सवाल आपके, जवाब हमारे विशेषज्ञ डॉ0 आर. एस. सेंगर के      Publish Date : 09/08/2024

सवाल आपके, जवाब हमारे विशेषज्ञ डॉ0 आर. एस. सेंगर के

प्रश्नः- सर मैं बीए द्वितीय वर्षं की छात्रा हूँ, जॉब की तैयारी के लिए बाहर नही जा पा रही रही हूँ। कृपया मेरा मार्गंदर्शंन करने की कृपा करें कि मैं घर पर ही यूपीएसी की तैयारी हिन्दी माध्यम से किस प्रकार से करूं?

-मोनिका अहलावत, मेरठ।

उत्तरः- मोनिका जी मैं आपको बताना चाहूँगा कि सिविल सेवा के लिए यूपीएसी की तैयारी के लिए ऐसा किसी भी सूरत मे आवश्यक नही है कि आप कहीं बाहर जाकर ही अच्छी तैयारी कर सकती हैं। आप घर पर ही इसकी अच्छी तैयारी कर सकती कर सकती हैं और परीक्षा में सफल भी हो सकती हैं। वर्तंमान समय में आज की इस ऑनलाईंन दुनिया में  विभिन्न वेबसाट्स पर बहुत अच्छी पुस्तकें उपलब्ध होने के साथ ही अन्य आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध है।

अतः आपको इन पुस्तकों तक अपनी पहुँच बनाकर इन्हें सहेजना होगा तथा अपनी तैयारी के सन्दर्भं में इन्हें अपने उपयोग में लाना होगा। हालांकि, इस दिशा में आगे बढ़ने से पूर्वं आपको सर्वंप्रथाम यूपीएसी की अधिकारिक साइट पर जाकर वहाँ से सिविल सेवा परीक्षा का पाठ्यक्रम डाउनलोड कर उसका अच्छी तरह से अवलोकन करना होगा। ऐसा करने से आपको ज्ञात होगा कि  आपको अपनी तैयारी को किस तरह से आगे बढ़ाना है और इसके लिए किस प्रकार की किताबों/अध्ययन सामग्री की आवश्यकता होगी।

इतना करने के उपरांत आप उन सभी पुस्तकों और अध्ययन सामग्री को एकत्र करने पर ध्यान दें, जिनके माध्यम से पूरा पाठ्यक्रम कवर हो पा रहा हो। यूपीएसी की प्रारम्भिक एवं मुख्य परीक्षा के सामान्य अध्ययन खंड़ की तैयारी करने के लिए एनसीईंआरटी की छठीं से लेकर बारहवीं कक्षा तक की पुस्तकों को अपनी तैयारी का आधार बनाएं। सम-सामयिक घटनाक्रम के लिए राष्ट्रीय स्तर के समचार पत्रों को भी आवश्यक रूप से पढ़ती रहें।

प्रश्नः- श्रीमान जी, अभी मैं दसवीं कक्षा का छात्र हूँ, अपनी बोर्डं की परीक्षा में मैं अच्छी रैंक प्राप्त करने के लिए किस प्रकार से अपनी तैयारी करूं?

-संजय कुमार, रोहटा मेरठ।

उत्तरः- संजय जी यदि आप इस बात के लिए दृढ़-संकल्पित हैं कि आपको बोर्डं परक्षा में उत्तम प्रदर्शंन करते हुए उच्चतम रैंक प्राप्त करनी है, तो आपको अपने तमाम विषयों को अच्छी तरह से समझना होगा न कि रटना।इस दौरान इस बात का कोईं अर्थं नही है कि आप कितने घंटे रोज पढ़ते हैं, बल्कि महत्वपूण यह है कि आप जितनी देर तक जो भी पढ़ते हैं उसमें कितना डूब पाते हैं।अतः आप अभी से यह योजना बनाकर अपनी पढ़ाईं करें और नियम से पढ़ते रहें।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।