
सामान्य ज्ञान Publish Date : 15/11/2024
सामान्य ज्ञान
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
- भारत के केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने हाल ही में कहा कि भारत श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट से युरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रोबा-3 मिशन को लाँच करेगा।
- प्रोबा-3 मिशन, इसरो के पीएसएलबी-एक्सएल पर लाँच किए गए दो उपग्रहों को एक उच्च अंड़ाकार कक्षा में तैनात करेगा, जो कि पृथ्वी से 60,000 किमी दूर स्थित होगा।
- प्रोबा-3 के यह जुड़वां उपग्रह बिना किसी रूकावट के सूर्य ग्रह के कोरोना का अवलोकन कर सकेंगे।
- उक्त मिशन को इस उच्च ऊँचाई वाली कक्षा की आवश्यकता है जिससे कि यह उपग्रह इस अत्याधिक ऊँचाई पर लगभग छह घंटे तक की उड़ान भर सके। इतनी अधिक ऊँचाई पर पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण बल का प्रभाव अतिक्षीण हो जाता है और ऐसे में प्रणेक्षक (ईंधन) की खपत भी कम हो जाती है, जिससे सटीक एवं प्रमाणिक जानकारियां प्राप्त होती हैं।
वर्ष 2001 में प्रोबा-1 मिशन के बाद ईएसए का प्रोबा-3 भारत से लाँच किया जाने वाला पहला मिशन होगा, जो कि अंतरिक्ष सहयोग को बढ़ावा देने पर केन्द्रित है।
मिशन कुल सौर की माप भी करेगा और सूर्य के ऊर्जा उत्पादन में होने वाले उस परिवर्तन पर भी नजर बनाए रखेगा, जो पृथ्वी की जलवायु को प्रभावित कर सकता है।
करंट अफेयर्स
1. वियतनाम और भारत दिपक्षीय सेना अभ्यास वर्ष 2024, आयोजित किया गया था-
(A) अंबाला, हरियाणा (B) वाराणसी, उत्तर प्रदेश
(C) जैसलमेर, राजस्थान (D) भोपाल, मध्य प्रदेश
उत्तर- A
2. वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट-2024 की मेजबानी करने वाला शहर-
(A) लंदन (B) पेरिस
(C) नई दिल्ली (D) दुबई
उत्तर- D
3. वर्ष 2026 तक अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन का अध्यक्ष देश-
(A) ऑस्ट्रेलिया (B) ब्राजील
(C) भारत (D) फ्रांस
उत्तर- B
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।