शरीर की कमजोरी को दूर करने के आयुवेदिक उपाय      Publish Date : 16/02/2025

              शरीर की कमजोरी को दूर करने के आयुवेदिक उपाय

                                                                                                                                                     डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

शरीरिक दुर्बलता को दूर करने के लिए आप गूलर के पत्ते का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस पेड़ के पत्ते में शारीरिक कमजोरी को दूर करने की ताकत रखने वाले गुण होते हैं। रोजाना गूलर के पत्तों को छानकर दूध के साथ सेवन करें। इसके अलावा खजूर में आयरन और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर की कमजोरी को दूर करते हैं।

                                                                   

अगर आप शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे हैं, तो गूलर का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूलर के पेड़ को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि माना जाता है। इसके पत्ते, फल, तना, छाल सभी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। इसके पत्ते में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने की क्षमता रखते हैं।

क्या आपको ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है, मसल्स क्रैम्पस होते हैं, किसी चीज को पकड़ने में दिक्कत होती है, चलने में परेशानी होती है, बैलेंस नहीं बना पाते, मांसपेशियों में दर्द रहता है, हड्डियों में दर्द होता है, धुंधला दिखता है, हमेशा लेटे रहने का मन करता है, थोड़ा काम करके थकान होती है? अगर उत्तर हां है, तो समझ लें कि आपका शरीर कमजोर हो गया है और आप शारीरिक दुर्बलता की चपेट में आ गए हैं।

शारीरिक दुर्बलता आज कल की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। चिंता की बात यह है कि यह समस्या युवाओं में तेजी से बढ़ रही है। शारीरिक कमजोरी का बड़ा कारण तनाव और जंक फूड के बढ़ते सेवन को माना जाता है। इनके अलावा खाने में मिर्च मसलों का अधिक इस्तेमाल और शराब आदि नशे की लत भी इसका एक बड़ा कारण है।

कमजोरी कैसे दूर करें?

कमजोरी दूर करने का सबसे अच्छा उपाय तो यह है कि आप अपनी डाइट पर ध्यान दें और रोजाना एक्सरसाइज करें। अगर आप शरीर को ताकतवर बनाने का सस्ता और असरदार उपाय खोज रहे हैं, तो हमारे आयुर्वेदिक डॉक्टर सुशील शर्मा आपकी मदद कर सकते हैं। डॉक्टर आपको शरीर की कमजोरी दूर करने के कुछ अच्छे उपाय बता रहे हैं।

शारीरिक कमजोरी को दूर करेगा गूलर का पत्ता

                                                               

अगर आप शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे हैं, तो गूलर का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूलर के पेड़ को आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि माना जाता है। इसके पत्ते, फल, तना, छाल सभी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। इसके पत्ते में ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो शारीरिक कमजोरी को दूर करने की क्षमता रखते हैं।

कमजोरी दूर करने के लिए इस प्रकार करें गूलर के पत्ते का यूज

अगर आपके आसपास गूलर का पेड़ है, तो आप उसके कुछ पत्ते तोड़कर घर ला सकते हैं। गूलर के एक पत्ते को निचोड़ने पर एक या दो बूंद दूध निकलता है। एक छुआरा ले और उसकी गुठली निकाल लें। इसमें गूलर के दूध की 25 बूंद डालें। इसे रोजाना सुबह चबाकर-चबाकर खाएं। ऊपर से एक गिलास गर्म दूध का सेवन करें।

गूलर के पत्ते और खजूर के सेवन से क्या लाभ

डॉक्टर के अनुसार, इस मिश्रण के सेवन से आपको किसी भी तरह की शारीरिक दुर्बलता को खत्म करने में मदद मिल सकती है। आपका शरीर ताकत से भर जाएगा और आपको कभी भी कमजोरी के लक्षण महसूस नहीं होंगे। अगर आप शादीशुदा हैं, तो आपको इससे बहुत अधिक फायदे होने वाले हैं।

रोजाना एक गिलास दूध पिएं

अगर आप अक्सर अक्सर थकान और कमजोरी महसूस करते हैं, तो आपको रोजाना एक गिलास दूध का सेवन करना चाहिए। दूध में कैल्शियम और प्रोटीन सहित तमाम वो पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हड्डियों और मसल्स को ताकत देने के काम करते हैं।

खजूर रोजाना खाने से आएगी जान

                                                           

कमजोरी दूर करने के लिए आपको रोजाना कम से कम 4 खजूर खाने चाहिए। ऐसा करने से आपके शरीर से कमजोरी हमेशा के लिए अलविदा ले सकती है। खजूर में आयरन, मैग्नीशियम सहित सभी जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।