अनिद्रा की समस्या से राहत: रतनजोत

                        अनिद्रा की समस्या से राहत: रतनजोत

                                                                                                                                                        डॉ0 सुशील शर्मा एवं मुकेश शर्मा

रतनजोत का उपयोग त्वचा, बालों, अनिद्रा और तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने में सहायता करता है। रतनजोत में एंटी इंप्लेमेंट्री, एंटी बैक्टीरियल, एंटीवायरस और एंटीऑक्सीडेन्ट् के गुण होते हैं। साथ ही इसमें फ्लेवरेट्स, फ्लेवेनोइड्स, अल्केनिन और शिकोनिन भी पाया जाता है, जिससे बालों की चमक बनी रहती है और बाल घने भी होते हैं। इसके साथ ही बालों का टूटना झड़ना भी काम हो जाता है। यह गठिया या जोड़ों के दर्द में भी काफी फायदेमंद होता है।

                                                                           

इसमें मौजूद एंटीबायोटिक और एंटी इंप्लीमेंट्री गुण जोड़ों के दर्द और सूजन में काफी आराम पहुंचते हैं। रतनजोत के पत्तों में नारियल तेल और हल्दी मिलाकर उसे जोड़ों पर लगाने या सेकने से आराम मिलता है। रतनजोत के प्रयोग से त्वचा में कील मुंहासे ठीक करने में मदद मिलती है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी बैक्टीरियल गुण व्यक्ति की त्वचा के दाग धब्बों को साफ कर दमकती त्वचा पाने में मदद करता है।

अनिंद्रा और डिप्रेशन के लिए रतनजोत के तेल की कुछ बंदे नारियल तेल में मिलाकर इसे अपने माथे पर लगा सकते हैं या सूंघ सकते हैं। रतनजोत के तेल से अच्छी तरह से मालिश करने पर बुखार और इसके बाद होने वाले शरीर दर्द में भी आराम काफी मिलता है। रतनजोत के फल या पौधे का इस्तेमाल सीधे तौर पर खाने में नहीं करना चाहिए। हमेशा बाहरी त्वचा पर ही इसका इस्तेमाल करें और अंदरूनी हिस्सों पर प्रयोग नहीं करना चाहिए।

लेखकः डॉ0 सुशील शर्मा पिछले काफी समय से कंकर खेड़ा में एक आयुर्वेदाचार्य के रूप में प्रैक्टिस कर रहें हैं।