
ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार Publish Date : 01/02/2025
ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या का आयुर्वेदिक उपचार
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?
ऑस्टियोपोरोसिस एक हड्डियों से जुड़ी बीमारी है, यह उस समय होती है जब आपका शरीर बहुत अधिक हड्डी खो देता है, बहुत कम हड्डी बनाता है, या फिर यह दोनों ही स्थितियां। आयुर्वेद, हर जटिल बीमारी को ठीक करने की क्षमता रखता है और यह ऑस्टियोपोरोसिस का सबसे अच्छा और सुरक्षित उपचार प्रदान करता है। इस रोग में चूंकि हड्डी काफी नाजुक और कमजोर हो जाती है, इसलिए फ्रैक्चर का खतरा निश्चित रूप से बढ़ सकता है।
ऑस्टियोपोरोसिस को अक्सर एक मूक बीमारी के रूप में जाना जाता है, क्योंकि व्यक्ति हड्डी के कमजोर होने की समस्या को महसूस नहीं कर सकता है। ऐसे में एक आयुर्वेदिक ऑस्टियोपोरोसिस उपचार निश्चित रूप से आपको ठीक करता है और आपको एक स्वस्थ जीवन प्रदान करता है।
हड्डी जीवित एक ऊतक होती है जो हमेशा टूटती और बदलती रहती है। ऑस्टियोपोरोसिस तब होता है जब नई हड्डी का निर्माण पुरानी हड्डी के नुकसान के साथ नहीं हो पाता है। आयुर्वेद में ऑस्टियोपोरोसिस उपचार को ऑस्टियोपोरोसिस को ठीक करने का सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है।
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण
- पीठ दर्द, जो कशेरुका के टूटने जाने के कारण से होता है।
- समय के साथ आपकी ऊंचाई में कमी आने लगती है।
- दाँत का नुकसान भी होने लगता है।
- इस रोग में आपकी झुकी हुई मुद्रा बन जाती है।
ऑस्टियोपोरोसिस के कारण
आहारः आपका आहार आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य पर बहुत बड़ा प्रभाव डाल सकता है। कुछ खाद्य पदार्थ और पोषक तत्व स्वस्थ हड्डियों के विकास में सुधार कर सकते हैं, जबकि कुछ नुकसान भी कर सकते हैं।
व्यायामः ऑस्टियोपोरोसिस के खिलाफ़ एक ज़रूरी बचाव होने के नाते, व्यायाम मज़बूत और शक्तिशाली हड्डियों का निर्माण और रखरखाव भी कर सकता है। लेकिन अगर आप निष्क्रिय हैं, तो आपकी हड्डियाँ अपेक्षा से अधिक कमज़ोर भी हो सकती हैं।
चिकित्सीय दशाएं
कुछ चिकित्सीय समस्याएं हैं जो ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकती हैं। नीचे ऐसी कुछ स्थितियाँ दी गई हैं:-
- आंत्र संबंधी समस्याएं।
- गुर्दे से सम्बन्धित रोग।
- पैराथाइरॉइड और थायरॉइड की समस्याएं।
धूम्रपान और शराब का सेवन करना
सिगरेट में मौजूद रसायन आपके शरीर के लिए कैल्शियम का उपयोग करना मुश्किल बना सकते हैं। वे आपकी हड्डियों की रक्षा करने की एस्ट्रोजन की क्षमता को भी प्रभावित कर सकते हैं।
शराब का अत्यधिक सेवन आपके शरीर की कैल्शियम का प्रभावी ढंग से उपयोग करने की क्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है।
ऑस्टियोपोरोसिस के लिए आयुर्वेदिक दवाएं और उपचार
आयुर्वेद ऑस्टियोपोरोसिस उपचार हड्डियों के लिए एक समग्र पोषण है जो हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ बनाता है। ऑस्टियोपोरोसिस उपचार में प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ, मसाले और एक आहार आदि शामिल होते है जो हमारी जीवनशैली को बदलते है। ऑस्टियोपोरोसिस के लिए आयुर्वेदिक उपचार बीमारी का स्थायी समाधान खोजने में मदद करता है।
आयुर्वेद ऑस्टियोपोरोसिस उपचार के लिए आमतौर पर उपयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियों और दवाओं में शामिल हैं, अश्वगंधा, गुग्गुल, त्रिफला, हल्दी वाला दूध, घी, प्रवाल पंचामृत, कपिकाचू, योगराज गुग्गुल और शंख भस्म, आदि।
सर्वश्रेष्ठ आयुर्वेदिक ऑस्टियोपोरोसिस उपचार
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लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।