करियर में अड़चने तो आती ही हैं Publish Date : 01/07/2024
करियर में अड़चने तो आती ही हैं
डॉ0 आर. एस. सेंगर
करियर के पटरी से उतरने का विचार मन में आए तो घबराएं नहीं।
समय को पहचान ही मनुष्य के सीखने की सर्वात्तम कला मानी गई है।
करियर में आगे बढ़ना और भविष्य के लिए नई योजनाएं बनाना अक्सर चुनौती पूर्ण हो सकता है। पेशेवरों का यह सोचना स्वाभाविक है कि उनके करियर में वर्तमान और भविष्य की क्या संभावनाएं हैं और हो सकती हैं? ऐसी अनिश्चितताओं में आगे किस प्रकार बढ़ा जाए और वह अपने करियर की प्राथमिकताएं कैसे निर्धारित करें, यह बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। अतः जीवन में उत्कृष्टता को प्राप्त करने का उत्साह कभी भी नहीं छोड़ना चाहिए। अस्थिर माहौल में करियर के पटरी से उतरने का विचार कई लोगों के मन में आता है। ऐसे में कुछ युक्तियों को अपना कर आप न केवल अनिश्चितता का सामना करने में, बल्कि अपने करियर में महत्वपूर्ण बदलाव लाने में भी सक्षम हो सकते हैं।
हमेशा सजग रहे अपने करियर के लिए
अधिकांश लोग किसी संकट के बाद अपने भविष्य के बारे में पुनर्विचार करने की प्रतीक्षा करते हैं, जैसे कि नौकरी को देना या नौकरी करते समय तमाम तरह की कठिनाइयां आना आदि। ऐसे समय में डर के कारण लिया गया निर्णय शायद आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए जब सब कुछ ठीक चल रहा हो तो उस समय भी अपने करियर के बारे में सोचना एक अच्छा विकल्प होता है। साथ ही अनिश्चित के समय को अपने करियर विकल्पों को बेहतर बनाने के मौके के रूप में उपयोग करना चाहिए। इसलिए अपने करियर को लेकर सचेत रहे। इस तरह आप बदलाव के लिए तैयार रहेंगे और अपने लिए सबसे अच्छे विकल्प चुनने में सक्षम होंगे।
अपने लक्ष्य को पहचाने
आधुनिक समय में बदलते हुए कामकाजी माहौल में सफल होने के लिए विशेष रूप से एक पेशेवर के रूप में, आपको अपने मूल्यों, शक्तियों और उनके प्रभावों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, जिससे आप दूसरों को प्रभावित करना चाहते हैं। आपका उद्देश्य केवल अपने रिज्यूम की उपलब्धियां पर ही नहीं, बल्कि अपने लक्ष्य पर केंद्रित होना चाहिए। यह आपको अपने करियर में अनिश्चितता और बदलाव को अधिक प्रभावी ढंग से निर्देशित करने में मदद करेगा।
परिणामों पर ही नहीं प्रक्रिया पर भी ध्यान दें
आप सिर्फ परिणाम की बजाय उन गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करके विपरीत समय में भी संभावनाएं पैदा कर सकते हैं, जिन पर आपका नियंत्रण है। करियर में कुछ सकारात्मक और अच्छी आदतें बनाएं, जो आपके नेतृत्व लक्षण के साथ जुड़ी हो, जैसे नियमित रूप से नेटवर्किंग करना, रणनीतिक विचार प्रस्तुत करना और अपने सहकारियों का समर्थन करना आदि। यह आदत आपकी एक अलग पहचान बनाने में मदद करेगी।
अपने में सीखने की ललक को भी विकसित करना होगा-
काम की दुनिया हमेशा बदलती रहती है, इसलिए सीखने और परिस्थिति के अनुकूल बनने की कोशिश करते रहना चाहिए। जो लोग नई चीज़ को सीखने में अच्छे होते हैं, उनके करियर में सफल होने की संभावनाएं अधिक होती हैं। वह जिज्ञासु और खुले विचारों वाले होते हैं वह हमेशा इसमें सुधार के तरीके भी खोजते रहते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।