गाय या फिर भैंस, किसका दूध है सबसे बेस्ट      Publish Date : 09/11/2024

                 गाय या फिर भैंस, किसका दूध है सबसे बेस्ट

Cow vs Buffalo Milk: गाय या फिर भैंस, किसका दूध है आपकी सेहत के लिए सबसे बेस्ट?

क्या आप भी अक्सर यह सोचते हैं कि गाय का दूध पीना ज्यादा बेहतर होता है या फिर भैंस का? अगर इसका उत्तर हां है तो ऐसा सोचने वाले आप अकेले नहीं हैं! दरअसल यह सवाल कई लोगों के मन में होता है। इसलिए आज हम जानते हैं कि इन दोनों दूध में क्या अंतर है और कौन-सा दूध आपके लिए बेहतर साबित हो सकता है।

दूध के सम्बन्ध में कुछ तथ्यः

                                                                

कई लोग ऐसे होते हैं जो गाय के दूध को सबसे अच्छा मानते हैं।

तो वहीं कई लोग भैंस का दूध पीना ज्यादा पसंद करते हैं।

हालांकि सेहत के हिसाब से देखा जाए तो से ज्यादातर लोग इन दोनों के मामले में कन्फ्यूज ही रहते हैं।

दूध हमारी डेली डाइट का एक आवश्यक हिस्सा होता है। यह पोषक तत्वों से भरपूर (Nutrition in Milk) होने के कारण यह बच्चों और बड़ों सभी के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। दूध में मौजूद कैल्शियम और विटामिन डी हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हालांकि, लोग अक्सर इस बारे में उलझन में रहते हैं कि गाय का दूध बेहतर है या फिर भैंस का।

अगर आप भी इन दोनों में से किसी एक को चुनने की सोच रहे हैं, तो इस आर्टिकल आपके लिए पर्याप्त जानकारी प्रदान की जा रही है। जी हां, यहां हम आपको बेहद आसान भाषा में समझाने जा रहे हैं कि इन दोनों तरह के दूध में क्या-कुछ अंतर है और कौन सा दूध आपके लिए अधिक लाभकारी हो सकता है।

गाय के दूध पीने के हैं अपने फायदे हैं इससे विटामिन डी की भी कमी होती है पूरी

                                                         

भारत के लगभग सभी घरों में सुबह नाश्ते में और रात को सोने से पहले एक गिलास दूध जरूर पिया जाता है। खासकर बच्चों को जरूर दूध पिलाया जाता है। गाय का दूध दिमाग और हड्डी के विकास में बेहद अहम भूमिका निभाता है। गाय के दूध में विटामिन-डी पाया जाता है।

गाय का दूध आपको बदहजमी से बचाता है। गाय के दूध में विटामिन बी-12 पाया जाता है। गाय के दूध में 80 प्रतिशत प्रोटीन कैसिइन पाया जाता है जो पूरे शरीर में कैल्शियम और फॉस्फेट को पहुंचाता है और पाचन क्रिया में मदद करता है।

गाय दूध कैंसर के खतरें को भी कम कर सकता है। दूध में विटामिन-डी उच्च मात्रा में पाया जाता है। एक रिसर्च की मानें तो दूध और डेयरी उत्पात का सेवन कोलोरेक्टल कैंसर, ब्लैडर कैंसर, गैस्ट्रिक कैंसर और स्तन कैंसर आदि से बचाता है।

गाय के दूध में विटामिन-ए होता है। विटामिन-ए आंखों की रोशनी को सुधारने में मदद करता है। विटामिन-ए की कमी से आपको रतौंधी, आंखों के सफेद हिस्से में धब्बे जैसी आखों से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती है। .

गाय का दूध पीने से इस्केमिक स्ट्रोक के जोखिम को कम हो सकता है। इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैटी एसीड के उच्च प्लाज्मा स्तर भी हृदय रोग के जोखिम को करने में मदद करता है। .

