परीक्षा में सफलता के लिए पढ़ने के अलावा लिखने का भी अभ्यास करें Publish Date : 10/08/2024
परीक्षा में सफलता के लिए पढ़ने के अलावा लिखने का भी अभ्यास करें
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
पढ़ाई करना जीवन में सफलता हासिल करने के लिए अतिमहत्वपूर्ण है।
सिविल सेवा परीक्षा जिसे आम बोलचाल की भाषा में यूपीएससी की परीक्षा भी कहा जाता है। देश की सर्वाधिक प्रतिष्ठित परीक्षा में से एक है। आईएएस प्रारंभिक परीक्षा में सफल उम्मीदवारों के लिए मुख्य परीक्षा आयोजित की जाती है। पांच दिनों तक चलने वाली मुख्य परीक्षा 20 सितंबर से शुरू होगी और अंतिम चयन मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के संयुक्त अंकों की मेरिट के आधार पर होगा।
अगर आप भी मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं तो यह आपकी तैयारी की यात्रा का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है। मुख्य परीक्षा में आपका चयन और रैंक को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, इसलिए परीक्षा के लिए एक मजबूत तैयारी की रणनीति और अध्ययन योजना बनाना बेहद जरूरी है और इस योजना के अनुसार कठिन मेहनत करने की आवश्यकता है। क्योंकि 20 सितंबर में अब ज्यादा दिन नहीं रह गए हैं, इसलिए अभी से पढ़ने के साथ-साथ लिखने का भी अभ्यास प्रारंभ करेंगे तभी आप मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं
परीक्षा का प्रारूप कैसा होता है
मुख्य परीक्षा के अन्तर्गंत आने वाले प्रश्न लिखित प्रकार के होते हैं, जिसमें निबंध, सामान्य अध्ययन के चार प्रश्न पत्र और वैचारिक विषय के दो प्रश्न पत्र होते हैं। प्रथम प्रश्न पत्र 250 अंकों का होता है। इसकी अतिरिक्त भारतीय भाषाओं में से किसी एक भाषा और अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र होते हैं। जिसमें न्यूनतम अंक पाने पर ही आपकी अन्य विषयों की कॉपी जाँची जाती है।
निबंध के लिए बनाए एक कुशल रणनीति
परीक्षा में पूछे जाने वाले निबंध सामान्य करंट अफेयर्स और सामाजिक मुद्दों से संबंधित होते हैं, इसलिए अपने आसपास की घटनाओं और चर्चित मुद्दों पर अपनी गहरी नजर बनाए रखें। दिए गए टॉपिक पर 1000 से 1200 शब्दों का निबंध लिखना होता है। निबंध को ऐतिहासिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और समसामयिक से जोड़कर लिखने का प्रयास करते रहे। मुहावरे, कविता और उदाहरण आदि का समावेश निबंध को आकर्षक और प्रभावी बनाता है, इसलिए ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण चीजों को याद करते चले तो जरूरत के हिसाब से उसको आप लिख सकते हैं।
परीक्षा में टू द पॉइंट लिखने का प्रयास करें
मुख्य परीक्षा में निबंध को छोड़कर प्रत्येक प्रश्न का उत्तर लिखने के लिए डेढ़ सौ से 250 की शब्द सीमा निर्धारित होती है। इसलिए समय की मांग को समझें और प्रत्येक उत्तर को टू द पॉइंट लिखने का अभ्यास करें। उत्तर लिखने के लिए एनसीईआरटी पुस्तकों को आधार बनाएं और आंसर राइटिंग के दौरान मैप, चित्र, बुलेट एवं प्वाइंट आदि का उपयोग करके उत्तर को आकर्षक बनाने का अभ्यास अभी से शुरू कर दें।
स्कोरिंग होता है आपका वैकल्पिक विषय
मुख्य परीक्षा में वैकल्पिक विषय भी एक निर्णायक भूमिका निभाता है क्योंकि यही वह विषय है जिसका चयन आप अपनी इच्छा से करते हैं। इस लिहाज से इसे काफी स्कोरिंग विषय भी माना जाता है। पिछले वर्षों के प्रश्नों के निरंतर अभ्यास से आप इस खंड में 500 से 350 नंबर तक पा सकते हैं। इसलिए आज से ही जीएस के साथ इसकी भी आंसर राइटिंग शुरू कर दें और अच्छी तरह से अभ्यास प्रारंभ करें।
उत्तर लेखन का करते रहे लगातार अभ्यास
इस परीक्षा में सभी प्रश्न विशेषणात्मक प्रकृति के होते हैं अतः उत्तर लेखन तीन चरणों में होना चाहिए। प्रथम चरण में भूमिका, दूसरे चरण में सत्यात्मक जानकारी और तीसरे चरण में प्रश्न के पूछे जाने का कारण देते हुए प्रश्नों का उत्तर लिखने का अभ्यास करें। उत्तर स्पष्ट और अच्छी राइटिंग में लिखना चाहिए। इसके लिए कोशिश करें कि आपकी राइटिंग स्वच्छ और अच्छी हो तथा बुलेट और प्वाइंट के माध्यम से आप उत्तर को और अधिक स्पष्ट करने का प्रयास करें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।