गेहूं का नैनो पार्टिकल      Publish Date : 06/01/2025

                                    गेहूं का नैनो पार्टिकल

                                                                                                                                                  प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

आईआईटी कानपुर, और इंक्यूबेटेड कंपनी एलसीबी के द्वारा गेहूं का नैनो कोटेड पार्टिकल सीड तैयार कर लिया गया है। इस बीज की बुवाई करने के बाद 35 दिन तक सिंचाई करने की आवश्यकता नही होगी। इसके साथ यह फसल भीषण गर्मी में भी खराब नही होगी। एलसीबी कंपनी के द्वारा अभी यह प्रयोग गेहूं के बीज पर ही किया गया है जो कि सफल भी रहा है।

                                                    

प्रदेश के 35 जिलों में इसी बीज के माध्यम से गेहूं की बुवाई की गई है। गेहूं के इस बीज में नैनो पार्टिकल और सुपर एब्जार्बेट पॉलीमर की कोटिंग की गई है। कंपनी के इंक्यूबेटर ने बताया कि गेहूं के बीज पर जिस पॉलीमर की कोटिंग की गई है, वह 268 गुना अधिक पानी सोख लेता है और लगभग 35 दिन तक इसे सोखे ही रखता है और इसाके बाद वह इसे धीरे-धीरे छोड़ता रहता है। इसके अतिरिक्त जीवित जीवाणुओ का संयोजन भी दिया जाता है। इसकी सहायता से यह खाद बनाता है और इसको बार-बार खाद देने की आवश्यकता नही होती है। इस खाद में जैविक नैनो पार्टिकल का प्रयोग किया गया है, जो इस बैक्टीरिया को 78 डिग्री के तापमान पर भी जीवित रखने में सक्षम होता है।

                                                                      

इस बीज का प्रयोग करने से 15 फीसदी उत्पादन में बढ़ोत्तरी, सिंचाई में 33 प्रतिशत और लगात में 48 प्रतिशत तक की कमी आती है। सामान्य गेहूं की फसल 120 से 150 दिनों में पककर तैयार होती है और इसे 3 से 4 सिंचाई देने की आवश्यकता होती है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।