स्मार्ट डिस्प्ले बेहतर है या फिर बटन? Publish Date : 24/08/2024
स्मार्ट डिस्प्ले बेहतर है या फिर बटन?
इंजी0 कार्तिकेय सेंगर
‘‘आम धारणा है कि स्मार्ट डिस्प्ले वाले डिवाइस कम जगह में ज्यादा फीचर्स देते हैं। लेकिन ‘बटन’ वाले डिवाइस को ऑपरेट करना आसान होता है। डिस्प्ले और बटन के बीच का अंतर हमें समझना होगा।
आज लगभग सभी डिवाइसेज में डिजिटल स्क्रीन का उपयोग हो रहा है। स्मार्टफोन, कार, स्मार्टवॉच और होम अप्लायंस टच स्क्रीन से लैस हैं। तकनीक के बदलते स्वरूप ने जहां एक ओर स्क्रीन में तमाम फीचर्स जोड़ दिए गए हैं, वहीं ‘बटन’ के इस्तेमाल को कम कर दिया है। उदाहरण के लिए साल 2007 में आईफोन की शुरुआत के बाद स्क्रीन ने हर जगह बटन की जगह लेना शुरू कर दिया। रेफ्रिजरेटर अब बड़े डिस्प्ले के साथ आते हैं, कई हेडफोन में टच पैनल है, ओवन में हाई- रिजॉल्यूशन स्क्रीन है।
इस बीच बटन वाले डिवाइस की उपयोगिता को भी नकारा नहीं जा सकता। टेक विशेषज्ञों का मानना है। कि बटन अधिक उपयोगी हैं और उन्हें दबाना बहुत संतोषजनक है। कुछ गैजेट, जहाँ मल्टीटास्किंग की जरूरत होती है, वहां ‘नाब’ का उपयोग काम को आसान बनाता है। बटन का आकार समझने योग्य होता है और फीडबैक के लिए कई तौर- तरीके प्रदान करता है, जो टच स्क्रीन नहीं करती। वे उपकरणों को उन लोगों के लिए अधिक सुलभ बना सकते हैं, जिनको टेक संबंधी जानकारी नहीं होती। स्क्रीन को हमारा पूरा ध्यान चाहिए होता है। यही कारण है कि जब हम कोई काम कर रहे होते हैं, जैसे- गाड़ी चलाना, तो स्क्रीन का उपयोग करना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि कौन-सा फीचर कहां है, इसके लिए ध्यान स्क्रीन पर देना होता है। हालांकि, वॉइस इनेबल कमांड से मदद मिलती है, लेकिन एआई सहायकों का उपयोग करना थोड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि ये बात को सही ढंग से नहीं समझ पाते या सही कार्य नहीं कर पाते हैं।
व्हीकल्स एंड होम अप्लायंस
कई आधुनिक वाहनों में विशाल डिस्प्ले होते हैं। सॉफ्टवेयर, स्पीडोमीटर और तापमान नियंत्रण जैसी जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित होती है। टच कंट्रोल पैनल अब सभी प्रकार के घरेलू उपकरणों पर पाए जा सकते हैं। स्मार्ट फ्रिज डिस्प्ले में एक कैलेंडर भोजन योजनाकार और यहां तक कि यूट्यूब भी शामिल है। वाई-फाई से जुड़े ओवन में समय और तापमान निर्धारित करने के लिए एक टच-ओनली इंटरफेस भी है।
स्क्रीन और बटन में अंतरः स्क्रीन एकसाथ बहुत सारी जानकारी और विकल्प प्रदर्शित कर सकती है। बटन जगह घेरते हैं, जिनका उपयोग अन्य इलेक्ट्रॉनिक घटकों, जैसे बैटरी या बड़ी स्क्रीन के लिए किया जाता है। अधिकांश फोन में पहले से ही पावर बटन और वॉल्यूम नियंत्रण होता है।
बटन डिफॉल्ट रूप से रिंग या साइलेंट मोड को सक्षम करने के लिए सेट भी हो सकते हैं। आप बटन को उन सेटिंग्स या एप पर मैप कर सकते हैं, जिन्हें आप अक्सर एक्सेस करते हैं। ज्यादातर लोग ऐसी स्मार्टवॉच पहनना पसंद करते हैं, जिनमें बटन के विकल्प हों। उनका मानना है कि इससे बैटरी लाइफ अच्छी रहती है। टच स्क्रीन पहनने योग्य उपकरण आमतौर पर नेविगेट करने में आसान होते हैं, लेकिन जब आप दस्ताने पहनते हैं या अंगुलियां गीली होती है तब उनको इस्तेमाल करना मुश्किल होता है। ऐसे में बटन काम में आते हैं।