इरेक्टाइल डिसफंक्शन का आयुर्वेदिक इलाज      Publish Date : 27/01/2025

                 इरेक्टाइल डिसफंक्शन का आयुर्वेदिक इलाज

                                                                                                                                               डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

इरेक्टाइल डिसफंक्शन को आयुर्वेद में स्तंभन दोष के नाम से जाना जाता है। यह पुरुषों में होने वाली एक बहुत ही आम यौन से संबंधित एक समस्या है। एक रिसर्च के अनुसार, भारत में 40 से ज्यादा उम्र के लगभग 20 प्रतिशत पुरुष इस समस्या से पीड़ित हैं। बढ़ते समय के साथ इन पीड़ित लोगों की संख्या भी बढ़ रही है। हालांकि अब ऐसा भी कहा जा रहा है की अब 40 से कम उम्र के पुरुषों भी इस समस्या से जूझ रहे हैं।

                                                 

जब पुरुष सेक्स के दौरान अपने लिंग में जरूरत मुताबिक इरेक्शन या स्तंभन लाने में असफल हो जाते हैं या फिर उसको बनाए नहीं रख पाते हैं तो इस स्थिति को मेडिकल की भाषा में इरेक्टाइल डिसफंक्शन कहते हैं। इसके लक्षणों में सेक्स करने की इच्छा का कम हो जाना, कम शेव करना, शरीर पर कम बल पड़ना और मोटापा होना आदि कारक शामिल होते है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन कभी कभी दिल से संबंधित बीमारियों का संकेत भी हो सकता है। इसलिए ऐसी स्थिति होने पर बिना देर किए आपको तुरंत अपने परिवार और डॉक्टर से बात करनी चाहिए। लंबे समय तक इसे नजरअंदाज करने पर यह सेक्सुअल लाइफ में सैटिस्फेक्शन में बाधा डालता है जिसकी वजह से एक पति और पत्नी के बीच दूरियां भी पैदा हो सकती हैं।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन का इलाज करने के लिए आयुर्वेदिक दवाओं को सबसे बेहतर विकल्प माना जाता है। क्योंकि ये इस समस्या को हमेशा के लिए दूर कर सकते हैं साथ ही इसके इस्तेमल करने पर साइड इफेक्ट्स होने का खतरा भी लगभग शून्य होता है। हम आपको नीचे कुछ आयुर्वेदिक दवाओं के बारे में बता रहे हैं जिसका इस्तेमाल करके आप अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। साथ ही अपने सेक्सुअल लाइफ को पूरी तरह से आनंद भी उठा सकते हैं।

शिलाजीत

                                                            

शिलाजीत का उपयोग इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए सबसे बेहतर उपचार माना जाता है, क्योंकि इसमें काम की उत्तेजना को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं। सेक्सुअल कमजोरी को दूर करने के लिए शिलाजीत का इस्तेमाल अश्वगंधा के साथ करने का सुझाव दिया जाता है। 

टोंगकट अली

टोंगकट अली को एशिया की व्याग्रा के रूप में भी जाना जाता है जिसका उपयोग पुरुषों द्वारा काफी लंबे समय से किया जा रहा है। यह थाईलेंड, मलेशिया और इंडोनेशिया के मूल पेड़ की जड़ों का प्रयोग करके बनाया जाता है। इस आयुर्वेदिक दवा का उपयोग सेक्स करने की इच्छा और सेक्सुअल एक्टिविटी को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए भी काफी उपयोगी माना जाता है।

अश्वगंधा

यह तंत्रिका, रेस्पेरेटरी और रिप्रोडक्टिव सिस्टम्स को को ठीक करता है। इस आयुर्वेदिक दवा के अंदर सेक्स की उत्तेजना बढ़ाने, शरीर के टिश्यूज को श्रिंक करने, शरीर को ऊर्जा और आराम देकर नींद सुलाने वाले गुण पाए जाते हैं। अश्वगंधा स्पर्म के उत्पादन को बढ़ाता है और यौन कमजोरी जैसे की बांझपन, अनीमिया और शरीर में टिश्यूज की कमी को पूरा करने का काम भी करता है।     

ट्रिब्यूलस टेरेस्ट्रिस

                                                           

इस दवा का इस्तेमाल लंबे समय तक भारत में किया गया है। इसका इस्तेमाल करने से इरेक्शन मजबूत होता है और सेक्सुअल ड्राइव बढ़ती है। अगर आप खुद में सेक्सुअल ड्राइव की कमी या फिर सेक्स के दौरान इरेक्शन में परेशानी का अनुभव करते हैं तो आप इस आयुर्वेदिक दवा का सेवन कर सकते हैं।

च्यवनप्राश

                                                             

इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या होने के कारणों में एक कारण कमजोरी भी होती है। च्यवनप्राश शरीरी की कमजोरी को दूर करता है और इम्यून सिस्टम और ताकत को बढ़ाता है। च्यवनप्राश बहुत सी जड़ी बूटियों के मिश्रण से बना होता है जिसके कारण यह इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने में भी कारगर सिद्व होता है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।