सब्जी, दलहन और तिलहन की फसल के लिए डीएपी का विकल्प सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) Publish Date : 23/09/2024
सब्जी, दलहन और तिलहन की फसल के लिए डीएपी का विकल्प सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी)
प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 कृषाणु
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रोद्वोगिकी विश्वविद्यालय, मोदीपुरम मेरठ के प्रोफेसर और कृषि वैज्ञानिक डॉ0 आर. एस. सेंगर ने बताया कि एसएसपी मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी सहायता करता है। एसएसपी को लगभग सभी फसलों के लिए आसानी से उपयोग किया जा सकता है। विशेषकर दलहन, तिलहन और सब्जियों के फसल के लिए फॉस्फोरस की अधिक मात्रा में जरूरत होती है।
फसलों से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने और खेत की मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के उर्वरक काफी महत्वपूर्ण रोल प्ले करते हैं। इसके लिए हमारे अधिकतर किसान भाई डीएपी का उपयोग करते हैं। हालांकि, कृषि एक्सपर्ट कहते है कि यदि किसान भाई डीएपी के स्थान पर एसएसपी का उपयोग करें तो यह भी किसानों के लिए लाभदायक सिद्व हो सकता है। एसएसपी मिट्टी की गुणवत्ता को बेहतर करता है और किसान कम लागत में भी अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं।
प्रोफेसर सेंगर ने बताया कि डीएपी, जिसमें डाई अमोनियम फॉस्फेट पाया जाता है, डीएपी में 18 प्रतिशत नाइट्रोजन और 46 प्रतिशत फास्फोरस पाया जाता है, जबकि एसएसपी यानि कि सिंगल सुपर फास्फेट, में फास्फोरस, सल्फर और कैल्शियम पाया जाता है। सिंगल सुपर फॉस्फेट एक तरह का रासायनिक उर्वरक है जो मुख्य रूप से फॉस्फोरस तत्व के लिए जाना जाता है। यह फसलों के विकास के लिए बहुत जरूरी पोषक तत्व है। एसएसपी में फॉस्फोरस के साथ-साथ कैल्शियम भी पाया जाता है। इसके अलावा, इसमें कुछ मात्रा में सल्फर और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं।
फॉस्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने, फूलों और फलों के विकास में सहायता प्रदान करता है। एसएसपी मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में भी काफी मदद करता है। एसएसपी को लगभग सभी प्रकार की फसलों के लिए उपयोग किया जा सकता है। विशेषकर दलहन, तिलहन और सब्जियों के फसल के लिए फॉस्फोरस की जरूरत अधिक मात्रा में होती है।
प्रमुख रूप से तीन ग्रेड में उपलब्ध है एसएसपी
डॉ0 सेंगर ने बताया कि बाजार में एसएसपी 3 ग्रेड में उपलब्ध है, एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट), डीएसपी (डबल सुपर फॉस्फेट) और टीएसपी (ट्रिपल सुपर फॉस्फेट) के रूप में आता है। एसएसपी दलहन और तिलहन की फसल के लिए बहुत ही अधिक लाभदायक होता है, क्योंकि इसमें सूक्ष्म पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो फसल की उत्पादकता को बढ़ाते है और मृदा स्वास्थ्य में भी सुधार करते है। एसएसपी का प्रयोग सरसों की फसल में करने पर सरसों के तेल की गुणवत्ता भी बहुत अच्छी हो जाती है।
उपयोग करने का तरीका
डॉ0 सेंगर ने बताया कि सिंगल सुपर फास्फेट में 16 प्रतिशत फास्फोरस, डबल सुपर फास्फेट में 32 प्रतिशत फास्फोरस और ट्रिपल सुपर फास्फेट में 48 प्रतिशत फास्फोरस पाया जाता है। गेहूं की बुवाई के दौरान दो बोरी सिंगल सुपर फास्फेट और नाइट्रोजन की पूर्ति के लिए खेत में अलग से यूरिया भी दे सकते हैं।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।