समय को पहचाना ही सफलता का मूल मंत्र      Publish Date : 12/02/2025

समय को पहचाना ही सफलता का मूल मंत्र

प्रोफेसर आर. एस.सेंगर

“एकाग्रता के साथ छोटे-छोटे ब्रेक लेकर पढ़ाई और रिवीजन करते रहें”

                                                            

अब छात्र-छात्राओं की बोर्ड परीक्षाएं काफी नजदीक है जिस कारण अच्छे अंकों के साथ सफल होने का तनाव छात्रों में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। तनाव होने के कारण छात्रों के लिए पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर पाना काफी कठिन होता है, जिस कारण से परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने की क्षमता प्रभावित होती है। हालांकि, परीक्षा में छात्रों के लिए भावनात्मक परिवर्तन का मुख्य कारण बढ़ती प्रतिस्पर्धा और कम आत्मविश्वास होता है। लेकिन सही रणनीति अपना कर बोर्ड परीक्षा के दौरान होने वाले तनाव को काफी हद तक काम किया जा सकता है।

क्यों होता है तनाव

क्या आप इसलिए तनाव में रहते हैं कि आपने अभी तक रिवीजन शुरू नहीं किया है या अभी तक उन महत्वपूर्ण पाठों को नहीं पढ़ा जो कि परीक्षा के दृष्टिकोण से बेहद आवश्यक है। अपने तनाव के कारण को जानने के लिए सबसे पहले अपना आत्म परीक्षण करें। इसके पश्चात परीक्षा में सफल होने के लिए सही योजना और टाइम टेबल बनाएं फिर सही ढंग से इसका पालन करें। क्योंकि जब भी आप परीक्षा के दौरान बनाई गई योजना का क्रियान्वयन करते हैं तो व्यवस्थित दिनचर्या आपके तनाव को दूर करने में काफी हद तक मददगार साबित हो सकती है।

                                                           

खुद को पहचाने और रिवीजन करें

बोर्ड परीक्षा की तैयारी को बेहतर बनाने एवं खुद को रखने के लिए मॉक टेस्ट सबसे कारगर तकनीक साबित होती है। आप नियमित रूप से मॉक टेस्ट देकर परीक्षा में सफल होने की संभावना को शत प्रतिशत बढ़ा सकते हैं। आप पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के माध्यम से घर में ही परीक्षा हल करने का माहौल बनाकर प्रश्न पत्र हल कर सकते हैं।

अपने पसंद के कार्यों को भी करते रहें

परीक्षा की तैयारी और उसके दौरान आपको एकाग्र होकर पढ़ना है। समय को पहचानना भी आपके लिए एक सफलता का मूल मंत्र है, इसलिए किसी भी विषय को आप 45 मिनट तक पढ़ने के लिए 5 से 10 मिनट का ब्रेक ले सकते हैं। ब्रेक के दौरान स्क्रीन टाइम, मोबाइल और टीवी को छोड़कर अपना कोई भी पसंद वाला कार्य कर सकते हैं। आप चाहे तो बगीचे में टहलकर या संगीत सुनकर उसका आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा आप ध्यान एवं नियंत्रित रूप से योग का अभ्यास करके भी तनाव के स्तर को कम कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे कि आप अपने मोबाइल और टीवी से दूरी बनाकर रखें।

पर्याप्त नींद भी लेते रहें

प्रायः देखा गया है की परीक्षा के दिनों में छात्र-छात्राओं को नींद बहुत आती है और नींद आने के कारण वह अपनी तैयारी इतनी अच्छी नहीं कर पाते हैं। आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि अधिक देर तक नींद लेना भी आपके लिए खतरनाक हो सकता है, तो कम नींद भी आपके लिए परेशानी का कारण बन सकती है। इसलिए नींद पूरी न होने के कारण भी छात्रों की एकाग्रता पर इसका नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। रात में 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद आपको ऊर्जा प्रदान करती है और आप पूरे दिन ऊर्जावान होकर पढ़ाई कर सकते है।ं अतः रात के समय आप पर्याप्त नींद अवश्य लें, जिससे पूरे दिन आप अपनी पढ़ाई को आसानी से समय दे सके और परीक्षा की तैयारी अच्छी तरह से कर सकें।

अपने विचारों को डायरी में लिखें

परीक्षा से पहले या परीक्षा के दौरान यदि आप अपने आपको आशा रहित या अकेला महसूस कर रहे हैं, तो अपने शिक्षकों और परजनों से अपनी समस्या जरूर साझा करे। जरूरत पड़ने पर किसी प्रोफेशनल की भी मदद ले सकते हैं। आप चाहे तो अपनी डायरी में अपनी चिताओं शंकाओं को लिखकर परीक्षा के तनाव को कम कर सकते हैं।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।