दुनिया का महंगा आम है मियांजाकी

                           दुनिया का महंगा आम है मियांजाकी

                                                                                                                                                                                डॉ0 आर. एस. सेंगर

सीसीटीवी कैमरे से होती है बाग की रखवाली

                                                                  

सहारनपुर जिले के विकासखंड बलिया खेड़ी की ग्राम पंचायत धरौली अक्सर नवाचार के लिए प्रदेश में ही नहीं देश में जानी जाती है। इस बार धारौली का नाम ग्राम प्रधान रीता चौधरी के ससुर कमरपाल सिंह के कारण चर्चा में आया है। उन्होंने दुनिया के सबसे महंगे आमों में से एक जापानी आम मियाज़की का उत्पादन अपने बाग में किया है, जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.70 लाख से ₹300000 प्रति किलो तक पहुंच जाती है। इनका यह बाग पूरी तरह ऑर्गेनिक है।

बाग की सुरक्षा के लिए सोलर पैनल से संचालित पीटीजी सीसीटी कैमरा लगाया गया है, जो हाईटेक तकनीक से युक्त है। ग्राम प्रधान के पति संदीप चौधरी ने बताया कि उन्होंने 9 महीने पहले कोलकाता से मंगाकर अपने ऑर्गेनिक बाग में मियांजाकी जाति के दो पौधे लगाए थे। अभी इनकी ऊंचाई करीब 3 फीट है, अभी एक पेड़ पर दो दूसरे और पेड़ पर एक आम आया है।

पिछले एक महीने में मियांजाकी का फल तैयार हुआ है। इसके फल का वजन करीब 300 या 350 ग्राम होगा। उम्मीद है कि अगस्त में फल पक जाएगा। बाग में अन्य विदेशी किस्म के आम के पेड़ भी उगाए जा रहे हैं, जिसमें तुर्की, चीन, अमेरिका, जापान, मिश्र और ताइवान जैसे देशों के पौधे शामिल हैं।

मियांज़ाकी आम गुजरात का व्यापारी खरीदने को तैयार

                                                                         

संदीप चौधरी ने बताया कि पौधों पर फल आने के बाद उन्होंने, इंटरनेट मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की थी। गुजरात के सूरत के एक व्यापारी प्रवीण गुप्ता ने उनसे आम खरीदने के लिए संपर्क किया है। प्रवीण की इच्छा फल को पेड़ से तोड़ने की है, हालांकि संदीप ने अपनी सहमति नहीं दी है।

क्या है आम की खास बातें

इस आम की प्रजाति का नाम जापान के शहर मियांजाकी के नाम पर रखा गया है। यह दुनिया के सबसे महंगी आम की किस्म में से एक है, जिसमें कुछ प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट और बीटा कैरोटीन हुआ फोलिक एसिड जैसे अन्य रासायनिक घटक पाए जाते हैं। कैंसर की दवाइयां बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है। इसके साथ ही इसकी खास महक और स्वाद होता है, जिसमें जिंक, कैल्शियम, विटामिन सी, बी और ए के अलावा कॉपर व मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो मानव शरीर के लिए बहुत जरूरी होती हैं।

फल की गुणवत्ता के कारण फल बिकता है महंगा

                                                             

तेज धूप और अधिक बारिश के मौसम में पैदा होने वाले मियांजांकी आम की शुरुआती कीमत करीब 80,000 रुपए प्रति किलोग्राम से शुरू होती है। बेहतर नस्ल के आमों के चीन की कसौटी कड़ी होने के चलते, इस आम के उत्पादन का बहुत कम प्रतिशत हिस्सा ही अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंच पाता है। इसलिए चयनित फल की कीमत कई बार ₹3,00000 प्रति किलोग्राम तक भी पहुंच जाती है।

जिला उद्यान अधिकारी रामपाल सिंह ने बताया कि जापान की आम की यह प्रजाति अत्यधिक प्रोटीन युक्त है, इसमें सर्वाधिक विटामिन पाए जाते हैं और यह कैंसर के खतरे को कम करने के लिए भी जाना जाता है। लेकिन ऑर्गेनिक आम होने के कारण इसकी गुणवत्ता और मांग अधिक बढ़ जाती है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।