आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आर्युवेदिक उपाय      Publish Date : 02/02/2024

                 आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आर्युवेदिक उपाय

                                                                                                                                                   डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए अपनाएं ये आर्युवेदिक उपाय, तेज होगी रोशनी उतर जाएगा सालों से लगा चश्मा

                                                                                  

देर तक पढ़ना, डिजिटल स्क्रीन का अधिक उपयोग करना, या लंबे समय तक गाड़ी चलाना. ये सभी आंखों में स्ट्रेस बढ़ाने का कारण बनते हैं। आयुर्वेद में आंखों के तनाव को कम करने और आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए कई हर्बल उपाय उपलब्ध हैं।

आंखों पर गुलाब जल लगाने से मिलती है ताजगी

म्लम ब्ंतमरू आंखों का तनाव एक ऐसी सिचुएशन होती है जो उस समय होती है, जब आपकी आंखें लंबे समय तक लैपटॉप या मोबाइल का इस्तेमाल कर के थक जाती हैं। देर रात तक पढ़ना, डिजिटल स्क्रीन का अधिक उपयोग करना, या लंबे समय तक गाड़ी चलाना आदि यह सभी आंखों में स्ट्रेस बढ़ाने का कारण बनते हैं। आयुर्वेद में आंखों के तनाव को कम करने और आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए कई हर्बल उपाय उपलब्ध हैं। यह उपचार आंखों की सूजन को कम करके, उनमें होने वाले ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करके और आँखों को आराम देने का काम करते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ हर्बल उपायों के सम्बन्ध में जो आपकी आंखों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में आपकी सहायता कर सकते हैं।

आयुर्वेदिक हर्बल उपचार जो आंखों के तनाव को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं-

1. त्रिफला

त्रिफला तीन फलों (अमलाकी, बिभीतकी और हरीतकी) का एक हर्बल संयोजन है जो कि आंखों को साफ करने, सूजन को कम करने और आंखों की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है. आप इसका सेवन भी कर सकते हैं या फिर आँखों के धोने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है.

2. एलोवेरा

एलोवेरा में कुछ ऐसे गुण विद्यमान होते हैं जो आंखों के तनाव से राहत दिला सकते हैं। इसके लिए अपनी आंखों के चारों ओर शुद्ध एलोवेरा जेल लगाएं और इसे 15 मिनट के लिए ऐसा ही छोड़ दें और धीरे धीरे हल्के हाथों से अपनी आंखों को धो लें।

3. गुलाब जल

आंखों पर गुलाब जल लगाने से उन्हें ताजगी मिलती है। इसका प्रयोग करने के लिए कॉटन पैड को गुलाब जल में भिगोकर बंद आंखों पर 10-15 मिनट के लिए रखना चाहिए।

4. खीरा

खीरे के टुकड़े आंखों को ठंडा करने में मदद करते हैं और ये आंखों के तनाव को भी कम कर सकते हैं। ठंडे खीरे के टुकड़ों को बंद आंखों पर 10-15 मिनट के लिए रखें.

5. सौंफ के बीज

सौंफ के बीज आंखों पर बहुत अच्छा प्रभाव डालते हैं और आंखों के तनाव को कम कर सकते हैं. कुचले हुए सौंफ के बीजों को पानी में उबालें, छान लें और ठंडे घोल को आँख धोने के रूप में उपयोग करें।

Eye Care: लंबे समय तक स्क्रीन के उपयोग करने से होने वाले आई स्ट्रेन के खतरे को कम करने के 9 कारगर टिप्स

हमारी आंखें लगातार एक स्क्रीन पर फोकस करने के लिए डिजाइन नहीं की गई हैं और इसकी वजह से आंखों में थकान, ड्राईनेस और सिरदर्द भी हो सकता है। इसलिए यहां हम लंबे समय तक स्क्रीन यूज से होने वाले आई स्ट्रेन को कम करने के कुछ कारगर टिप्स शेयर करेंगे-

How To Prevent Eye Strain From Screens: हम अपने दिन का एक बड़ा हिस्सा स्क्रीन पर ही व्यतीत करते हैं। हमें यह ध्यान रखना होगा कि इससे हमारी आंखों पर क्या प्रभाव पड़ता है। आंखों स्ट्रेन, एक आम समस्या है जो लंबे समय तक स्क्रीन के इस्तेमाल के कारण होती है। चूँकि हमारी आंखें लगातार स्क्रीन पर फोकस करने के लिए डिजाइन नहीं की गई हैं और इसके कारण हमारी आंखों में थकान, ड्राईनेस और सिरदर्द आदि हो सकता है। इसलिए यहां हम लंबे समय तक स्क्रीन यूज से होने वाले आई स्ट्रेन को कम करने के टिप्स शेयर करेंगे-

