सहफसली खेती के आयाम Publish Date : 29/11/2024
सहफसली खेती के आयाम
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी
किसान यदि आलू के साथ मक्का की खेती करें उन्हें कम समय में होगा डबल मुनाफा
किसान अपने खेत में मिश्रित यानी सहफसली खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। किसान मिश्रित यानी सहफसली खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इस विधि से एक साथ दो फसलों की खेती होती है। यह ऐसी खेती पद्वति है, जिसमें किसानों को दोगुनी आय हो सकती है।
ऐसे करें मिश्रित खेती
दो या दो से अधिक फसलों को एक ही खेत में और एक ही मौसम में उगाया जाता है तो उसे अंतर्वती या मिश्रित खेती कहते हैं। इससे खरपतवार की समस्या का निवारण भी आसानी से हो जाता है।
कृषि वैज्ञानिकों की मानें तो इस प्रकार की खेती में जो खर्च होता है, उसके मुकाबले बहुत अधिक आमदनी होती है। एक ही खेत में 3-4 क्विंटल तक आलू की पैदावार होती है। इसी तरह से गेहूँ का भी अच्छा उत्पादन प्राप्त होता है।
आलू के साथ मक्का की इंटरक्रॉपिंग भी की जा सकती है। इस प्रकार की खेती में आलू की खुदाई पहले हो जाती है, जबकि मक्का की कटाई बाद में होती है। इस खेती में एक ही खर्च में दोहरा मुनाफा किसान को होता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।