जटामांसी का स्वास्थ्य लाभ के लिए उपयोग Publish Date : 04/10/2024
जटामांसी का स्वास्थ्य लाभ के लिए उपयोग
डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा
जटामांसी हमारे बालों को घना और लंबा बनाने में सहायता प्रदान करता है। इसका प्रयोग करने से बालों और सिर की त्वचा की विभिन्न समस्याएं दूर हो जाती हैं। जटामांसी में कई प्रकार के औषधीय गुण विद्यमान होते हैं, जो हमारी विभिन्न समस्याओं में लाभ पहुंचाते हैं।
यह बालों को घना और काला बनाने में भी अपेक्षित सहायता करता है। साथ ही इसका लेप बनाकर शरीर पर लगाने से फंगल इंफेक्शन को भी ठीक किया जा सकता है। जटामांसी का अर्क एक एंटीडिप्रेसेंट की तरह काम करता है, जो नीद की गड़बड़ी के कारण अवसाद से पीड़ित लोगों को लाभ पहुंचाता है।
जटामांसी के अर्क में लिपिड पेरोक्साइड और एंटीऑक्सिडेंट एंजाइम्स पाए जाते हैं, जो ब्लड सेल्स को स्वस्थ रखने, ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने और दिल को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद एंटीइंपलेमेटरी गुणों से सूजन और दर्द को कम करने में सहायता मिलती है। साथ ही दांतों के बैक्टीरिया को मारने और मसूड़ों की समस्या को कम करने में आराम मिलता है।
इसके लिए आप जटामांसी को पानी में उबालकर उस पानी से कुल्ला कर सकते हैं। जटामांसी में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं, जो त्वचा के संक्रमण, खुजली और एक्जिमा आदि की समस्या को कम करने में मददगार साबित होते हैं।
ऐसे में आप जटामांसी का तेल बनाकर या फिर इसका लेप बनाकर एक लोशन के रूप में त्वचा पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। जटामांसी का अधिक सेवन करने से शरीर में एलर्जी, उल्टी, दस्त, लो ब्लड प्रशर और अधिक नींद आने क जैसी समस्याएं सामने आने लगती है, इसलिए इसके सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेद चिकित्सक की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए।
लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा, पिछले तीस वर्षों से मेरठ जनपद के कंकर खेड़ा में एक आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में पक्टिस कर रहे हैं।