
भारत में डायबिटीज के चलते बढ़ती मौतें Publish Date : 30/06/2025
भारत में डायबिटीज के चलते बढ़ती मौतें
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
“प्री-डायबिटीक रहते ही अपनाएं यह तीन उपाय, दवा के बिना ही कंट्रोल रहेगा आपका शुगर”
डायिबिटीज एक गंभीर समस्या है, जिसमें ब्लड शुगर लेवल हाई हो जाता है, वर्तमान में देश को विश्व में डायबिटीज की राजधानी बताया जा रहा है। इस व्याधि को हेल्दी लाइफस्टाइल और दवाओं के जरिए मैनेज किया जा सकता है। लेकिन अगर आप प्री-डायबिटीज की स्टेज पर हैं और बिना दवा के शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो हमारे द्वारा बताए गए इन उपायों को आजमा सकते हैं।
डायबिटीज की समस्या इन दिनों वर्ल्ड वाइड एक गंभीर समस्या बन चुकी है। दुनिया भर में हर साल इससे पीड़ित मरीजों की संख्या में बड़ी वृद्धि दर्ज की जा रही है। भारत में भी डायबिटीज एक बड़ा हेल्थ रिस्क है। क्या आप जानते हैं विश्व भर में डायबिटीज से पीड़ित सभी वयस्कों में से 7 में से 1 भारत में है।
इतना ही नहीं अभी तो डायबिटीज के मामलों में बड़ा उछाल आना बाकी है। हाल ही में एक रिपोर्ट में अनुमान जताया गया था कि भारत में डायबिटीज के मामलों में वर्ष 2050 तक 73 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की जा सकती है। अगले 25 वर्षों में देश में 20-79 साल के 156.7 मिलियन व्यस्क पीड़ित हो सकते हैं।
केवल मामले ही नहीं बल्कि देश में डायबिटीज संबंधित मौतों की संख्या में भी उसी के अनुरूप वृद्धि हुई है। ऐसे में जरूरी है कि आप प्री-डायबिटीक रहते ही कुछ जरूरी उपाय अपनाएं ताकि डायिबिटीज का मरीज होने से बच सकें। आयुर्वेदिक फिजिशियन डॉ0 सुशील शमा ने कुछ ऐसे ही उपायों के बारे में बताया है, जो ब्लड शुगर मैनेज करने के लिए सालों से काम आ रहे हैं।
प्री-डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है, जिसमें ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक होता है, लेकिन इतना अधिक नहीं होता कि इसे टाइप 2 डायबिटीज माना जाए। लेकिन यह एक डायबिटीज के उच्च जोखिम का एक चेतावनी संकेत होता है। अच्छी बात ये है कि हेल्दी लाइफस्टाइल के जरिए प्रीडायबिटीज को अक्सर नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल पर वापस लाया जा सकता है।
जैसा कि आप अभी पढ़ा प्री-डायबिटीज में भी ब्लड शुगर अधिक हो जाता है, ऐसे में इसे कम करने या मैनेज करने के लिए आप डॉ0 शर्मा के द्वारा बताए इन नुस्खों को आजमा सकते हैं।
करेले का जूस
करेले के जूस को डायबिटिक पेशेंट्स के लिए रामबाण माना जाता है। इसका स्वाद कड़वा जरूर होता है, लेकिन इसमें चरैन्टिन और मोमोर्डिसिन नामक यौगिक होता है, जो आपके शरीर में इंसुलिन की नकल करता है। यह आपके ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने और आपकी इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने में मदद करता है।
कैसे करें सेवन
डॉ0 शर्मा ने बताया कि इस जूस का रोजाना सुबह खाली पेट 30 दिनों तक सेवन करें। इससे आपके डायबिटीज में सुधार आएगा। वहीं, अगर जूस बहुत कड़वा लगता है तो इसमें टमाटर का रस मिला सकते हैं।
स्ट्रिंग बीन्स की चाय
इसके अलावा शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए स्ट्रिंग बीन्स या फ़्रेंच बीन्स से बनी चाय काफी प्रभावशाली मानी जाती है। इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर और जरूरी विटामिन और मिनरल्स होते हैं,जो आपके पैंक्रियाटिक हेल्थ का समर्थन करते हैं। यह चाय ग्लूकोज स्पाइक्स को कम करने और आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करेगी।
कैसे करें सेवन
इस चाय को तैयार करने के लिए बस 5 स्ट्रिंग बीन्स को लंबा-लंबा ;अमतजपबंससलद्ध दस टुकड़ों में काट लें, इसे डेढ़ कप पानी में तब तक उबालें जब तक यह एक कप न रह जाए। इसे छानकर सुबह खाली पेट या शाम 4 बजे भी पी सकते हैं।
मेथी के बीज
शुगर लेवल को मैनेज करने के लिए तीसरा उपाय है मेथी का पानी पीना। यह घुलनशील फाइबर का एक समृद्ध सोर्स है। यह आपकी भूख को रोकने, आपके कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ मधुमेह के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद करता है।
कैसे करें सेवन
इसे बनाने के लिए बस एक चम्मच मेथी के बीज लें, इसे एक कप पानी में उबालें, छान लें और सुबह खाली पेट पियें। इसके साथ आप दालचीनी पाउडर, काला जामुन, जिसे ब्लैकबेरी भी कहा जाता है, का पाउडर और काली मिर्च भी शामिल कर सकते हैं। ये तीनों ही डायबिटीज फ्रेंडली हैं। इनमें हाइपोग्लाइसेमिक गुण होते हैं जो आपके शरीर में रक्त शर्करा को कम करने में मदद करते हैं।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।