ओजोन दिवस पर विशेष Publish Date : 18/09/2024
ओजोन दिवस पर विशेष
कितना सुरक्षित है हमारा सुरक्षा कवच
प्रोफेसर आर एस सेंगर
भारतीय प्रयोगशाला आईआईटी संस्थान खड़कपुर के शोधकर्ताओं ने अपने नवीन अध्ययन में पोस्ट कटिबंधीय वायुमंडल क्षेत्र में गंभीर ओजोन छिद्र के दावों का खंडन किया है। पिछले शोध में कहा गया था कि ऐसा ओजोन छिद्र संभावित रूप से उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में रहने वाली दुनिया की आधी आबादी के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
आईआईटी खड़कपुर के इस अध्ययन ने ऐसे किसी संभावित खतरे को भी नकार दिया है। आईआईटी खड़कपुर के केंद्र पर भूषण रिवर एटमॉस्फेयर एंड लैंड साइंसेज का यह अध्ययन अंतरराष्ट्रीय शोधकर्ताओं के साथ किया गया है। एटमॉस्फेरिक केमिस्ट्री और फिजिक्स जनरल में प्रकाशित इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पिछले 5 दशकों के दौरान पोस्ट कटिबंधीय क्षेत्र में ओजोन की कमी और ओजोन में स्थानीय प्रवृत्तियों की जांच करने के लिए जमीनी ओजोन सेंसर और उपग्रह ओजोन मैप का विश्लेषण किया।
अध्ययन में पता चला कि उध्ण कठबंदीय क्षेत्र में महत्वपूर्ण ओजोन छिद्र के लिए कोई मजबूत साक्ष्य उपलब्ध नहीं है। इन क्षेत्रों में औषधि ओजोन स्तर ओजोन छिद्र को परिभाषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली 220 इकाइयों की महत्वपूर्ण सीमा ही काफी ऊपर है।
पिछले आंकड़ों में क्या थी कमियां
ओजोन छिद्र की रिपोर्ट करने वाले एक अध्ययन में पर्याप्त डाटा पर भरोसा किया गया था। मुख्य रूप से सतह से 100 किलोमीटर की ऊंचाई तक जो मुक्त 15 से 20 किलोमीटर की ऊंचाई पर ओजोन के महत्वपूर्ण स्तर का सटीक आकलन करने के लिए पर्याप्त है। इस अध्ययन ने पिछले शोधकर्ता द्वारा इस्तेमाल किए गए आंकड़ों में उच्च अनिश्चित और कमियों की भी पहचान की, जिसके कारण गलत निष्कर्ष निकाले गए थे।
आईआईटी के नेतृत्व वाले शोध से पता चला है कि उष्ण कटिबन्धीय ओजोन के स्तर में कोई भी कमी वायुमंडलीय गतिशीलता के कारण है न कि रासायनिक कमी के कारण। पहले के दावों के विपरीत अध्ययन में पोस्ट कटिबंधीय निकले समताप मंडल में ओजोन के स्तर में या तो मामूली वृद्धि या कोई महत्वपूर्ण प्रवृत्ति नहीं पाई गई है।
स्वास्थ्य को नहीं कोई खतरा
वर्तमान वायुमंडलीय हैलोजन स्तर के आधार पर अध्ययन पोस्ट कहता है कि ध्रुवीय क्षेत्र के बाहर ओजोन क्षेत्र बनने का कोई तात्कालिक खतरा नहीं है। इसी प्रकार पोस्ट कटिबंधीय आबादी के लिए कोई स्वास्थ्य खतरा नहीं है। अध्ययन के प्रमुख लेखक जय नारायण कुट्टीव्रत ने कहा है कि उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में ओजोन क्षेत्र की आशंका बहुत कम है। यहां औसत ओजोन स्तर हमेशा लगभग 260 डी यू होता है जो 2 20 डी यू के ओजोन छिद्र मानदंड से काफी ऊपर है।
लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।