पुरानी कब्ज से राहत के लिए ओलिव ऑयल, इन तरीकों से करें उपयोग Publish Date : 14/10/2024
पुरानी कब्ज से राहत के लिए ओलिव ऑयल, इन तरीकों से करें उपयोग
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
कब्ज हमारी पाचन क्रिया से सम्बन्धित एक ऐसा विकार है जिससे बहुत से लोग परेशान रहते हैं और इसका सही तरीके से इलाज नहीं कराने पर यह बवासीर जैसी खतरनाक बीमारी का कारण भी बन सकता है। अतः इस समस्या से राहत पाने के लिए आपको अपने खाने में ओलिव ऑयल का उपयोग कर सकते हैं।
वर्तमान की दिनचर्या के चलते कब्ज आज एक काफी आम समस्या बन चुकी है, जिससे हम में से बहुत से लोग पीड़ित रहते हैं। आमतौर कब्ज उस समय होता है जब कि प्रभावित व्यक्ति का मल सूखा, कठोर और छोटा या निकालने में कठिन होता है। अगर आपको हफ्ते में तीन बार से अधिक मलत्याग नहीं हुआ है, तो आप यह समझ लें की आपको गंभीर कब्ज की शिकायत हो गयी है।
कब्ज से राहत प्रदान करने के लिए विभिन्न प्रकार की दवाएं और उपचार मौजूद हैं लेकिन आप इस समस्या से राहत पाने के लिए जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल का उपयोग एक घरेलू उपाय के रूप में कर सकते हैं। शोधकर्ताओं ने जैतून के तेल को कब्ज सहित हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल, मोटापे के जैसी और कई अन्य बीमारियों से राहत पाने में कारगर माना है।
अब हम आपको बताते हैं कि कब्ज से राहत पाने के लिए जैतून का तेल (ओलिव ऑयल) किस प्रकार कार्य करता है और इसका उपयोग कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए किस प्रकार किया जा सकता है।
ऑलिव ऑयल क्या है?
ऑलिव ऑयल अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें कब्ज को दूर करने की क्षमता भी शामिल होती है। ऑलिव ऑयल, ऑलिव के फल से निकाला गया एक नेचुरल ऑयल है। यह अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है और इसका उपयोग सदियों से किया जाता रहा है।
ऑलिव ऑयल कब्ज से राहत दिलाने में कैसे मदद कर सकता है
ऑलिव ऑयल एक नेचुरल लैक्सेटिव के रूप में कार्य करता है, जिससे मल को आंतों से गुजरना आसान हो जाता है। इसमें उपलब्ध वसा सामग्री मानव के पाचन तंत्र को उत्तेजित कर सकती है और उसकी नियमितता को बढ़ावा देती है। ऑलिव ऑयल में मौजूद मोनोअनसैचुरेटेड वसा मल को नरम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे उसे पास करना आसान हो जाता है। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है जिनका आहार कम वसा से युक्त होता है।
पाचन को बनाता है बेहतर
ऑलिव ऑयल में पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की क्षमता विद्यमान होती है। यह पित्त उत्पादन को बढ़ाकर पाचन तंत्र का समर्थन करता है, जो वसा के पाचन के लिए आवश्यक है और नियमित मल त्याग को बढ़ावा दे सकता है। जैतून तेल के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाचन विकारों को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें पॉलीफिनोल्स और विटामिन ई होते हैं, जो आंत में सूजन को कम कर सकते हैं।
कब्ज से राहत पाने के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग कैसे करें
सलाद ड्रेसिंग के रूप में: अपने सेवन में ओलिव ऑयल को बढ़ाने के लिए आप सलाद के ऊपर ऑलिव ऑयल छिड़ककर इसका सेवन कर सकते हैं।
खाना पकाने के लिएः सब्जियों को सौते करने या व्यंजनों पर छिड़कने के लिए ऑलिव ऑयल का उपयोग कर सकते हैं।
नींबू के साथ मिलाकरः पाचन में सहायता के लिए नींबू के रस के साथ ऑलिव ऑयल मिलाकर इसका सेवन कर सकते हैं।
सोने से पहले रूटीनः सोने से पहले एक चम्मच ऑलिव ऑयल लेने से सुबह मल त्याग में सहायता मिल सकती है।
क्या बच्चे ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं?
कब्ज की समस्या रखने वाले शिशुओं और बच्चों को ऑलिव ऑयल का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बजाय आप बच्चों को सीजनल फ्रूट जैसे सेब या नाशपाती का रस, आलूबुखारा, खुबानी और साबुत अनाज जैसे फाइबर युक्त फूड्स दे सकते हैं। अगर खाने में बदलाव से मदद नहीं मिलती है, तो बच्चों को तुरंत ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
ऑलिव ऑयल के अन्य स्वास्थ्य लाभ
ऑलिव ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव वाले फेनोलिक यौगिक होते हैं। जिसके चलते यह अल्जाइमर डिजीज, डायबिटीज, हृदय रोग, कुछ प्रकार के कैंसर और गठिया जैसे विकारों को कम करने में मदद कर सकता है। ऑलिव ऑयल में विटामिन ई भी होता है, जो फ्री रेडिकल्स के उत्पादन को रोकने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, पिछले तीस वर्षों से जनपद मेरठ के कंकर खेड़ा क्षेत्र में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रेक्टिस कर रहे हैं।