रोटावेटर नही, इस यंत्र से करें खेत की जुताई और उठाएं लाभ      Publish Date : 23/08/2024

              रोटावेटर नही, इस यंत्र से करें खेत की जुताई और उठाएं लाभ

                                                                                                                                                                               प्रोफेसर आर. एस. सेंगर

कल्टीवेटर एक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग खेत की जुताई करने में किया जाता है। कल्टीवेटर का उपयोग खेत को तैयार करने किया जाता है। कल्टीवेटर का उपयोग खेत को जोतने, मिट्टी को भुरभुरा बनाने, खरपतवारों को हटाने और खेत की ऊपरी मिट्टी को पलटने में किया जाता है। कल्टीवेटर एक कृषि उपकरण है जिसका उपयोग खेत की जुताई करने के लिए किया जाता है। कल्टीवेटर का उपयोग खेत को तैयार करने किया जाता है और कल्टीवेटर का उपयोग खेत को जोतने, मिट्टी को भुरभुरा करने, खरपतवारों को हटाने और ऊपरी मिट्टी को पलटने में किया जाता है।

                                                               

रोटावेटर का उपयोग गेहूं, गन्ना और मक्का जैसी फसल के अवशेष को हटाने के लिए किया जाता है। साथ ही रोटावेटर से जुताई करने पर खेत की मिट्टी भुरभुरी बनी रहती है, कहीं भी ऊंच या नीच की समस्या नहीं आती है। इससे पानी निकलने में आसानी होती है, इतना ही नहीं, रोटावेटर गीले क्षेत्रों में भी आसानी और कुशलता कल्टीवेटर में ब्लेड से लैस कई अटैचमेंट या पहिए होते हैं जिन्हें ट्रैक्टर या अन्य मशीन के माध्यम से चलाया जा सकता है।

                                                       

आम तौर पर, कल्टीवेटर का इस्तेमाल ज़मीन की जुताई, खरपतवारों को नष्ट करने और लगाए जाने वाले पौधों की ज़रूरतों के हिसाब से मिट्टी को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। कल्टीवेटर पौधों के लिए मिट्टी को ज़्यादा सघन बनाकर रोपण से पहले मिट्टी से खरपतवार भी निकाल सकता है और ऐसे कार्य करने में यह सक्षम होता है।

गहरी जुताई से मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है और लगातार गहरी जोताई न होने की वजह से मिट्टी में ही एक परत बन जाती है, जिसको तोड़ने के लिए कल्टीवेटर का उपयोग किया जाता है।

लेखकः डॉ0 आर. एस. सेंगर, निदेशक ट्रेनिंग और प्लेसमेंट, सरदार वल्लभभाई पटेल   कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।