मधुमेह के मरीजों के लिए बेहद कारगर होता है गुड़हल का फूल Publish Date : 05/10/2024
मधुमेह के मरीजों के लिए बेहद कारगर होता है गुड़हल का फूल
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
आयुर्वेद में गुड़हल के फूल का बहुत महत्व है। आयुर्वेद में गुड़हल के फूल का उपयोग कवेल सौन्दर्य के लिए ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। एक शोध में इसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। इस अध्ययन के अनुसार गुड़हल के फूल का सेवन से ब्लड शुगर लेवल को कम किया जा सकता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है।
हमारे ग्रह धरती पर ढ़ेर सारी ऐसी जड़ी-बूटियां है, जिसका प्रयोग कई प्रकार के रोगों के उपचार के लिए औषधि के रूप में किया जाता है। इसी प्रकार गुड़हल का फूल (हिबिस्कस) भी एक ऐसी ही जड़ी-बूटी है, जिसके हेल्थ को कई लाभ मिलते है। गुड़हल के फूल में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा ज्यादा होती है और यह कई संभावित लाभ प्रदान करता है। विशेष रूप से, यह वजन को कम करने, बैक्टीरिया और कैंसर कोशिकाओं के विकास को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही गुड़हल हृदय और लीवर के हेल्थ को बनाए रखने में सहायता कर सकता है।
हिबिस्कस की बहुत सी प्रजातियां होती हैं, जो उनके उगने के स्थान और जलवायु के अनुसार अलग-अलग होती हैं, लेकिन हिबिस्कस सब्डरिफा का उपयोग हिबिस्कस चाय बनाने के लिए सबसे अधिक किया जाता है। एक शोध ने हिबिस्कस चाय पीने से जुड़े कई स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जिक्र किया गया है, इस शोध में बताया गया है कि यह ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है, गुड़हल के फूल से ब्लड शुगर लेवल को कम करने में भी सहायता मिलती है।
यह बैक्टीरिया के विकास को कम कर सकता है और यहां तक कि यह वजन को कम करने में भी पर्याप्त मदद कर सकता है। आयुर्वेद तथा प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के फूल, उसकी जड़, पत्तियों तथा छाल सभी को एक रामबाण औषधि माना जाता है। बेहद खूबसूरत और कई रंगों में मिलने वाला यह फूल किस तरह से हमारे स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाता है।
हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ0 सुशील शर्मा बता रहे हैं कि गुड़हल के फूल के और क्या-क्या हेल्थ बेनिफिट्स हमें प्राप्त हो सकते है।
गुड़हल से प्राप्त होने वाले लाभ
डॉ. शर्मा बताते हैं की गुड़हल के फूल में कई सौन्दर्य और स्वास्थ्यवर्धक गुण पाए जाते है। सदियों से हमारे देश में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में गुड़हल के अलग-अलग भागों का उपयोग औषधियों के रूप में प्रमुखता से किया जाता रहा है। गुड़हल में कैल्शियम, आयरन, वसा, विटामिन सी और फाइबर जैसे तत्व पाए जाते है।
इसमें एंटी-ऑक्सिडेंट भी पाए जाते है, जो हमारे शरीर की मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया में व्यापक सुधार करते है। इसके साथ ही इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण, हाइपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रेशर तथा लीवर से जुड़ी समस्याओं में भी लाभ पहुंचाते हैं। डॉ. शर्मा का कहना है कि गुड़हल के फूल का उपयोग करने से हमें निम्न लाभ प्राप्त होते हैं-
गुडहल के फूल का सेवन करने से डायबिटिज को रोकने या उसे मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
- वजन को कम करने में गुडहल का फूल काफी सहायता करता है।
- यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी सहायता प्रदान करता है।
- कैंसर के उपचार के लिए यह एक रामबाण औषधि है।
- यह हमारे ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है।
ब्लड शुगर लेवल को कम करने में गुडहल का फूल
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि हिबिस्कस चाय रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद कर सकती है। हिबिस्कस में कार्बनिक अम्ल, फ्लेवोनोइड्स और एंथोसायनिन होते हैं, जिनमें एंटीहाइपरटेंसिव और लिपिड-कम करने वाले प्रभाव पाए गए हैं, जो मधुमेह प्रबंधन के लिए संभावित रूप से लाभदायक होते हैं। हालांकि, यह प्रभाव स्थिति को उलटने के बराबर नहीं हैं, बल्कि इसके नियंत्रण में सहायता करते हैं।
हिबिस्कस चाय
हिबिस्कस चाय एक चमकदार लाल और कुछ हद तक खट्टी चाय होती है जो हिबिस्कस फूल का उपयोग करके बनाई जाती है। चाहे फिर वह ताजा फूल हो या फिर इसके फूलों को पाउडर के रूप में। मधुमेह के लिए हिबिस्कस चाय का नियमित सेवन करना आपके रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के साथ-साथ शरीर की सूजन को कम करने में भी सहायता कर सकता है।
गुड़हल के फूल (हिबिस्कस) के गुण
हिबिस्कस का पौधा अपने विविध प्रकार के जैव-सक्रिय यौगिकों के लिए अधिकता से जाना जाता है। यह यौगिक इसके विभिन्न स्वास्थ्य गुणों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
एंटीऑक्सीडेंट: हिबिस्कस में एंथोसायनिन, फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में उपलब्क्ध होते हैं। यह शक्तिशाली यौगिक हानिकारक मुक्त कणों को प्रभावहीन करके ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ते हैं, ऐसे कण जो हृदय रोग और कैंसर जैसी भयंकर बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं।
विटामिन और खनिज: विटामिन सी, कैल्शियम और आयरन की महत्वपूर्ण मात्रा से भरपूर, हिबिस्कस के कई लाभ होते हैं। विटामिन सी हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है और कोलेजन उत्पादन में सहायता करता है, जबकि कैल्शियम हड्डियों के स्वास्थ्य को मजबूत करता है और आयरन लाल रक्त कोशिका निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है।
कार्बोनिक एसिड: हिबिस्कस के तीखे स्वाद का श्रेय इसमें उपलब्ध साइट्रिक और मैलिक एसिड जैसे कार्बनिक अम्लों की मौजूदगी को दिया जा सकता है। यह एसिड न केवल एक इसको न केवल एक विशिष्ट स्वाद प्रदान करते हैं बल्कि संभावित पाचन क्रिया के लिए प्राप्त लाभों में भी योगदान करते हैं।
गुडहल की एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज: हिबिस्कस में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज भी होती है, जो सूजन संबंधी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकती है।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा पिछले तीस वर्षों से मेरठ जनपद के कंकर खेड़ा क्षेत्र में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में प्रेक्टिस कर रहे हैं।