
आयुर्वेद के माध्यम से आघात का सफल उपचारः सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण Publish Date : 15/02/2025
आयुर्वेद के माध्यम से आघात का सफल उपचारः सुधार के लिए एक समग्र दृष्टिकोण
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
आघात एक गहरा, भावनात्मक घाव है जो लंबे समय तक ठीक नहीं हो पाता है। यह शारीरिक या मानसिक अनुभव के कारण हो सकता है, जो अक्सर भारी और जानलेवा होता है और जो आपके मन और शरीर पर अपना स्थायी प्रभाव छोड़ देता है। आघात के विभिन्न रूप होते हैं और अलग-अलग व्यक्तियों को यह अलग-अलग तरीके से प्रभावित कर सकता हैं।
आयुर्वेद - लगभग 5000 वर्ष पुरानी भारतीय चिकित्सा पद्धति-आघात को ठीक करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है। आयुर्वेद का अत्यंत प्राचीन ज्ञान स्वास्थ्य के लिए एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण पर आधारित चिकित्सा विज्ञान है, जो केवल लक्षणों के स्थान पर किसी भी बीमारी के मूल कारण का समाधान करता है। इस लेख में, हमारे आयंर्वेदिक विशेषज्ञ आपको यह बताएंगे कि आयुर्वेद आघात को ठीक करने में कैसे आपकी मदद कर सकता है और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने के लिए यह कुछ अन्य सुझाव भी प्रदान करता है।
आयुर्वेद के माध्यम से आघात को समझनाः आयुर्वेद मूल रूप से आघात को तीन मुख्य दोषों - वात (वायु), पित्त (अग्नि) और कफ (जल) में असंतुलन के रूप में देखता है। एक दर्दनाक अनुभव आपके मन और शरीर के संतुलन को बिगाड़ सकता है, जिससे चिंता, अवसाद, अनिद्रा और पुराने दर्द जैसे शारीरिक और मानसिक लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। अतः आयुर्वेद आपको सुझाव देता है कि एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण, जिसमें स्वस्थ जीवन शैली, आहार और योग अभ्यास आदि शामिल हैं, जो इन दोषों में संतुलन बहाल कर सकता है और आघात से उपचार को बढ़ावा दे सकता है।
सात्विक आहार अपनानाः सात्विक आहार आयुर्वेदिक चिकित्सा में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और पौधे-आधारित प्रोटीन से भरपूर आहार का वर्णन करने के लिए उपयोग किए जाने वाला एक शब्द है। यह आहार आघात से उबरने के लिए आदर्श साबित होता है, क्योंकि यह मन और शरीर को संतुलित करने में मदद करता है। आयुर्वेद का मानना है कि ताजा, जैविक और स्थानीय रूप से प्राप्त खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार, विशेष रूप से मौसमी बदलावों के साथ, आपके समग्र स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती को बढ़ावा दे सकता है।
योग और ध्यान का अभ्यासः योग और ध्यान दोनों ही आघात से उबरने के लिए एक शक्तिशाली साधन हैं। योग मुद्राएँ या आसन, साँस लेने की तकनीकों के साथ मिलकर तंत्रिका तंत्र को विनियमित करने, तनाव को कम करने और भावनात्मक स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। ध्यान मन को शांत करने, ध्यान केंद्रित करने और तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है। योग और ध्यान का दैनिक अभ्यास समग्र उपचार प्रक्रिया में सहायता कर सकता है।
आयुर्वेदिक उपचार पद्धतियाँ:- आयुर्वेद में आघात के उपचार के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ, मालिश और तेल चिकित्सा सहित कई तरह की उपचार पद्धतियाँ उपलब्ध हैं। अश्वगंधा, ब्राह्मी और हल्दी जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ दोषों को संतुलित करने, आराम को बढ़ावा देने और नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में आपकी मदद कर सकती हैं। विशिष्ट तेलों के साथ आयुर्वेदिक मालिश रक्त परिसंचरण, त्वचा के स्वास्थ्य और विश्राम की स्थिति में सुधार कर सकती है। ये सभी पद्धतियाँ उपचार को बढ़ावा देती हैं और समग्र कल्याण में भी भरपूर वृद्वि करती हैं।
मन-शरीर संबंधः आयुर्वेद मन और शरीर को जटिल रूप से एक दूसरे के साथ जुड़ा हुआ मानता है। हमारे विचार और भावनाएँ भौतिक शरीर को प्रभावित कर सकती हैं, और इसके विपरीत भी। आयुर्वेद अपने और दूसरों के बारे में गहरी भावनाओं और विश्वासों की पहचान और अभिव्यक्ति को प्रोत्साहित करता है। इस गहरे आत्म-संबंध और आत्म-जागरूकता को बढ़ावा देकर, हम अंतर्दृष्टि प्राप्त कर सकते हैं और स्वयं के बारे में गहरी समझ विकसित कर सकते हैं। मन और शरीर के बीच यह संबंध आघात से उबरने में एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में काम करता है।
आघात से उबरने के लिए, रिकवरी के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। आयुर्वेद एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है जो भावनात्मक और शारीरिक आघात से उबरने में मदद करने के लिए मन, शरीर और आत्मा को एकीकृत करता है। यह सात्विक आहार, विभिन्न योग अभ्यास, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ और मालिश चिकित्सा सहित कई विधियाँ प्रदान करता है।
यह असंतुलन के मूल कारण को संबोधित करते हुए उपचार के लिए एक व्यक्तिगत दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आयुर्वेद मन और शरीर को संतुलित करने और समग्र कल्याण को बढ़ावा देने का एक अनोखा तरीका प्रदान करता है, जिससे व्यक्ति को स्वास्थ्य, खुशी और पूर्णता की यात्रा शुरू करने के लिए सशक्त बनाया जाता है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।