पत्थरचट्टा जड़ी-बूटी कौन-कौन सी बीमारी में काम आती है Publish Date : 23/12/2024
पत्थरचट्टा जड़ी-बूटी कौन-कौन सी बीमारी में काम आती है
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
पत्थरचट्टा के उपयोग करने का तरीका और इसके लाभ
पत्थरचट्टा नामक हर्ब स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न प्रकार की परेशानियों को दूर करने में प्रभावी हो सकती है। हमारे आयर्वेदिक चिकित्सक आपको बता रहे हैं क्या हैं पत्थरचट्टा के लाभ और कैसे करें इसका अपनी सेहत के लिए उपयोग?
प्रकृति के इस पौधे में में कई ऐसे तत्व उपलब्ध होते हैं, जिससे आप अपनी गंभीर से गंभीर समस्याओं का भी उपचार कर सकते हैं। जी हाँ, पत्थरचट्टा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, जिसका प्रयोग विभिनन प्रकार की गंभीर समस्याओं के उपचार के लिए लिए किया जा सकता है। इसमें कई औषधीय गुण जैसे- कैंसर विरोधी, एंटी-डायबिटीज, एंटी-फंगल, एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी के जैसे गुण होते हैं, जो आपकी गंभीर से गंभीर परेशानियों को भी दूर करने में सक्षम होते हैं। केवल इतना ही नहीं, इसकी सहायता से आप किडनी में होने वाली पथरी इत्यादि का उपचार भी कर सकते हैं।
तो आइए जानते हैं अपने आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ0 सुशील शर्मा से पत्थरचट्टा से मिलने वाले स्वास्थ्यगत लाभों के बारे में विस्तार से-
आपकी इम्यूनिटी को करे बूस्ट
पत्थरचट्टा में विभिन्न जैव एक्टिव यौगिक होते हैं, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं। अगर आप नियमित रूप से इसके पत्तों का सेवन करते हैं, तो इससे काफी हद तक संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में आपको मदद मिल सकती है।
घाव भरे जल्दी
पत्थरचट्टा का पौधा घाव को जल्दी हील करने के लिए जाना जाता है। अगर आपको किसी तरह की चोट लगी है, तो इसके पत्तों को कुचलकर इसे अपने घाव पर लगा लें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से घाव को जल्दी भरने में मदद मिल सकती है।
सूजन करे कम
पत्थरचट्टा अपने सूजनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है, जो अर्थराइटिस जैसी स्थितियों में फायदेमंद हो सकता है। यह सूजन को कम करने से लेकर जोड़ों में दर्द की शिकायत को दूर कर सकता है। इससे अर्थराइटिस, गाउट जैसी स्थितियों से बचा जा सकता है। मुख्य रूप से यह अर्थराइटिस की वजह से होने वाली सूजन, दर्द और लालिमा को कम कर सकता है।
श्वसन संबंधी परेशानी करे दूर
आयुर्वेद के मुताबिक, पत्थरचट्टा में कफ को निकालने वाले गुण होते हैं, जो इसे खांसी और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन स्थितियों के उपचार में उपयोगी बनाता है। अगर आपको सांस से जुड़ी किसी तरह की परेशानी है, तो पत्थरचट्टा को कुचलकर इसका सेवन करें। इससे आपकी परेशानी काफी हद तक कम होगी।
पाचन क्रिया को करे दुरुस्त
पत्थरचट्टा के पौधे में पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने का गुण होता है। यह मुख्य रूप से जठरांत्र संबंधी स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। इससे अपच और कब्ज जैसी समस्याओं को कम करने में काफी हद तक मदद मिल सकती है।
स्किन की परेशानी करे कम
पत्थरचट्टा के पत्तों में मजबूत सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गुण होते हैं, जो स्किन संबंधी समस्याओं को कम करने में प्रभावी साबित हो सकते हैं। कीटे काटने, चकत्ते, घाव इत्यादि में आप इसके पत्तों को कुचलकर लगा सकते हैं। इससे जल्दी रिकवरी होने में मदद मिल सकती है।
डायबिटीज करे कंट्रोल
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि पत्थरचट्टा में हाइपोग्लाइसेमिक प्रभाव हो सकते हैं, जिससे यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार साबित हो सकता है। इतना ही नहीं, पत्थरचट्टा में एक बायोएक्टिव यौगिक फेनिल एल्काइल ईथर इंसुलिन स्राव को ट्रिगर कर सकता है, जिससे रक्त शर्करा के स्पाइक्स को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
कैसे करें पत्थरचट्टा का इस्तेमाल?
घाव, चोट लगना, स्किन की परेशानी जैसी स्थितियों में आप पत्थरचट्टा के पत्तों को कुचलकर प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं। इससे आपकी परेशानी काफी हद तक कम होगी। वहीं, इसका काढ़ा या फिर जूस बनाकर पिया जा सकता है, इससे किडनी स्टोन, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल जैसी स्थितियों में फायदा हो सकता है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।