त्रिफलाः आयुर्वेद का एक श्रेष्ठ मिश्रण      Publish Date : 17/06/2025

              त्रिफलाः आयुर्वेद का एक श्रेष्ठ मिश्रण

                                                                                                                                                            डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

वर्तमान में जब दुनिया तेजी के साथ केमिकल युक्त दवा और इंस्टेंट सॉल्युशन्स की ओर आकर्षित हो रही है, वही आयुर्वेद का एक प्राचीन मिश्रण, जिसे त्रिफला के नाम से जाना जाता है, आज भी अपने प्राकृतिक एवं संतुलित गुणों के चलते सबसे अधिक भरोसेमंद उपचारों में शामिल किया जाता है। त्रिफला, अर्थात ‘‘तीन फलों का संयोग’’ मात्र एक औषधीय संयोजन ही नहीं, अपितु एक सम्पूर्ण जीवनशैली में सुधार करने वाला मिश्रण है। ऐसे में हमारे आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ0 सुशील शर्मा आपको बता रहे हैं कि त्रिफला को आयुर्वेद का सर्वश्रेष्ठ संयोजन किस आधार पर कहा जाता है।

कैसे बनता है त्रिफला?

तीन औषधीय फलों का प्राकृतिक संयोजन है त्रिफला-

                                                               

आँवल (Emblica officinalis): आँवला विटामिन सी का एक प्रचुर स्रोत होने के साथ ही एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी होता है।

हरड़ (Terminalia chebula): पाचतंत्र में व्यापक सुधार करने वाला और शरीर को पुनजीर्वित करने फल होता है।

बहेड़ा (Termminalia bellirica): हरड़ का फल हमारे श्वसन तंत्र के लिए बहुत लाभकारी और शरीर के विषों का शमन करने वाला फल है।

त्रिफलाः त्रिदोष के असंतुलन को दूर करने वाला एक जादुई मिश्रण

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि आयुर्वेद का मूल सिद्वांत मानव शरीर में वात, पित्त और कफ को संतुलित करना है। अधिकतर औषधियाँ शरीर के एक या दो दोषों पर ही कार्य करती है, परन्तु त्रिफला अपने विरल संयोजन के चलते हमारे शरीर के इन तीनों ही दोषों को संतुलित बनाए रखता है। इसमें-

  • हरड़ वात के दोष को संतुलित करती है।
  • आँवला पित्त दोष का शमन करती है।
  • बहेड़ा कफ दोष का नियंत्रण करने में प्रभावी होता है।

अतः त्रिफला का सेवन किसी भी प्रकृति से पीड़ित व्यक्ति के द्वारा सेवन किया जा सकता है, अर्थात आयुर्वेद का यह मिश्रण सभी के लिए उपयुक्त एवं हितकारी होता है।

त्रिफला केवल एक औषधि ही नहीं अपितु यह एक सम्पूर्ण जीवनशैली है

आयुर्वेद की अवधारणा है कि केवल रोग मुक्त होना ही सम्पूर्ण स्वास्थ्य नहीं है, बल्कि शरीर, मन और आत्मा का सही संतुलन सम्पूर्ण स्वास्थ्य कहलाता है और त्रिफला इसी संतुलन की ओर एक सरल, सुलभ और प्रभावी कदम है।

त्रिफलाः

                                                                      

  • मानव शरीर की गहराई से सफाई करता है।
  • यह कोशिकाओं को पोषण प्रदान करता है।
  • त्रिफला हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हमें रोगों से लड़ने में सक्षम बनाता है।
  • यह हमें मानसिक शांति और नई ऊर्जा प्रदान करता है।
  • यही कारण है कि त्रिफला को केवल एक उपचार ही नहीं, अपितु एक जीवन सहयोगी संयोजन माना जाता है।

त्रिफला से प्राप्त लाभः

कब्ज से राहतः कब्ज से राहत प्राप्त करने के लिए रात को शयन करने से पूर्व त्रिफला चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी के साथ करना चाहिए।

पाचन क्रिया की सुदृढ़ताः प्रातः खली पेट त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से जठाराग्नि तेज होती है।

डिटॉक्सिीफिकेशनः त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से शरीर में व्याप्त विर्षले तत्व बाहर निकल जाते हैं।

वजन को कम करने में: त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से हमारा मेटाबॉल्जिम बढ़ता है और शरीर में जमा चर्बी तेजी से पिघलती है, जिससे वजन कम होता है।

त्वचा की चमक बढ़ाता हैः त्रिफला के पेस्ट को चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे कम होकर सम्पूर्ण त्वचा का कांति बढ़ती है।

बालों के स्वास्थ्य के लिएः त्रिफला चूर्ण को भिगोकर उससे बाल धोने से बालों में रूसी की समस्या दूर होती है और बाल मजबूत होते हैं।

आँखों की रोशनीः त्रिफला के जल से आँखों को धेने से नेत्र ज्योति में व्यापक सुधार आता है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्विः त्रिफला चूर्ण का नियमित रूप से सेवन करने से हमारी इम्युनिटी पॉवर बढ़ जाती है।

मधुमेह का नियंत्रणः त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से शुगर लेवन भी कंट्रोल होता है।

माउथवॉशः त्रिफला के जल से कुल्ला करने से मुँह के छाले और बदबू आदि समस्याओं का शमन होता है।

आंतों की सूजनः त्रिफला के चूर्ण का सेवन करने से पेट की सूजन और एसिडिटी की समस्या में राहत प्राप्त होती है।

गैस और अपचः भोजन करने के बाद त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से गैस नहीं बनती है।

इस प्रकार कह सकते हैं कि त्रिफला केवल तीनो फलों का मिश्रण मात्र न होकर हजारों वर्ष की परम्परा, शोध और अनुभव का मिश्रण है।

इसलिए यदि आप कब्ज से परेशान हैं, शरीर में ऊर्जा की कमी का अनुभव करते हैं, किसी प्राकृतिक डिटॉक्स की तलाश में हैं, वजन का संतुलन और सौन्दर्य की चाह रखते हैं तो त्रिफला को अपनी जीवनशैली में आवश्यक रूप से शामिल करें। यह सस्ता, सहज और पुर्णतया प्राकृतिक मिश्रण है जो आपको लाभ प्रदान करता है। 

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।