छोटी जोत वाले किसानों के लिए है मिनी रोटावेटर      Publish Date : 06/01/2025

                   छोटी जोत वाले किसानों के लिए है मिनी रोटावेटर

                                                                                                                                      प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी

छोटी जोत वाले किसानों के लिए खेती के विभिन्न कामों में में काम आने वाला रोटावेटर एक बहुत विशेष और आवश्यक कृषि यन्त्र होता है। खेती के काम जैसे खेत की जुताई करना, खेत को तैयार करना और खेत में हरी खाद को तैयार करना अनेक खेती के कार्यों को करने में रोटावेटर एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रोटावेटर के माध्यम से खेती से जुड़े विभिन्न छोट-मोटे काम बहुत ही आसानी के साथ किए जा सकते हैं।

                                                                  

इस कृषि यन्त्र के माध्यम से खेत की जुताई से लेकर फसल की कटाई तक के विभिन्न काम आसानी से किए जा सकते हैं। रोटावेटर का प्रयोग करने के लिए छोटे ट्रैक्टर का सहारा लिया जा सकता है।

भारत में छोटे रोटावेटर का प्रयोग अधिकतर सब्जी की फसलों, बागवानी और गन्ने की फसल में किया जाता है, क्योंकि यह आकार में छोटा होने के कारण खेत के छोट-छोटे हिस्सों में भी आसानी से पहुँच सकता है। अनेक कृषि यन्त्र निर्माता मिनी रोटावेटर का निर्माण करते हैं तथा यह बाजार में विभिन्न रूपों और प्रकार के मिलते हैं।

छोटे एवं सीमांत किसान आमतौर पर बड़े रोटावेटर को खरीद पाने में सक्षम नही होते हैं, ऐसे में इन किसानों के लिए यह मिनी रोटावेटर बड़े काम का कृषि यन्त्र होता है। इस मिनी रोटावेटर यन्त्र का संचालन छोटे ट्रैक्टर के साथ जोड़कर आसानी से किया जा सकता है। वास्तव में, मिनी रोटावेटर एक बड़े रोटावेटर का ही लघु संस्करण है और भी किसी रोटावेटर की तरह से ही काम करता है। इसकी विशेष बात यह है कि आकार में छोटा और वजन में काफी हल्का होने के कारण इसे कहीं भी आसानी से लाया और ले जाया जा सकता है।    

मिनी रोटावेटर के लाभ

                                                         

मिनी रोटावेटर भी ठीक उसी प्रकार से कार्य करता है जिस प्रकार से एक बड़ा रोटावेटर करता है। इनके कार्य करने में अंतर केवल इतना है कि इनकी पावर क्षमता कम और आकार में छोटे तथा वजन में काफी हल्के होते हैं और यह खेत के छोटे हिस्सों में भी आसानी से काम कर सकते हैं।

मिनी रोटावेटर से किसी भी प्रकार की मिट्टी की जुताई की जा सकती है। इसकी सहायता से गन्ना, कपास, केला और ज्वार आदि के लिए खेत तैयार किया जा सकता है। मिनी रोटावेटर का उपयोग करके लगभग 15 से 35 प्रतिशत तक ईंधन की बचत की जा सकती है। इसके साथ ही इससे शुष्क और गीले क्षेत्रों में भी आसानी और कुशलता पूर्वक कार्य किया जा सकता है। अन्य कृषि यन्त्रों की अपेक्षा मिनी रोटावेटर से जुताई करने में कम समय लगता है तथा इसका उपयोग पिछली फसल के अवशेषों को हटाने में भी किया जा सकता है।

सरकार खरीद पर देती है सब्सिड़ी

                                                            

सरकार के द्वारा संचालित कृषि यन्त्र अनुदान योजना के अंतर्गत किसानों को रोटावेटर की खरीद पर भारी सब्सिड़ी प्रदान करती है। सरकार के द्वारा प्रदान की जाने वाली यह सब्सिड़ी अलग अलग राज्यों में राज्यों के नियमों के अनुसार अलग अलग भी हो सकती है।

सरकार के द्वारा दी जाने वाली सब्सिड़ी के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने के लिए किसान भाई अपने जिले अथवा ब्लॉक स्तर के कृषि विभाग के कार्यालय पर जाकर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।