भैंस के दूध में प्रति कप 412 मिलीग्राम कैल्शियम होता है। कैल्शियम उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) के जोखिम को कम करता है। रक्त वाहिकाओं को लचीला बनाए रखकर, जिससे रक्त का सुचारू प्रवाह बना रहे। भैंस का दूध पोटेशियम से भरपूर होता है (प्रति कप दूध में 434 मिलीग्राम), जो रक्तचाप को कम करने में प्रमुख भूमिका निभाता है।

                                                                

गाय के दूध की तुलना में भैंस के दूध को हमेशा से ही कम सेहतमंद बताया जाता है। ज्यादातर लोगों को यही लगता है गाय का दूध फायदेमंद होता है और भैंस का दूध नुकसानदेह, जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। भैंस के दूध के कुछ अपने ही खास लाभ होते हैं। जी हां, खास बात ये है कि इसमें कुछ ऐसे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो कि आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने से लेकर हड्डियों, दांतों और त्वचा की कई समस्याओं से बचाते हैं।

जैसे कि प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, विटामिन ए और विटामिन सी। इसके अलावा इसमें कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो कि शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं और इसके गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।

प्रोटीन से भरपूर है भैंस का दूध

भैंस के दूध में प्रोटीन की एक अच्छी मात्रा पाई जाती है। ये प्रोटीन सबसे पहले तो आपकी मांसपेशियों को बढ़ाने और इनके विकास में मदद करते हैं। अगर आप सुबह के समय भैंस का दूध पीते हैं तो ये आपको लंबे समय के लिए पेट भरा हुआ महसूस कराता है। ऐसा इसलिए कि प्रोटीन पचने में सबसे अधिक समय लेता है जो आपके शरीर को लंबे समय के लिए मेटाबोलिक प्रोसेस में डाल देता है।

साथ ही ये प्रोटीन खराब मांसपेशियों की रिकवरी में भी मदद करते हैं और इन्हें लंबे समय तक स्वस्थ रखते हैं। इसके अलावा, हमारी बॉडी एक बड़ी मात्रा में प्रोटीन का उपयोग विभिन्न एंजाइमों और हार्माेन को संतुलित रखने के लिए करती है।

वजन बढ़ाने में सहायक

वजन बढ़ाने की चाह रखने वाले लोगों के लिए भैंस का दूध बहुत फायदेमंद है। ऐसा इसलिए कि इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये तेजी से आपके शरीर की एनर्जी भी बढ़ाता है। साथ ही भैंस के दूध में फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और यह दुबले पतले लोगों को तेजी से मोटा होने में मदद करता है।

दिल को स्वस्थ रखता है

दिल को स्वस्थ रखने के लिए भैंस का दूध लाभदायक है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें कोलेस्टॉल की मात्रा बहुत कम होती है, जो कि लंबे समय तक आपके ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें कैल्शियम होता है जो कि ब्लड वेसेल्स को चौड़ा रखने और इसमें लोचपन लाने में मदद करता है। इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रखता है और हाई ब्लड प्रेशर का जोखिम कम हो जाता है।

साथ ही जो लोग हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं उनके लिए भी भैंस का दूध पीना फायदेमंद है। इसमें पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो एक संतुलित ब्लड प्रेशर के लिए बेहद जरूरी है। दरअसल, पोटेशियम एक वैसोडिलेटर के रूप में कार्य करता है जो ब्लड वेसेल्स और धमनियों को चौड़ा करता है और ब्लड सर्कुलेशन को आसान बनाता है। इस तरह हम दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं।

हड्डियों को मजबूत बनाता है

                                                                 

भैंस का दूध में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों के विकास के लिए बहुत जरूरी मिनरल है। साथ ही इसमें कुछ खास पेप्टाइड्स भी होते हैं जो कि हड्डियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों से बचे रहने में मदद करते हैं। साथ ही बढ़ती हुई उम्र के साथ कमजोर होती हड्डियों को भी मजबूती देते हैं और बॉन मास बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें पाया जाने वाले अन्य खनिजों जैसे कॉपर, मैंगनीज, फॉस्फोरस और जिंक भी हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।

गाय के दूध की तुलना में भैंस के दूध में सोडियम भी कम होता है। साथ ही इसके कुछ खास एटीऑक्सीडेंट खतरनाक मुक्त कणों और विषाक्त पदार्थों के शरीर को साफ कर सकते हैं जो पुरानी बीमारी का कारण बन सकते हैं।