नान-टेक्निकल छात्रों के लिए भी अप्रेंटिसशिप का अवसर Publish Date : 07/08/2024
नान-टेक्निकल छात्रों के लिए भी अप्रेंटिसशिप का अवसर
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
इंडस्ट्री की जरूरत के अनुसार कौशल कैसे करें रजिस्ट्रेशन नहीं होने के कारण आज बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही है। केंद्र सरकार ऐसे युवाओं को अब अप्रेंटिसशिप के जरिए नौकरी के लायक बनाना चाहती है। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने बीते दिनों अपने नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम में कुछ संशोधन किया है। इस संशोधन के बाद अब बीए, बीकाम और बीएससी डिग्रीधारक युवा भी इस साल से इस अप्रेंटिसशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस स्कीम के तहत अब ऐसे डिग्रीधारकों को भी विभिन्न कंपनियों में छह माह से लेकर डेढ़ साल की अवधि तक अप्रेंटिसशिप मिलेगी। शिक्षा मंत्रालय की यह नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम अभी तक केवल बीई/बीटेक या पालिटेक्निक छात्रों के लिए ही थी।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम को ध्यान में रखकर बीते दिनों एक नया पोर्टल लांच किया गया है, जिसके होम पेज पर जाकर पहले आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसी पोर्टल पर आपको उन सभी कंपनियों / प्रतिष्ठानों तथा उनके यहां अप्रेंटिसशिप की रिक्तियों के बारे में भी जानकारी मिल सकेगी। इस बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://nats.education.gov. in/student_login.php देखें।
पहले मिलेगी ट्रेनिंग, फिर अप्रेंटिसशिपः
सरकार बीए, बीकाम तथा बीएससी जैसे नान-टेक्निकल डिग्रीधारकों को अप्रेंटिसशिप दिलाने से पहले उन्हें एक माह से लेकर छह माह की अवधि तक कामन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से स्किल ट्रेनिंग दिलाएगी। यह स्किल ट्रेनिंग इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार ही प्रदान की जाएगी, जो बाद में नौकरियों में काम आ सके। यह स्किल ट्रेनिंग पूरी कर लेने के बाद शिक्षा मंत्रालय से संबद्ध विभिन्न कंपनियों में ऐसे युवाओं को अप्रेंटिसशिप के लिए आवेदन करना होगा, जहां वे अप्रेंटिसशिप लेना चाहते हैं। इस समय देश में विभिन्न जगहों पर करीब पांच लाख सीएससी हैं, जहां आने वाले दिनों में डिग्रीधारी युवाओं को इस तरह की स्किल ट्रेनिंग दी जाएगी।
सीधे खाते में आएगा पैसा
इस स्कीम के तहत डिग्रीधारकों को कंपनियों में काम सीखने के साथ-साथ हर महीने जो नौ हजार रुपये वेतन भत्ता मिलेगा, उसमें से आधा पैसा शिक्षा मंत्रालय की ओर से प्रदान किया जाएगा। इसके लिए मंत्रालय सीधे लाभार्थियों के खाते में पैसा भेजेगा। वेतन भत्ते का बाकी साढ़े चार हजार रुपये वह कंपनी आपको देगी, जहां पर अप्रेंटिसशिप के लिए चयन हुआ है।
अप्रेंटिसशिप के फायदे:
सरकारी विभागों में वैसे तो अप्रेंटिसशिप की व्यवस्था पहले से है, लेकिन अब निजी कंपनियों में भी यह अप्रेंटिसशिप मिलेगी। अप्रेंटिसशिप लेने से फायदा यह होगा कि आपको इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार स्वयं को तैयार करने का अवसर मिलेगा। साथ ही अप्रेंटिसशिप के दौरान आपको कंपनियों के सीनियर्स के साथ काम करने और सीखने का मौका मिलेगा।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।