रक्तालप्ता/एनीमिया के लिए प्रभावी है ‘‘पालक’’      Publish Date : 11/08/2024

                   रक्तालप्ता/एनीमिया के लिए प्रभावी है ‘‘पालक’’

                                                                                                                                                                     डॉ0 सुशील शर्मां एवं मुकेश शर्मां

पालक मानव शरीर में केवल आयरन की ही पूर्तीं नही करता, बल्कि चेहरे की चमक और सुन्दरता को भी बनाए रखता है। ऐसे में जो युवतियाँ अपने चेहरे का प्राकृतिक सौन्दर्यं और उसके लावण्य को बनाए रखना चाहती हैं तो उन्हें प्रतितदन पालक के रस का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। पालक को किसी भी भाजी की तरह से पकाकर खाने से कहीं बेहतर है इसे कच्चा खाना।

                                                                     

पालक का सेवन करने से हमारा रक्त शुद्व होता है और रक्त का संचार बढ़ता है। पालक में लौह तत्व की मात्रा अधिक होती है जो हमारे शरीर को ऊर्जांवान बनाता है। पालक में आयरन के अतिरिक्त कैल्शियम, सेाडियम, क्लोरीन, फॉस्फोरस, खनिज लवण, प्रोटीन और श्वेतासोर भी मुख्य रूप से पाया जाता है।

गर्मीं के कारण होने वाले पीलिया और खाँसी को ठीक करने मे भी पालक की प्रमुख भूमिका होती है। इस सब के अलावा नियमित रूप से पालक के रस या पालक के सूप का सेवन करने से वजन भी नियंत्रित रहता है।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मां पिछले 25 वर्षों से कंकर खेड़ा में एक आयुर्वेंदिक चिकित्सक के रूप मे प्रैक्टिस कर रहे हैं।