यूजीसी नेट परीक्षा जून 2024 में स्मार्ट वर्क से मिलेगी सफलता      Publish Date : 04/06/2024

        यूजीसी नेट परीक्षा जून 2024 में स्मार्ट वर्क से मिलेगी सफलता

                                                                                                                                                                               डॉ0 आर. एस. सेंगर

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के नए नियमों के अनुसार यूजीसी की ओर से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनडीए के जरिए 18 जून 2024 को नेट जेआरएफ परीक्षा आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में शामिल होकर आप विश्वविद्यालय और कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर रिसर्च फैलोशिप बनने के अलावा पीएचडी भी कर सकते हैं। नेट परीक्षा में अब केवल 15 दिन का ही समय ही बचा है। अतः इसके लिए एक सुनियोजित रणनीति, विभिन्न अध्ययन तकनीकी और स्मार्ट वर्क के साथ परीक्षा में सफलता पाई जा सकती है।

                                                                   

सही अध्ययन सामग्री का चयन करें

यूजीसी नेट परीक्षा में दो पेपर होते हैं। जिनमें पहला पेपर अभ्यर्थियों के शिक्षक और शोध योग्यता पर परीक्षण करता है, जबकि दूसरा पेपर विषय विशिष्ट होता है। परीक्षा में सफल होने के लिए अभ्यर्थियों को सबसे पहले सिलेबस के प्रारूप की समझना चाहिए। साथ ही टॉपर्स द्वारा बताए गए किताबें व ऑनलाइन सामग्री का अध्ययन करें और महत्वपूर्ण विषयों और टॉपिक के खुद से ही शॉर्ट नोट्स बनाए।

पेपर वन के महत्वपूर्ण टॉपिक

परीक्षा में सफल होने के लिए सबसे पहले उन विषयों की तैयारी करें जो परीक्षा दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण होते है। रीजनिंग और गणित में कोडिंग और डिकोडिंग, दूरी एवं दिशा, औसत, प्रतिशत, अनुपात, ब्याज और संख्या श्रृंखला आदि पर ज्यादा फोकस करें।

                                                             

शिक्षण योग्यता से शिक्षक के तरीके व प्रकृति शिक्षार्थियों की विशेषताएं, मूल्यांकन तंत्र को बार-बार दोहराएं और डाटा व्याख्या में तालिका बार ग्राफ और पाई चार्ट से संबंधित प्रश्न अति महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण से संबंधित सरकारी योजनाओं के लिए करंट अफेयर्स से अपडेट रहना चाहिए।

दूसरे पेपर की तैयारी कैसे करें

यूजीसी में पेपर दो के लिए स्नातकोत्तर स्तर के कुल 83 विषय निर्धारित किए हैं, जिनमें से अभ्यर्थी किसी भी एक विषय का चयन कर सकते हैं। इसकी तैयारी के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को अवश्य हल करें। इसके अतिरिक्त महत्वपूर्ण को याद रखने के लिए विभिन्न प्रकार की मेमोरी टेक्निक्स की भी मदद लेते रहें।

समय प्रबंधन है बहुत जरूरी

                                                                     

एक बेहतर समय सारणी से आपको अपना लक्ष्य को प्राप्त करने में ज्यादा आसानी होगी। अतः इसके लिए अभ्यर्थियों को दोनों ही पेपर की तैयारी एवं रिवीजन के लिए एक रणनीतिक समय प्रबंधन पर जोर देना चाहिए। परीक्षा की तैयारी के लिए एक अध्ययन योजना बनाएं और उसमें प्रत्येक विषय एवं टॉपिक के लिए अलग-अलग समय विभाजित करें।

कुछ भी नया पढ़ने से बचे

मॉक टेस्ट आपकी तैयारी के स्तर का मूल्यांकन करने व आपके आत्मविश्वास को बढ़ाने का एक प्रभारी तरीका होता है। इसके अतिरिक्त परीक्षा में एक सप्ताह पहले सभी विषयों का रिवीजन करने के लिए एक प्रभावी योजना बनाएं और कुछ भी नया पढ़ने से बचें। कोशिश करें कि जो कुछ आपने पहले से ही पढ़ रखा है उसका अधिक से अधिक रिवीजन करे।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।