
जल्द खराब होने वाले उत्पादों के भंडारण के लिए पूसा फार्म सौर फ्रिज Publish Date : 25/02/2025
जल्द खराब होने वाले उत्पादों के भंडारण के लिए पूसा फार्म सौर फ्रिज
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृशानु
जल्द खराब होने वाले कृषि उत्पादों को बचाने के लिए पूसा संस्थान, नई दिल्ली के द्वारा पूसा फार्म सौर फ्रिज का विकास किया गया है, जिसमें देश के 90 मिलियन लघु कृषि जोत वाले किसानों को लाभ पहुंचाने की क्षमता है। इसे किसानों के द्वारा स्थानीय रूप से उपलब्ध सामग्री का उपयोग करके स्वय ही बनाया जा सकता है और इसमें वस्तुओं को ठंडा करने के लिए किसी प्रकार की बिजली आपूर्ति अथवा बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है।
इसका आकार 3 × 3 × 3 मीटर है और दो टन की क्षमता के लिए प्रत्येक 415 वॉट वाले कुल 12 सौर पैनल का उपयोग किया जाता है। ये क्रमबद्व समानांतर सर्किट में होते हैं, ताकि 1.5 टन की क्षमता वाले रेफ्रीजरेशन को पॉवर पहुंचाई जा सके।
पूसा एफएसएफ की इनोवेटिव डिजाइन विशेषताओं में शामिल हैं: रात्रि के समय ठंड़ा करने के लिए जल बैटरी और एक सोलर सेन्सिंग प्रणाली जो कि उपलब्ध सौर प्रकाश के साथ रेफ्रीजरेशन प्रणाली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा कर सकती है। इसकी जाली और कम लागत वाले स्टायरोफोम पैनल इंसुलेशन के साथ नमीयुक्त फैब्रिक दीवारें वाष्पन शीतलन तथा सोलर रेफ्रीजरेशन के सम्मिलित प्रभावों के माध्यम से संरचना को ठंड़ा बनाये रखती हैं।
पूसा एफएसएफ द्वारा दिन के समय -4 - 6 डिग्री सेल्सियस तक कम तापमान को और रात्रि के समय 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे तापमान को हासिल किया जा सका, जबकि दैनिक परिवेशी अधिकतम तापमान लगभग 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
यह सुविधा लघु किसानों को बिना किसी बिजली कनेक्शन के शीत भंडारण तक सस्ती पहुंच उपलब्ध करवाती है और अपने उत्पादों का बेहतर मूल्य हासिल करने हेतु फसलों की बिक्री करने के संबंध में किसानों को फायदा मिलता है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।