डिजिटल उत्पाद को संवारने का स्किल Publish Date : 13/04/2024
डिजिटल उत्पाद को संवारने का स्किल
डॉ0 आर. एस. सेंगर
‘‘इन दिनों कंपनियों को ऐसे लोगों की खूब जरूरत पड़ रही है, जो उनके डिजिटल उत्पाद या सेवाओं को यूजर के लिए आसान और उपयोगी बना सकें। ऐसे मौकों का लाभ उठाना है, तो यूजर इंटरफेस (यूआई) और यूजर एक्सपीरिएंस (यूएक्स) का स्किल सीखना होगा। वैश्विक और फ्रीलांस मौकों के इस स्किल को आप कैसे अपना सकते हैं, बता रहे हैं हमारे विशेषज्ञ डॉ0 आर. एस. सेंगर-
लिंकडइन की हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार यूएक्स / यूआई डिजाइनिंग का स्किल कामकाजी दुनिया के शीर्ष पांच सबसे अधिक मांग वाले कौशलों में से एक है। इस दौर में बैंकिंग जैसी जटिल आर्थिक गतिविधि से लेकर ई-पोर्टल पर खरीदारी जैसी सामान्य गतिविधियां तक मोबाइल, लैपटॉप या ऐसे ही माध्यमों से की जा रही हैं। ऐसे में वेबसाइट या ऐप या ऐसी डिजिटल सेवाओं के उस पक्ष को, जिससे यूजर जुड़ा होता है, को बेहतर बनाने का काम भी काफी बढ़ा है। इसे यूजर इंटरफेस कहते हैं।
एडोब के एक सर्वे में शामिल 90 फीसदी विभाग प्रमुखों ने कहा कि उनकी कंपनियों में यूएक्सस / यूआई डिजाइनरों की संख्या बढ़ाना एक प्रमुख प्राथमिकता है, जबकि 73 प्रतिशत अगले पांच वर्षों में अधिक से अधिक यूएक्स/यूआई डिजाइनरों को नियुक्त करने की योजना बना रहे थे।
क्या है यह स्किल
यूआई और यूएक्स दोनों ही किसी भी डिजिटल उत्पाद के दो महत्वपूर्ण पहलू होते हैं। यूआई डिजाइन किसी डिजिटल प्रोडक्ट जैसे वेबसाइट या ऐप के डिजाइन, रंग और देखने योग्य विभिन्न तत्वों पर केंद्रित होती है, ताकि यह उपयोग में आसान, मजेदार व दिखने में आकर्षक हो। जबकि यूएक्स डिजाइनर का ध्यान इस उत्पाद का उपयोग करने वाले लोगों को आने वाली समस्याओं और उनके समाधान अपनी डिजाइन के माध्यम से पेश करने पर होता है। इसके लिए यूजर्स के दिमाग को समझना और उसके अनुसार डिजाइन तैयार करनी होती है।
यह कार्य वेब डिजाइन से अलग कैसे
वेब डिजाइनर जहां वेबसाइट के सौंदर्यबोध, उपयोग और खाके पर ध्यान देते हैं और उसे अलग-अलग डिवाइस के अनुसार बनाते हैं। वहीं, यूआई/यूएक्स डिजाइनर सिर्फ वेबसाइट ही नहीं, ऐप चौटबॉट्स जैसे अन्य डिजिटल उत्पाद या सेवाओं के लिए भी काम करते हैं। वे इसके सौंदर्यबोध, डिजाइन व यूजर के बेहतर अनुभव को ध्यान में रखते हैं। वे यूजर रिसर्च भी करते हैं।
लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।