
मशरूम उत्पादन की संपूर्ण जानकारी Publish Date : 24/02/2025
मशरूम उत्पादन की संपूर्ण जानकारी
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी
मशरूम यानी कुकुरमुत्ता एक पोषक तत्वों से भरपूर सब्जी है, जिसकी खेती से किसान अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसे कम जगह, कम लागत और कम समय में उगाया जा सकता है।
1. मशरूम की प्रमुख किस्में
मशरूम की कई किस्में होती हैं, लेकिन सब्जी के रूप में उपयोग होने वाली मुख्य किस्में ये हैं:
1. बटन मशरूम (White Button Mushroom) – सब्जी के रूप में यह सबसे ज्यादा उगाई जाती है।
2. ढिंगरी मशरूम (Oyster Mushroom) – इसे कम तापमान और कम लागत में उगाया जा सकता है।
3. मिल्की मशरूम (Milky Mushroom) – गर्मी में उगने वाली सफेद रंग की मशरूम।
4. पैडी स्ट्रॉ मशरूम (Paddy Straw Mushroom) – इसे धान की पुआल (पराली) पर उगाया जाता है।
2. मशरूम उत्पादन के लिए आवश्यक चीजें
मशरूम की खेती के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। इसे उगाने के लिए निम्नलिखित चीजों की जरूरत होती है:
स्थान: अंधेरी, नमीयुक्त और हवादार जगह (कमरे, ग्रीनहाउस, शेड)।
तापमान: 18-25°C (बटन मशरूम), 25-30°C (ढिंगरी और मिल्की मशरूम)।
नमी: 70-80% आवश्यक होती है।
सामग्री: भूसा (गेहूं या धान का), गत्ते, गुड़, यूरिया, जिप्सम और बीज (स्पॉन)।
बर्तनों का उपयोग: प्लास्टिक बैग, ट्रे या लकड़ी के बक्से।
3. मशरूम उत्पादन की विधि
(A) कम्पोस्ट तैयार करना (बटन मशरूम के लिए)
1. गेहूं का भूसा या धान की पुआल लें और इसे 4-5 दिनों तक पानी में गीला करें।
2. इसमें यूरिया, जिप्सम और मुट्ठीभर गुड़ मिलाएं।
3. 20-25 दिनों तक इसे ढककर रखें और हर 4-5 दिन में पलटते रहें।
4. जब कम्पोस्ट काली भूरी और गंध रहित हो जाए, तब यह तैयार है।
(B) बीज बोना (स्पॉनिंग)
1. तैयार कम्पोस्ट को लकड़ी के बक्सों, ट्रे या प्लास्टिक बैग में भरें।
2. उसमें मशरूम के बीज (स्पॉन) को अच्छी तरह मिलाएं।
3. इसको 18-25°C तापमान पर 15-20 दिन के लिए छोड़ दें।
4. जब सफेद जाल जैसा माइसीलियम दिखने लगे, तो ऊपर से पकी हुई मिट्टी (केसिंग) डालें।
(C) देखभाल और सिंचाई
1. नमी बनाए रखने के लिए दिन में 2-3 बार हल्का पानी छिड़कें।
2. सीधी धूप से बचाएं और हल्की रोशनी रखें।
3. हवा का हल्का संचार आवश्यक है।
4. 30 से 35 दिन में मशरूम उगने लगते हैं।
4. कटाई और बिक्री
- जब मशरूम पूरी तरह विकसित हो जाए, तो उसे हल्के हाथों से तोड़ लें।
- मशरूम को तुरंत बाजार में भेजें या उसे सुखाकर स्टोर करें।
- ताजा मशरूम ₹100-₹300 प्रति किलो बिकता है, जबकि सुखा मशरूम ₹800-₹1500 प्रति किलो में बिक सकता है।
5. मशरूम उत्पादन से मुनाफा
- अगर 1 कमरे (10x10 फीट) में 100 किलो मशरूम उगाया जाए, तो लगभग ₹20,000 - ₹30,000 की कमाई हो सकती है।
- यदि कोई किसान 1 एकड़ में व्यावसायिक रूप से मशरूम की खेती करता है, तो सालाना ₹5-10 लाख तक की आय हो सकती है।
6. मशरूम उत्पादन के लाभ
- कम लागत, अधिक मुनाफा।
- कम जगह में भी उत्पादन संभव।
- बेरोजगार युवा और छोटे किसान भी कर सकते हैं।
- स्वास्थ्यवर्धक और बाजार में अच्छी मांग।
7. मशरूम उत्पादन में सावधानियाँ
- नमी और तापमान सही रखें, ज्यादा सूखने या ज्यादा गीला होने से फसल खराब हो सकती है।
- फफूंद और कीटों से बचाव के लिए उचित सफाई रखें।
- गुणवत्ता वाले स्पॉन (बीज) ही खरीदें, नहीं तो उत्पादन खराब हो सकता है।
निष्कर्ष
मशरूम की खेती कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाली खेती है। इसे कोई भी छोटे स्तर पर या बड़े व्यावसायिक स्तर पर शुरू कर सकता है। अगर सही तकनीक और देखभाल से उत्पादन किया जाए, तो किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं।
क्या आप मशरूम की खेती शुरू करने की योजना बना रहे हैं? यदि हां, तो किस तरह की मशरूम उगाने में रुचि है?
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।