हृदय रोगों के लिए लाभकारी हैं गुड़मार के पत्ते      Publish Date : 27/11/2024

              हृदय रोगों के लिए लाभकारी हैं गुड़मार के पत्ते

                                                                                                                                                     डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

गुड़मार की पत्तियां औषधीय गुणों से भरपूर होती है, जो मधुमेह जैसी बीमारियों से निपटने में भरपूर सहायता प्रदान करती हैं। गुड़मार एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे विशेष रूप से डायबिटीज विकार के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह पूरे साल पैदा होने वाली एक बेल है. जिसे आयुर्वेद में कई रोगों के लिए एक रामबाण औषधि की संज्ञा दी गई है।

                                                                   

गुड़मार का वानस्पत्तिक नाम जिमनेमा सिल्वेस्टर है, जिसकी पत्तियां स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकारी मानी जाती हैं। इसकी पत्तियों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये इन्सुलिन उत्पादन को बढ़ावा देकर और शुगर के अवशोषण को धीमा कर रक्त शर्करा को कम करने में सहायता करते हैं। इसका सेवन करना मीठे की क्रेविंग अर्थात मीठा खाने की इच्छा को नियंत्रित करता है। आप गुड़मार की पत्तियों का सेवन पाउडर के रूप में या फिर इसकी पत्तियों को सीधे चबाकर भी कर सकते हैं।

                                                     

इसकी पत्तियों का नियमित सेवन करना हृदय स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभकारी सिद्व होता है। यह शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में भी मदद करता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा काफी कम हो जाता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ता प्रदान करने में भी मदद करते हैं। गुड़मार के रक्तगत शर्करा को कम करने गुणों के कारण कई बार इसके दुष्प्रभाव भी देखने को मिलते हैं। अतः इसका सेवन किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक के निर्देशन में ही किया जाना चाहिए।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।