि आप पर्याप्त वेतन की कमी, कॅरिअर ग्रोथ के लिए नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो नियोक्ता जब तक कोई नया प्रस्ताव पेश करेगा, तो आप उसे स्वीकार भी कर सकते हैं।
चुनौतियों से भरा हुआ फैसला
नौकरी छोड़ने वाले कर्मचारियों को एक अस्थिर कर्मचारी नहीं समझा जाता है। तमाम बड़ी-बड़ी कंपनियां भी विभिन्न क्षेत्रों में काम करने का अनुभव रखने वाले युवा प्रतिभाओं की ओर आकर्षित होती हैं। एक सर्वे के मुताबिक आमतौर पर 38 साल की उम्र तक एक नौकरी से दूसरी नौकरी में जाने की प्रवृत्ति होती है। अधिक उम्र और कॅरिअर में उन्नति के साथ बदलाव की दर भी धीमी पड़ जाती है। आप विश्लेषण करें और ऐसे कदम उठाएं, जो आपके कॅरिअर लक्ष्यों तक पहुंचने में आपकी सहायता करें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।