पपीते के पत्तों की चाय कैसर को समूल नष्ट कर देगी      Publish Date : 16/10/2024

            पपीते के पत्तों की चाय कैसर को समूल नष्ट कर देगी

                                                                                                                                                           डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

एक शोध में सामने आया है कि पपीते के पत्ते मात्र पांच सप्ताह तक सेवन करने से कैंसर के जैसी भयानक बीमारी को जड़ से समाप्त करने में भी सक्षम होते हैं।

अभी तक आप लोगों ने पपीते के पत्तों का बहुत ही सीमित तरीके से उपयोग किया होगा, जैसे कि प्लेटलेट्स के कम हो जाने पर अथवा स्किन सम्बन्धी कोई छोटा-मोटा उपाय आदि। परन्तु आज हम अपनी इस ब्लॉग पोस्ट में पपीते के पत्तों के सेवन करना का जो लाभ आपको बताने जा रहे हैं उसे जानकर आप वास्तव में चौंक ही जाएंगे।

                                                                  

हम स्वास्थ्य सम्बन्धी नित नवीन जानकारियां आपको प्रदान करते रहते है। अब विभिन्न प्रकार के शोधों के माध्यम से यह बात सामने आई है कि पपीते के समस्त भाग जैसे इसका फल, तना, बीज, पत्तियां और जड़ आदि सभी में कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने और उनकी वृद्वि को रोकने की क्षमता प्राकृतिक रूप से ही पाई जाती है।

ऐसे में यदि बात पपीते की पत्तियों के बारे में की जाए तो शोध के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि पपीते की पत्तियों में कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने और उनकी वृद्वि को रोकने का अद्भुत गुण विद्यमान होता है।

यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा वर्ष 2010 और इंटरनेशनल डॉक्टर्स एंड रिसर्च यूएसए तथा जापान में किए गए शोधों से ज्ञात हुआ है कि पपीते की पत्तियों कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने की अद्भुत क्षमता उपलब्ध होती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, पपीते की पत्तियां सीधे ही कैंसर को समाप्त करने की क्षमता रखती हैं।

शोधकर्ताओं ने बताया कि पपीते की पत्तियां लगभग 10 प्रकार के कैंसर जिनमें से मुख्य हैं, महिलाओं का ब्रेस्ट कैंसर, लंग्स कैंसर, लीवर कैंसर, अग्नाश्य का कैंसर तथा गर्भाश्य के कैंसर में जितनी अधिक मात्रा में पपीते की पत्तियों का सेवन किया गया उसके उतने ही अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। यदि किसी वजह से पपीते की पत्तियां कैंसर को समाप्त नही भी कर पाती हैं तो कोशिकाओं की वृद्वि को अवश्य ही रोक देती हैं।

पपीते की पत्तियां कैंसर को किस प्रकार से समाप्त करती हैं-

                                                                

पपीते की पत्तियों में प्रोटीन को तोड़ने वाला पापायन नामक एंजाईम पाया जाता है, जो कैंसर कोशिका में मौजूद प्रोटीन के आवरण को तोड़ देता है और इससे कैंसर कोशिका का शरीर में बचा रह पाना कठिन हो जाता है।

पापायन रक्त में मिश्रित हो मैक्रोफेज को उत्तेजिहत करता है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को उत्तेजित कर कैंसर को समाप्त कर देती हैं और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नही पाया गया है।

कैंसर के उपचार के लिए पपीते की सेवन विधिः-

                                                                  

कैंसर के विरूद्व सबसे अच्छा काम करती है पपीते की चायः प्रतिदिन 3 से चार बार पपीते की पत्तियों की चाय का सेवन करें। कैसर के रोगियों के लिए यह बहुत कारगर मानी जाती है।

पपीते की चाय बनाने की विधिः-                                                          

सबसे पहले पपीते की 5 से 7 पत्तियों को तेज धूप में अच्छी तरह से सुखा लेने के बाद इसके छोटे-छोटे टुकड़े करके लगभग 500 एमएल पानी में इन्हें उबाल लें। इस पानी को इतना उबालें कि यह आधा रह जाए। इसके बाद आप इस पपीते की चाय को 125 एमएल की दर से दिन में दो बार सेवन कर सकते हैं। यदि यह चाय अधिक मात्रा में बन गई है तो आप इसे दिन में 3 से 4 बार भी सेवन कर सकते हैं। ध्यान रहे कि आपको इसे दोबारा से गर्म नही करना है।

दूसरा तरीका

                                                      

पपीते के 7 ताजे पत्ते ले और इन्हें हाथ से अच्छी तरह से मसल लें और मसले हुए इन पत्तों को 1 लीटर पानी में उालकर उबाल लें, जब यह पानी लगभग 250 एमएल बच जाए इसे छानकर आप दिन में दो बार इसका सेवन कर सकते हैं। जबकि यही प्रयोग आप दिन में तीन से चार भी कर सकते हैं। पपीते के पत्तों की चाय का सेवन आप जितनी अधिक बार करेंगे उसके परिणाम भी उतने ही शानदार आपको मिलेंगे।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, पिछले तीस वर्षों से मेरठ जनपद के कंकर खेड़ा क्षेत्र में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रेक्टिस कर रहे हैं।