नकली एवं मिलावटी उर्वरकों की पहचान      Publish Date : 03/06/2025

            नकली एवं मिलावटी उर्वरकों की पहचान

                                                                            प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 शालिनी गुप्ता

यूरिया - पहचान विधि

सफेद चमकदार, लगभग समान आकार के गोल दाने। पानी में पूर्णतया घुलशील तथा घोल छूने पर शीतल अनुभूति। गर्म तवे पर रखने से पिघल जाता है और आंच तेज करने पर कोई अवशेष नहीं बचता।

2.  डी०ए०पी० - पहचान विधि

सख्त, दानेदार, भूरा काला, बादामी, रंग जो नाखूनों से आसानी से नहीं छूटता। डी०ए०पी० के कुछ दानों को लेकर तम्बाकू की तरह उसमें चूना मिलाकर मलने पर तीक्ष्ण गंध निकलती है, जिसे सूंघना प्रायः असहनीय होता है। तवे पर धीमी आंच पर गर्म करने पर इसके दाने फूल जाते हैं।

सुपर फोस्फेट - पहचान विधि

यह सख्त दानेदार, भूरा काला बादामी रंगों से युक्त तथा नाखूनों से आसानी से नहीं छूटने वाला उर्वरक है। यह चूर्ण के रूप में भी उपलब्ध होता है। इस दानेदार उर्वरक की मिलावट बहुधा डी० ए०पी० व एन०पी०के० मिक्चर उर्वरकों के साथ की जाने की सम्भावना बनी रहती है।

परीक्षण

इस दानेदार उर्वरक को यदि गरम किया जाये तो इसके दाने फूलते नहीं हैं जबकि डी०ए०पी० व अन्य कम्प्लेक्स के दाने फूल जाते हैं। इस प्रकार इसकी मिलावट की पहचान आसानी से कर सकते हैं।

जिंक सल्फेट - पहचान विधि

जिंक सल्फेट में मैंग्नीशियम सल्फेट प्रमुख मिलावटी रसायन है। भौतिक रूप से समानता के कारण नकली असली की पहचान थोड़ी कठिन होती है। डी०ए०पी० के घोल में जिंक सल्फेट के घोल को मिलाने पर थक्केदार घना अवक्षेप बन जाता है। मैंग सल्फेट के साथ ऐसा नहीं होता। जिंक सल्फेट के घोल में पतला कास्टिक का घोल मिलाने पर सफेद, मटमैला मांड़ जैसा अवक्षेप बनता है, जिसमें गाढ़ा कास्टिक का घोल मिलाने पर अवक्षेप पूर्णतयॉ घुल जाता है। यदि जिंक सल्फेट की जगह पर मैंग्नीशियम सल्फेट है तो अवक्षेप नहीं घुलेगा।

पोटाश खाद - पहचान विधि

सफेद कणाकार, पिसे नमक तथा लाल मिर्च जैसा मिश्रण। यह कण नम करने पर आपस में चिपकते नहीं। पानी में घोलने पर खाद का लाल भाग पानी में ऊपर तैरता है।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।