असुरक्षित भोजन से लोग गवा देते हैं अपनी जान      Publish Date : 21/09/2024

               असुरक्षित भोजन से लोग गवा देते हैं अपनी जान

                                                                                                                                                             प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार खाद्य सुरक्षा की अहमियत बहुत अधिक है। असुरक्षित भोजन से सालाना 60 करोड लोग खाद्य जनित बीमारियों के शिकार बनते जा रहे हैं और 4 20 000 लोगों की मौत इसके कारण ही होती है। उन्होंने यह बात दिल्ली में आयोजित दूसरे वैश्विक खाद्य नियामक शिखर सम्मेलन के दौरान अपने वीडियो संदेश द्वारा कही हैं।

                                                                

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हमारी खाद्य प्रणालियों के लिए जलवायु परिवर्तन, जनसंख्या वृद्धि, नई प्रौद्योगिकीय वैश्वीकरण और औद्योगीकरण के चलते यह चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। अशुद्ध भोजन से होने वाली 70 प्रतिशत मौत 5 साल से कम उम्र के बच्चों की होती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा कि इन वैश्विक चुनौतियों से निपटने में खाद्य नियामक समुदाय की भूमिका महत्वपूर्ण है।

सभी को सुरक्षित भोजन की व्यवस्था करनी होगी

                                                                  

ट्रेडोस ने कहा कि इससे निपटने के लिए मिली जुली कोशिशें की जरूरत पर बल दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि 30 लाख से अधिक लोग पौष्टिक आहार नहीं खरीद सकते हैं। सभी के लिए सुरक्षित और सुलभ भजन सुनिश्चित करने के लिए आपसी सहयोग जरूरी है, क्योंकि खाद प्रणालियों सीमाओं और महाद्वीपों को पार करती हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा, खाद्य मंत्री पहलाद जोशी एवं स्वास्थ्य सचिव आदि सभी लोग इस सम्मेलन में मौजूद रहे।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।