जीवन में प्रगति के लिए आवश्यक तथ्य Publish Date : 28/09/2024
जीवन में प्रगति के लिए आवश्यक तथ्य
डॉ0 आर. एस. सेंगर
- मेहनत कभी बेकार नहीं जातीः हर कोशिश आपको आपके लक्ष्य के करीब लेकर जाती है।
- आज जो तुम कर सकते हो, उसे कल मत छोड़ो और समय का सदुपयोग करो।
- नकारात्मक विचारों को दूर भगाओ क्योंकि सकारात्मक सोच ही सफलता की एकमात्र कुंजी है।
- अपने सपनों को कभी अधूरे ना छोड़ो वस्तुतः यदि कोई समस्या है तो उसका समाधान भी होता है।
- हर दिन एक नई शुरुआत है इसलिए आज से ही अपने बेहतर एक कल की शुरुआत करो।
अपने कॅरियर की दिशा का निर्धारण करने के लिए लक्ष्य तो बेहतर है ही, परन्तु जीवन में प्रगति करने के लिए स्वयं के द्वारा बनाए गए नियम बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। कॉरपोरेट जगत के अस्तित्व में आने के बाद कड़ी मेहनत को पेशेवर जिंदगी का एक अति महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया गया है और इसी संस्कृति को ध्यान में रखते हुए जब आप अपने से अधिक अनुभवी लोगों से जीवन में सफल होने की सलाह लेते हैं, तो जाहिर है, सबसे पहले आपको कड़ी मेहनत करने की सलाह दी जाती होगी।
हालांकि, कई बार कड़ी मेहनत और अधिक प्रयास के बाद भी सफलता आपके हाथ नही लग पाती है, तो आपके मन में केवल निराशा ही रह जाती है। ऐसे में, आपके लिए यह समझना बहुत आवश्यक हो जाता है कि क्या आप गलत दिशा में प्रयास कर रहे हैं? या आपके द्वारा किए गए वह सभी प्रयास आपकी रुचि से सही तरीके से मेल नहीं खा पा रहे हैं?
सबसे अधिक अपनी रुचि को दें महत्व
प्रारंभिक पेशेवर के रूप में कई बार कभी-कभी यह अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो जाता है कि हम अपनी मेहनत का सही उपयोग कहां करें? ऐसे में यदि आप अपने कॅरिअर के शुरुआती चरण में हैं, तो स्वयं को अधिक समय दें और मूल्यांकन करें कि ऐसा कौन-सा कौशल एवं नौकरी है, जिसके अन्तर्गत आपको अधिक उत्साह व आनंद का अनुभव होता है।
अपने कॅरिअर के शुरुआती दौर में ऐसे साप्ताहिक प्रोजेक्ट पर कार्य करें, जिनमें आपकी अधिक रुचि हो और फिर स्वयं से यह सवाल पूछें कि जिस काम को आप कर रहे हैं, क्या सचमुच आपको उसके करने में आनंद आ रहा है? क्या इस कार्य को करके आप अपने लक्ष्य के करीब पहुंच पाएंगे? यदि इनमें से किसी भी सवाल का जवाब न है, तो आपको अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए अभी और अधिक शोध करने की आवश्यकता है।
अपनाएं पेरेटो का सिद्धांत
पेरेटो का सिद्धांत या 80-20 का नियम आपको बताता है कि आप अपने जीवन में जो भी कोई कार्य करते हैं, उनमें से 20 फीसदी कार्य ऐसे होते हैं, जिनमें आपको 80 प्रतिशत सफलता मिल पाती है और 80 प्रतिशत ऐसे कार्य होते हैं, जिनमें आपको केवल 20 प्रतिशत सफलता ही मिल पाती है।
इस सिद्धांत को अपने जीवन में उतारने का मूल उद्देश्य यह है कि आपको केवल उन्हीं कार्य के लिए मेहनत करनी चाहिए या उन्हीं कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जिनका आपके जीवन में कोई अर्थपूर्ण उद्देश्य हो, ताकि उन कार्यों को करके भविष्य में आपको बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकें और जब आपको यह अहसास हो जाए कि जिस कार्य को आप कर रहे हैं, वह आपके लिए कोई ज्यादा मायने नहीं रखता है, तो ऐसे कार्य को प्राथमिकता देने के बजाय, स्वयं को प्रशिक्षित करें।
एकदम सही नियम का निर्माण करें
‘‘दिशा-निर्धारण के लिए लक्ष्य बेहतर है, लेकिन जीवन में प्रगति करने के लिए स्वयं के द्वारा बनाए गए नियम अति महत्वपूर्ण होते हैं’’, उक्त कथन जेम्स क्लियर की पुस्तक एटॉमिक है बिट्स से लिया गया है। मूलरूप से आपके द्वारा बनाए गए नियम आपकी दैनिक आदतों पर निर्भर करते हैं, जो आपके कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए समय-समय पर प्रेरित करती रहती हैं।
लक्ष्य की पूर्ति करने के लिए स्वयं के द्वारा बनाए गए नियमों पर ध्यान केंद्रित करना बहुत बेहतर माना जाता है। जब आप स्वयं के लिए कोई नियम बनाते हैं, तो आपका यह दृष्टिकोण आपको भविष्य की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में भरपूर सहायता करता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।