स्टार्टअप की सफलता के लिए झूठे वायदे करने से बचें      Publish Date : 27/05/2025

    स्टार्टअप की सफलता के लिए झूठे वायदे करने से बचें

                                                                                                                                  प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु

किसी भी स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए चीजों को बढ़ा-चढ़ा कर पेश करने के स्थान पर अपने ग्राहकों को वास्तविकता से अवगत कराना अधिक श्रेयकर होता है।

वर्तमान समय में हर कोई अपना स्टार्टअप आरम्भ करना चाहता है, फिर चाहे वह कोई छात्र हो या फिर पेशेवर। इसमें कोई भी सन्देह नहीं हैं कि एक सफल आंत्रप्रेन्योरशिप में उद्योग एवं समाज को बदलने की क्षमता निहीत होती है। हालांकि, ऐसे में एक भी गलत कदम आंत्रप्रेन्योर और उनके बिजनेस के लिए कठिनाईयां भी पैदा कर सकता है।

असल में होता यह है कि कोई भी उद्यमी अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए बड़े-बड़े और आकर्षक वायदे तो कर लेते हैं, परन्तु वह उन्हें पूरा नहीं कर पाते हैं। ऐसे में वह लोगों प्रेरित करने और झूठ बोलने के बीच की एक महीन रेखा पर चलते हैं।

इसी प्रयास के चलते उनके धोखे के जाल में फंसने की सम्भावनाएं बनी रहती है। इससे बचने के लिए उन्हें कुछ बुनियादी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए-

प्राप्त करने योग्य लक्ष्य

                                                

यदि आप एक उद्यमी हैं और आप नहीं चाहते कि आपके ग्राहक और बाजार में आपके प्रतिद्वंदी आपको एक धोखेबाज अथवा झूठे वायदे करने वाला व्यक्ति समझें, तो इसके लिए सबसे पहले आप अपने लिए एक व्यवहारिक लक्ष्य का निर्धारण करें। साथ ही हितधारकों को जोखिमों और व्यवहारिकताओं से भी निश्चित रूप से अबगत कराएं। इसके अलावा चुनौतियों को कम स्तर पर आंकने की गलती भी न करें।

इसके लिए यदि आप चाहें तो फेल फॉस्ट तकनीक को भी अपना सकते हैं। यह एक ऐसी तबनीक है, जिसके अंतर्गत असफल होने की सम्भावनाओं पर गहनता से विचार किया जाता है। आप तकनीक के माध्यम से आशाजनक विकल्पों की सही पहचान कर अपने लिए बेहतर विकल्पों का चुनाव आसानी से कर सकते हैं।

प्रोटोटाइप तकनीक भी कारगर

अपने बिजनेस में प्रोटोटाइप तकनीक का उपोग कर आप अपने उत्पाद अथवा प्रणाली का पहला नमूना या मॉडल पेश कर सकते हैं। यह एक प्रारम्भिक संस्करण है, जिसके अंतर्गत किसी अवधारणा या प्रक्रिया का परीक्षण करने, फीडबैक प्राप्त करने और अपने उत्पाद को बेहतर करने के लिए उपयोग में लाया जाता है। साथ ही इस तकनीक के माध्यम से आप भविष्य से जुड़ी विभिन्न बेहतर योजनाओं को भी बना सकते हैं।

जागरूकता को भी बनाएं रखें

उद्यमशीलता के प्रयासों से जुड़ी अनिश्चितताओं के प्रति जागरूक बने रहना भी अपने आप में काफी महत्वपूर्ण होता है। जब कोई उद्यमी गोपीयता के सम्बन्ध में अनुचित दावे करता है और साथ ही प्रमुख पहलुओं के बारे में कोई ठोस डाटा पेश नहीं कर पाते हैं तो ऐसे में उनपर सन्देह होना भी अवश्यम्भावी है। धोखे पर नजर बनाए रखना उस समय और भी अधिक जरूरी हो जाता है, जब जब उसके सम्बन्ध में किसी बात को बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया जाता है।

अति-उत्साही होने से बचें

                                                

अति महत्वकांक्षा की उद्यमशीलता को ओवरहाल करने की आवश्यकता होती है। ओवरहाल से अर्थ है कि किसी भी चीज को पूरी तरह से जांचना, उसकी रिपेयर करना या फिर किसी सिस्टम या प्रक्रिया को पूरी तरह से बदलना और उसमें आवश्यक सुधार करना।

इस दौरान एक बेहतर उद्यमशीलता संस्कृति का निर्माण करना हर किसी का काम है। इसके लिए उद्यमी, निवेशक, व्यापार के भागीदार और कर्मचारी आदि सभी लोगों को सतर्क रहना चाहिए, उचित परिश्रम करना चाहिए और आरम्भिक चरणों में अति उत्साही होने से यथासम्भव बचना चाहिए।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।