मृदा में उपलब्ध बैक्टीरिया और उनसे प्राप्त लाभ Publish Date : 16/12/2024
मृदा में उपलब्ध बैक्टीरिया और उनसे प्राप्त लाभ
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर
मिट्टी में कई प्रकार के बैक्टीरिया उपलब्ध पाए जाते हैं, जो मिट्टी की उर्वरता और पौधों की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख प्रकार के बैक्टीरिया का विवरण इस प्रकार से हैं:-
1. राइजोबियम (Rhizobium): यह बैक्टीरिया मिट्टी में वायुमंडलीय नाइट्रोजन को पौधों के उपयोग में आने के योग्य रूप में बदल देता है, जिससे पौधों को नाइट्रोजन प्राप्त होती है।
2. ऐज़ोटोबैक्टर (Azotobacter): यह बैक्टीरिया भी मृदा में नाइट्रोजन के स्थिरीकरण में ही सहायता करता है और पौधों के विकास को बढ़ावा देने वाले हार्मोन्स का उत्पादन करता है।
3. पीएसबी (PSB) या फॉस्फेट सॉल्यूबिलाइजिंग बैक्टीरियाः यह बैक्टीरिया मिट्टी में मौजूद अनघुलनशील फॉस्फोरस को पौधों के लिए उपलब्ध बनाने का कार्य करता है, जिससे पौधों की वृद्धि में पर्याप्त सुधार होता है।
4. ट्राइकोडर्मा (Trichoderma): यह बैक्टीरिया पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता करता है और मिट्टी की गुणवत्ता में भी अपेक्षित सुधार करता है।
5. बैसिलस (Bacillus): यह बैक्टीरिया पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और उन्हें पोषण प्रदान करने में सुधार करने में सहायता करता है।
इन बैक्टीरिया को मिट्टी में डालने से पौधों की वृद्धि में सुधार होता है, मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, और पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी अपेक्षित वृद्धि होती है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।