सगंधीय पुष्प की खेती      Publish Date : 12/05/2025

                    सगंधीय पुष्प की खेती

                                                                                                                   प्रोफेसर आर. एस. सेंगर एवं डॉ0 रेशु चौधरी

गर्मी के इस मौसम में मौसमी फूलों जैसे- पोर्चुलाका, जीनिया, कोचिया, नारंगी कासमास. ग्रोम्फ्रीना, सेलोसिया, बालसम, फ्रेंचगेंदा, पेटूनिया, साल्विया, सुरजमुखी व बरबोना के बीजों को एक मीटर चौड़ी तथा आवश्यकतानुसार लम्बाई की क्यारियां बनाकर बीज की बुआई कर दें। बीजाई के बाद नियमित रूप से नर्सरी की सिंचाई करते रहें तथा निराई-गुड़ाई करके खरपतवार निकाल दें।

रजनीगंधा के बल्बों की रोपाई विगत माह में तैयार की गयी क्यारियों में 20-30 सें.मी. की दूरी पर करें। फूलों की खेती में दिलचस्पी रखने वाले किसान रजनीगंधा व गुलदाउदी की रोपाई करें। रोपाई करने के बाद बाग की हल्की सिंचाई करना न भूलें।

ग्लैडियोलस में कन्द लेने के लिए पौधे को भूमि से 15-20 सें.मी. ऊपर से काटकर छोड़ दें और सिंचाई करें। जब पत्तियां पीली पड़ने लगें, तो सिंचाई बन्द कर दें। ग्लेडियोलस में काला धब्बा रोग की रोकथाम के लिए 0.2 प्रतिशत कैप्टॉन का घोल बनाकर छिड़काव करें। ग्लैडियोलस में चौफर कीट नियंत्रण के लिए खेत की तैयारी के समय 20-25 कि.ग्रा./हैक्टर थीमेट, कार्बाेफ्यूरॉन के मैन्यूल्स मिला लें। यदि चंपा एवं थ्रिप्स का प्रकोप है, तो उससे बचाव के लिए 0.2 प्रतिशत मेटासिड-50 दवा का घोल बना लें और छिड़काव करें।

                                                

गुलाब की फसल में आवश्यकतानुसार छंटाई, निराई-गुड़ाई व सिंचाई करना बहुत ही आवश्यक है। गुलाब के खेतों में गोबर की सड़ी हुई खाद 10 टन/हैक्टर के अलावा 100-200 ग्राम कैल्शियम अमोनियम नाइट्रेट प्रत्येक चार पौधों के समूह की दर से छंटाई के बाद दोबार में दी जानी चाहिए।

गर्मी वाले मौसमी फूलों जैसे पोर्चुलाका, जौनिया, सनफ्लावर, कोचिया, नारंगी का समास, ग्रोम्फ्रीना, सेलोसिया व बालसम के बीजों को एक मीटर चौड़ी तथा आवश्यकतानुसार लम्बाई की क्यारियां बनाकर बीज की बुआई करें।

लेखकः प्रोफेसर आर. एस. सेंगर, निदेशक प्रशिक्षण, सेवायोजन एवं विभागाध्यक्ष प्लांट बायोटेक्नोलॉजी संभाग, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ।