पढ़ाई में स्पीड और एक्यूरेसी का भी ख्याल रखेंगे तो मिलेगी कामयाबी Publish Date : 04/07/2024
पढ़ाई में स्पीड और एक्यूरेसी का भी ख्याल रखेंगे तो मिलेगी कामयाबी
प्रोफेसर आर एस सेंगर
सरकारी नौकरी सभी को पसंद है, ज्यादातर लोग सरकारी नौकरी ही करना चाहते हैं] लेकिन सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा को पास करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए कठिन तैयारी करने की आवश्यकता होती है। खासकर जब सरकारी नौकरी में बात बैंक में अधिकारी बनने की की जाए तो अधिक मेहनत करने की आवश्यकता रहती है। कई छात्र बैंक में अधिकारी बनने का सपना सजाई बैंकिंग परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। अगर आप भी इसमें से एक हैं और यदि अपने आईबीपीएस आरआरबी ऑफीसर स्केल 1 जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा का फॉर्म भरा है तो यह आपके लिए सुनहरा मौका है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की परीक्षा कैलेंडर के अनुसार इसकी प्रारंभिक परीक्षा तीन चार 10 17 और 18 अगस्त 2024 को ऑनलाइन मोड में आयोजित होने जा रही है। इसलिए आपके पास परीक्षा की तैयारी के लिए केवल एक महीने का समय बचा है। प्रारंभिक परीक्षा में सफल होने के लिए आपको इस 1 महीने में अपनी तैयारी के लिए एक स्पष्ट रोड मैप तैयार करने तथा उन पर टॉपिक को समझने की और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।
कैसा होता है परीक्षा का स्तर
आईबीपीएस आरआरबी ऑफीसर स्केल 1 आईबीपीएस पो प्रोफेशनली ऑफिसर के समक्ष की होती है। सिर्फ फर्क परीक्षा के स्तर का होता है। आईबीपीएस पो परीक्षा की कठिनाई का स्तर आरआरबी अधिकारी स्केल वन परीक्षा से थोड़ा अधिक होता है। हालांकि सिलेबस और एग्जाम पैटर्न समान होता है इसलिए सिलेबस को ध्यान में रखकर परीक्षा की तैयारी प्रारंभ करें।
परीक्षा के स्वरूप को समझे
इस परीक्षा में प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार होता है। प्रारंभिक परीक्षा में आपके तार्किक और मात्रात्मक योग्यता कौशल का परीक्षण जबकि मुख्य परीक्षा में तर्क और मात्रआत्मक योग्यता के साथ सामान्य जागरूकता, अंग्रेजी भाषा हिंदी भाषा और कंप्यूटर ज्ञान जैसे कौशलों का परीक्षण किया जाता है।
स्पीड और एक्यूरेसी पर दे और अधिक ध्यान
प्रारंभिक परीक्षा में सफल होना बैंक अधिकारी बनने का पहला चरण होता है रीजनिंग और क्वानटेटिव एप्टीट्यूड जैसे विषय की योजनाबद्ध तरीके से तैयारी करनी चाहिए। आप नियमित रूप से मॉक टेस्ट और पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करके अपनी स्पीड और एक्यूरेसी लेवल को बढ़ा सकते हैं। इससे ही आप प्रश्नों का निर्धारित समय में जवाब देकर सफलता पा सकते हैं।
महत्वपूर्ण टॉपिक पर करें फोकस
रीजनिंग विषय में कोडिंग और डिकोडिंग असमानता पहले न्याय वाक्य बैठने की व्यवस्था रक्त संबंध आदि टॉपिक महत्वपूर्ण है। वही क्वानटेटिव एप्टीट्यूड विषय इस परीक्षा का दूसरा महत्वपूर्ण भाग है। जिसमें आप सरलीकरण संख्या श्रृंखला द्वैध भारत समीकरण डाटा व्याख्या प्रतिशत लाभ और हानि आदि टॉपिक की तैयारी करके अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
स्टडी तकनीक से करें पढ़ाई
स्टडी तकनीक की मदद से कठिन विषयों को समझने में आसानी होती है। इसलिए आप किसी भी विषय या टॉपिक को अलग अंदाज में पढ़ना चाहते हैं तो ब्रोमो डोरा टेक्निक स्पीच रिपीटेशन मेथड माइंड मैपिंग जैसी स्टडी तकनीक की मदद लें। इसके अलावा फ्लेक्स कार्ड तकनीक का उपयोग महत्वपूर्ण सूत्रों को याद रखने के लिए कर सकते हैं।
पढ़ने की प्रक्रिया को आसान बनाने और रिवीजन करने के लिए खुद के नोट्स बनाएं और उनका लगातार समय निकालकर रिवीजन करते रहें। यदि आप इन बातों पर ध्यान रखेंगे तो निश्चित रूप से आप बैंकिंग की परीक्षा में सफल हो सकेंगें।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।