प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिमीकंद Publish Date : 22/11/2024
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिमीकंद
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
जिमीकंद में अधिक मात्रा में एंटी ऑक्सिडेंट और बीटा कैरोटीन होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। जिमीकंद (सूरन) में पर्याप्त मात्रा में कैलोरी, वसा, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, पोटेशियम और फाइबर पाया जाता है। साथ ही इसमें 86, विटामिन बी1, राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, नियासिन, विटामिन-ए और बीटा कैरोटीन भी होता है, यह पोषक तत्व हमारे शरीर की कई तरह की बीमारियों से रक्षा करते हैं। इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होने से यह वजन घटाने में भी मदद करता है और शरीर में कॉलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित रखता है।
जिमीकंद में मौजूद फाइबर पेट में रहने वाले अनुकूल बैक्टीरिया के लिए भी अच्छा होता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड कम घनत्व वाले लिपो-प्रोटीन के स्तर को कम कर शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। जिमीकंद में कब्ज, पेट में दर्द, प्लीहा और यकृत से जुड़ी बीमारियों को दूर करने के गुण भी पाए जाते हैं।
इसका सेवन करने से अपच, खटटी डकार, हाथ-पैर में दर्द और कमजोरी में बहुत फायदेमंद होता है। जिमीकंद में सूजन रोधी गुण होता है, जिसके कारण यह गठिया जैसे रोग में भी आराम पहुंचाता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को संतुलित रखने के साथ लिपिड प्रोफाइल को भी सुधारता है।
जिमीकंद का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। इसके अलावा त्वचा रोगी, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, जिला मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में पिछले तीस वर्षों से अधिक समय से एक सफल आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रक्टिस कर रहे हैं।