आई स्ट्रेन को कम करने के लिए

1. बार-बार पलकें झपकाएं

बार-बार पलक झपकाना आंखों को चिकनाई देने में मदद करता है और हमारी आई हेल्थ को बनाए रखने में भी मदद करता है। डिजिटल स्क्रीन का उपयोग करते समय हम कम बार झपकाते हैं, जिससे ड्राई आई और आई स्ट्रेन हो सकता है।

2. ब्रेक लें

बार-बार ब्रेक लेने से आई स्ट्रेन को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए आप 20-20-20 के नियम को आजमाएं, जिसमें आप हर 20 मिनट में 20 सेकंड का ब्रेक लेते हैं और 20 फीट दूर किसी चीज को देखते हैं।

3. स्क्रीन सेटिंग्स एडजस्ट करें

अपने फॉन्ट साइज और डिस्प्ले सेटिंग को एडजस्ट करें ताकि आपकी आंखें टेक्स्ट को आसानी से पढ़ सकें। ध्यान रखें कि कंट्रास्ट और चमक आंखों की असुविधा का कारण न बननें पाएं।

4. प्रोपर लाइटिंग रखें

टाप अपने कमरे में लाइट बहुत ज्यादा या बहुत कम न रखें और साथ ही ध्यान रखें कि यह आपकी स्क्रीन पर कोई चमक भी पैदा न करे। अपने कमरे में लाइट को इस प्रकार से एडजस्ट करें ताकि यह आपकी स्क्रीन पर चमक पैदा न करे। ध्यान रखें कि कमरे में अच्छी तरह से रोशनी हो, लेकिन आई स्ट्रेन से बचने के लिए बहुत तेज रोशनी भी न हो।

5. प्रोपर डिस्टेंस बनाए रखें

अपनी स्क्रीन को अपनी आंखों से आरामदायक दूरी पर रखें. विशेषज्ञ आपकी स्क्रीन से 20-28 इंच की दूरी की सलाह देते हैं।

6. प्रोटेक्टिव आईवियर पहनें

ऐसा चश्मा पहनें जो स्क्रीन के उपयोग से आई स्ट्रेन को कम कर सके। इन चश्मों में एक खास कोटिंग होती है जो स्क्रीन से निकलने वाली ब्लू लाइट को फिल्टर कर देती है।

7. आई ड्रॉप्स या एंटी-ग्लेयर फिल्टर्स का इस्तेमाल करें

अगर आप ड्राई आई का अनुभव कर रहे हैं, तो आई ड्रॉप्स का उपयोग करने से आपकी आंखों को चिकनाई मिल सकती है और असुविधा से राहत मिल सकती है। स्क्रीन से रिफ्लेक्ट होने वाली चकाचौंध को कम करने के लिए आप अपनी स्क्रीन पर एंटी-ग्लेयर फिल्टर का भी उपयोग कर सकते हैं।

8. अपनी आंखों का ख्याल रखें

यह ध्यान रखें कि पर्याप्त मात्रा में रेस्ट करें और हेल्दी डाइट के साथ अपनी आंखों को पोषण दें। आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए विटामिन ए, सी और ई जैसे पोषक तत्व जरूरी होते हैं अतः आप इन्हें अपने भोजन में शामिल करें।.

9. स्क्रीन टाइम कम करें

                                                                         

आई स्ट्रेस से बचने का सबसे आसान और अच्छा तरीका है कि आप ओवरऑल स्क्रीन टाइम कम करें। स्क्रीन से ब्रेक लें और ऐसी एक्टिविटीज में शामिल हों, जिनके लिए स्क्रीन यूज की जरूरत नहीं है। अपनी आंखों को आराम देने के लिए स्क्रीन को देखते हुए ब्रेक लें। उठें और इधर-उधर घूमें, अपने पैरों को फैलाएं और कमरे से बाहर टहल लें।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, कंकर खेड़ा में पिछले 28 वर्षों से एक आयुर्वेदाचार्य के रूप में प्रैक्टिस कर रहें हैं।